Nizamuddin Corona cases: क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती कराए गए 48 विदेशी नागरिक, सभी का जमात से लिंक
Nizamuddin Corona cases मौलाना साद डॉ. जीशान मुफ्ती शहजाद एम. सैफी यूनुस मोहम्मद अशरफ और मोहम्मद सलमान के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
By JP YadavEdited By: Published: Wed, 01 Apr 2020 07:14 AM (IST)Updated: Wed, 01 Apr 2020 12:02 PM (IST)
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता/एजेंसी। दक्षिण दिल्ली के इलाके हजरत निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज जमात से जुड़े लोग लगातार सामने आ रहे हैं, जो खुद के साथ दूसरों के स्वास्थ्य के लिहाज से भी खतरा बन गए हैं। ताजा मामले में उत्तरी पूर्वी दिल्ली की पांच मस्जिदों से मंगलवार को 48 विदेशी नागरिक मिले थे। इन सभी को पुलिस ने वजीराबाद पुलिस ट्रेनिंग कैंप में बनाएं गए क्वारंटाइन सेंटर में भर्ती करवाया है। इसमें अधिकतर इंडोनेशिया के हैं, सभी लोग जमात में आए हुए थे।
Nizamuddin Corona cases:
- वहीं, तब्लीगी मरकज जमात में ठहरे 2100 से अधिक लोगों को तकरीबन 5 दिनों तक चली कार्रवाई के बाद निकाल लिया गया है। समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक, यहां से लोगों को निकलने की कार्रवाई लगातार 5 दिनों तक चली और बुधवार सुबह 3:30 तक सभी लोगों को यहां से निकाल लिया गया। इसी के साथ मोहम्मद अशरफ, मौलाना साद, डॉ. जीशान, मुफ्ती शहजाद, एम. सैफी, यूनुस और मोहम्मद सलमान के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
- इनमें ज्यादातर को क्वारंटाइन किया गया है, जबकि लक्षणों के आधार कई लोगों को अस्पताल में भी भर्ती कराया गया है। इन सभी जांच की कड़ी में ब्लड सैंपल लिए जाएंगे, ताकि पता किया जा सके कितने लोग कोरोना वायरस की संक्रमण में आए हैं।
- बता दें कि सैकड़ों लोगों के इकट्ठा होने को लेकर तब्लीगी मरकज के प्रबंधन ने अपना बचाव किया है। उन्होंने तर्क दिया कि दिल्ली समेत पूरे देश में लॉकडाउन होने के चलते वह राजधानी में ही फंस गए थे।
- वहीं, तब्लीगी मरकज में ठहरे लोगों को बसों के जरिये दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में स्वास्थ्य जांच के लिए लाया जा रहा है। पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, जिस तरह से ये इतनी बड़ी संख्या में एक साथ रह रहे थे, ऐसे में इन लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की आशंका ज्यादा है।
- निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज में रुके लोगों के संपर्क में आने वालों की तलाश भी तेज हो गई है। मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल फोन में मौजूद तस्वीरों और वीडियों के जरिये इन लोगों की पहचान करने की कवायद तेज कर दी है।
- साथ ही पूरे इलाके में चल रही गतिविधियों की निगरानी ड्रोन के जरिये की जा रही है। इससे सोमवार को पूरी रात चले ऑपरेशन के बाद मंगलवार को दिनभर मरकज में ठहरे लोगों को क्वारंटाइन करने, अस्पताल में भर्ती कराने का सिलसिला चलता रहा।
- इसी के साथ दिल्ली पुलिस के साथ जिला प्रशासन और दिल्ली सरकार के और केंद्र सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने भी यहां पर डेरा डाल दिया है।
- इससे पहले सोमवार पूरी रात व मंगलवार को पूरा दिन यहां से लोगों को डीटीसी बसों में भर-भरकर विभिन्न अस्पतालों में पहुंचाया गया। इस बीच जिन लोगों में कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए उन्हें क्वारंटाइन सेंटर पर पहुंचाया गया।
- पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने पूरी राहत मेहनत करके मरकज में बचे हुए करीब एक हजार लोगों को निकाला।
- तब्लीगी मरकज में आए 24 के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद सरकार भी सतर्क हो गई है।
- पुलिस ने मरकज में कार्यक्रम के दौरान बनाई गई वीडियो क्लिपों को भी जमातियों के मोबाइल से हासिल किया है। इनसे उन लोगों की पहचान की कोशिश की जा रही है जो लोग लॉकडाउन से पहले यहां से जा चुके थे।
- मरकज में शामिल होने आए विदेशियों, जिसमें ज्यादातर धर्म उपदेशक हैं, उनके खिलाफ वीजा नियमों का उल्लंघन का केस भी चल सकता है। ये सभी टूरिस्ट वीजा लेकर भारत आए थे। जबकि धर्म का प्रचार करना वीजा नियमों का उल्लंघन है।
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