डस्ट पॉल्यूशन रोकने को पूरे साल का चार्ट बना करना होगा काम
वायु प्रदूषण कम करने को लेकर गत दिन हुई बैठक में विशेषज्ञों ने दिए कई सुझाव। ...और पढ़ें

नई दिल्ली, वी.के. शुक्ला। ठंड के मौसम में दिल्ली में निर्माण कार्यो पर प्रतिबंध लगा था। लेकिन, राजधानी में डस्ट पॉल्यूशन बढ़ रहा था। सर्वे में यह बात सामने आई है कि टूटी सड़कों से डस्ट पॉल्यूशन बढ़ रहा था। इसे गंभीरता से लेते हुए प्रदूषण के क्षेत्र में काम कर रहे विशेषज्ञों ने इस समस्या को लेकर सुझाव दिए हैं। दरअसल, बृहस्पतिवार को दिल्ली सचिवालय में प्रदूषण को कम करने को लेकर एक राउंड टेबल बैठक हुई थी। बैठक में विशेषज्ञों ने इस बात पर जोर दिया कि ठंड के समय डस्ट पॉल्यूशन रोकने के लिए पूरे साल के लिए चार्ट बनाकर काम करना होगा।
आइआइटी दिल्ली के विशेषज्ञ हर्ष कोत्रा कहते हैं कि जैसे ही डस्ट पॉल्यूशन बढ़ा, निर्माण कार्य की गतिविधियां बंद कर दी गई। लेकिन खुदी हुई सड़कों का कोई समाधान नहीं निकाला गया। निर्माण कार्य बंद होने से डस्ट पॉल्यूशन कम हुआ, लेकिन खुदी हुई सड़कों से डस्ट पॉल्यूशन होता रहा है। इसमें एक साल का चार्ट बनाकर निर्माण जागरूकता अभियान चलाना चाहिए।
वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के डॉ. जयप्रकाश कहते हैं कि जब किसी कार्य का टेंडर होता है, तब उसमें भी यह शामिल हो कि ठेकेदार और निर्माण कराने वाली एजेंसी ही सड़कों की मरम्मत कराएंगी। इस नियम का सख्ती से पालन होना चाहिए। जनता को भी जागरूक किया जाए कि निर्माण से संबंधित सभी गतिविधि अक्टूबर तक पूरी कर ली जाएं। क्योंकि, अक्टूबर के बाद जब ठंड का मौसम शुरू होता है, तब इनडोर गतिविधि पर फोकस रहे। अगर ऐसा होता है कि तो शायद निर्माण कार्य पूरी तरह से बंद करने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
सर्दी में क्यों नहीं हो सका सड़कों का मरम्मत कार्य
सड़क बनाने का काम रात में होता है। अभी तक सुप्रीम कोर्ट ने रात में निर्माण कार्य पर प्रतिबंध लगा रखा था। इससे पहले ही प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली में 4 नवंबर से निर्माण कार्य पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। वहीं 9 दिसंबर से दिन में सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक निर्माण कार्य की अनुमति दी गई थी। मगर रात में अनुमति नहीं थी। चूंकि सड़कें बनाने का काम रात में ही होता है। इसलिए काम शुरू नहीं हो सका। 14 फरवरी से अब 24 घंटे निर्माण की अनुमति सुप्रीम कोर्ट ने दी है।
यहां सड़कें बढ़ा रहीं प्रदूषण
दक्षिणी दिल्ली में मथुरा रोड पर आली गांव, बदरपुर फ्लाइओवर, जैतपुर मोड़ के पास सड़क काफी टूटी है। वहीं एमबी रोड पर संगम विहार के सामने, देवली के सामने सड़क टूटी है। आउटर ¨रग रोड पर नेहरू प्लेस फ्लाइओवर के नीचे सड़क की हालत खराब है। नजफगढ़ रोड,नवादा मेट्रो स्टेशन से लेकर उत्तम नगर पश्चिम मेट्रो स्टेशन तक, सागरपुर, डाबड़ी-द्वारका रोड, द्वारका की सर्विस लेन तक खराब है। यमुनापार में गांधी नगर, ब्रह्मपुरी रोड, करावल नगर रोड, आनंद विहार रोड, मौजपुर रोड, वजीराबाद रोड, आनंद विहार बस अड्डा रोड, गाजीपुर पेपर मार्केट रोड,कैलाश नगर, शाहदरा जीटी रोड, मंडोली जेल रोड की हालत खराब है।
पर्यावरण मंत्री(दिल्ली सरकार) गोपाल राय ने कहा कि हम हर तरह के प्रदूषण और उनके कारकों पर नजर रख रहे हैं। धूल प्रदूषण को रोकने को लेकर भी सुझाव आए हैं। इन पर गौर किया जा रहा है। एक प्लान तैयार किया जा रहा है कि किस तरह के प्रदूषण से किस तरह निपटा जा सके। हमारा मकसद दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाना है।

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