पर्यावरण की मुहिम में जुटे पवन, बच्चों की तरह पौधों का रखते हैं ख्याल
युवाओं और पवन यादव की मेहनत से आज अरावली का एक बड़ा हिस्सा बड़े पार्क के रूप में विकसित हो चुका है। ...और पढ़ें

मानेसर [गोविंद फलस्वाल]। बढ़ते प्रदूषण की वजह से हवा इतनी जहरीली हो रही है कि लोगों का सांस लेना दूभर हो रहा है। बढ़े हुए प्रदूषण की एक बड़ी वजह पेड़ों की संख्या का कम होना भी है। कभी हरी-भरी रहने वाली अरावली भी विलायती बबूल का जंगल बन चुकी है। पेड़ों के महत्व को देखते हुए गांव मानेसर निवासी उद्यमी पवन यादव ने अरावली पर्वतमाला को एक बार फिर से हरा-भरा करने की ठान ली है। वे ना सिर्फ यहां पौधे लगवा रहे हैं, बल्कि उनकी देखभाल भी कराते हैं। अपने निजी खर्चे से दो ट्रैक्टर टैंकर चार कर्मचारियों के साथ लगा रखे हैं, जो पौधों की देखभाल करने के साथ-साथ उनर्की सिंचाई करते हैं। पवन की लगन देख गांव के अन्य युवा पौधे लगाने के लिए श्रमदान करने लगे। युवाओं और पवन यादव की मेहनत से आज अरावली का एक बड़ा हिस्सा बड़े पार्क के रूप में विकसित हो चुका है।
रिहायशी क्षेत्र में भी लगाए पौधे
पवन कहते हैं पौधों को लगाना बड़ी बात नहीं है। बड़ी बात है उनकी देखभाल करना। पौधे बच्चों की तरह पाले जाते हैं। समय पर उन्हें पानी देना, दीमक न लगे इसके लिए दवा का छिड़काव करना भी बहुत जरूरी है।मानेसर क्षेत्र में पौधों को अमरबेल से भी काफी नुकसान होता है। इसके लिए समय-समय पर पौधों की सफाई भी करनी पड़ती है।
केएमपी एक्सप्रेस वे पर पौधे लगाने का सुझाव
पवन आइएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं। पिछले दिनों ही एसोसिएशन की तरफ से हरियाणा भवन में प्रदेश की मुख्य सचिव के साथ बैठक हुई थी। बैठक में पवन ने केएमपी एक्सप्रेस वे के बीच में दो-दो पौधे लगाने का सुझाव दिया था। उन्होंने कहा कि केएमपी एक्सप्रेस वे पर करीब 60 हजार पौधे लगाए जा सकते हैं। इससे पर्यावरण भी स्वच्छ होगा और प्रदूषण स्तर भी कम हो जाएगा। इस पर अन्य एसोसिएशन के सदस्यों ने भी समर्थन दिया था।
आइएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष, पवन यादव का कहना है कि पर्यावरण शुद्ध होता है तो हमारा शरीर भी स्वस्थ रहता है। पर्यावरण संरक्षण के लिए सबसे जरूरी है पौधे लगाना और इनकी देखभाल करना। हमारा लक्ष्य होता है कि हमने 100 पौधे लगाए हैं तो 100 ही पेड़ बनें। इनमें से एक भी पौधा पानी और सुरक्षा के अभाव में खराब न हो।

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