Delhi Violence: जन-जीवन सामान्य करने के लिए निगम का बेड़ा उतरा सड़कों पर
दंगों की चपेट में आए इलाकों में जन-जीवन सामान्य हो इसके लिए पूर्वी दिल्ली नगर निगम के आला अधिकारियों ने पूरे इलाके का दौरा किया और सड़कों को साफ कराने का कार्य शुरू करवाया।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। दंगों की चपेट में आए इलाकों में जन-जीवन सामान्य हो, इसके लिए पूर्वी दिल्ली नगर निगम के आला अधिकारियों ने पूरे इलाके का दौरा किया और सड़कों को साफ कराने का कार्य शुरू करवाया। इसके साथ ही जली हुई गाड़ियों को भी संबंधित थाना क्षेत्रों के साथ मिलकर हटाने का काम शुरू कर दिया।
गाड़ियों और घरों को जलाए जाने से जगह-जगह राख फैली हुई है। सफाई के दौरान यह राख वातावरण को प्रदूषित न करे इसके लिए स्प्रिंकलर से लगातार पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है।
निगम दिल्ली पुलिस की मदद कर रहा
पूर्वी दिल्ली नगर निगम के प्रवक्ता व अधीक्षण अभियंता अरूण कुमार कहते हैं कि गाड़ियों को उठाना निगम का कार्य नहीं है, लेकिन आपात स्थिति में निगम दिल्ली पुलिस की मदद कर रहा है ताकि जल्द से जल्द सभी सड़कें साफ हो जाएं और लोगों को चलने में दिक्कत न हो।
लगातार जायजा ले रहे निगम के अधिकारी
उन्होंने बताया कि करावल नगर रोड़ का उन्होंने दौरा किया है। इसके अलावा निगम उपायुक्त रेनन कुमार, प्रशासनिक अधिकारी शरद चंदन भी लगातार जायजा ले रहे हैं। करीब छह हजार कर्मचारियों को इस कार्य में लगाया गया है। इसके साथ ही इन इलाकों में सफाई अभियान भी चलाया जा रहा है। जिससे कि लोग गंदगी से परेशान न रहें।
क्रेनों से गाड़ियों को हटाया
प्रशासनिक अधिकारी शरद चंदन ने बताया कि सड़क किनारे से गाड़ियों को हटाने और उसे संबंधित थाना क्षेत्र में रखने के लिए कई क्रेनें लगाई गई हैं। शुक्रवार शाम तक 128 गाड़ियों को हटाया गया था। यह कार्य लगातार चलता रहेगा जिससे कि सभी सड़कों से जली हुई गाड़ियों को हटा दिया जाए। इन गाड़ियों का रिकॉर्ड भी रखा जाएगा।
निगम ने नोडल अधिकारी नियुक्त किए
गाड़ियों को हटाने के लिए निगम ने नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं। रात आठ बजे से सुबह के आठ बजे पूरे काम का जायजा लेने के लिए कनिष्ठ अभियंता और लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर को नोडल अधिकारी बनाया गया है। इसके अलावा चार थाना क्षेत्रों खजूरी खास, भजनपुरा, करावल नगर और गोकलपुरी के लिए आठ क्रेनों की व्यवस्था की गई है। साथ ही पुलिस व निगम की ओर से नोडल अधिकारी भी तैनात कर दिए गए हैं जिससे कि जली हुई गाड़ियों को सुरक्षित तरीके से थाने के मालखाने में रखा जा सके। ये गाड़ियां केस प्रॉपर्टी हैं।
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