हैरानी : दिल्ली में 90 प्रतिशत वाहन चालकों को सड़क संकेतों के बारे में ठीक से जानकारी नहीं
जागरूकता अभियान के पहले चरण की शुरुआत मायापुरी चौक से की गई है। यहां पर यातायात पुलिस में तैनात कांस्टेबल संदीप शाही ने अन्य पुलिसकर्मियों के साथ इस प ...और पढ़ें

नई दिल्ली (लोकेश चौहान)। राष्ट्रीय राजधानी में स्कूलों व कॉलेजों में छात्रों को यातायात नियमों के बारे में जागरूक करने के साथ ही अब यातायात पुलिस की पाठशाला सड़क पर लगनी शुरू हो गई है। इसमें मुख्य रूप से सड़क संकेतों के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। लोगों को संकेतकों के छोटे बोर्ड दिखाकर उनसे संकेत के बारे में पूछा जा रहा है। वहीं लोगों को सड़क संकेतों का चार्ट भी दिया जा रहा है।
पहले चरण में मायापुरी चौक
जागरूकता अभियान के पहले चरण की शुरुआत मायापुरी चौक से की गई है। यहां पर यातायात पुलिस में तैनात कांस्टेबल संदीप शाही ने अन्य पुलिसकर्मियों के साथ इस पहल को शुरू किया है। यातायात पुलिस में तैनात पुलिसकर्मी सबसे पहले वाहन चालकों से उनके लाइसेंस के बारे में पूछते हैं। लाइसेंस दिखाने के बाद लोगों को सड़क संकेतकों की तख्ती दिखाकर संकेत के बारे में पूछा जाता है। एक-एक करके वाहन चालकों को कई सड़क संकेतक दिखाए जाते हैं।
जागरुकता के लिए पहल
जिन संकेतों के बारे में वाहन चालकों को नहीं पता, उनके बारे में जानकारी दी जाती है और संकेतों को ठीक से समझने के बारे में भी बताया जाता है। वाहन चालकों को सड़क संकेतों की जानकारी देने के बाद उन्हें एक चार्ट भी दिया जाता है। ताकि वह दोस्तों व परिवार के सदस्यों को भी सड़क पर मौजूद संकेतों के बारे में जानकारी दे सकें और उन्हें जागरूक बना सकें।
चालकों के लिए जरूरी है संकेतों को समझना
सड़क किनारे जो संकेतक बोर्ड लगे होते हैं, वे सड़क, पार्किंग, वन-वे और यातायात के कई नियमों के साथ यातायात संकेतों के बारे में जानकारी देते हैं। इसमें स्पीड ब्रेकर से लेकर सड़क के खराब होने, सड़क पर ढलान होने और पहाड़ी क्षेत्र में पत्थर गिरने, फिसलन, वाहन को न रोकने, नो पार्किंग सहित अन्य चेतावनी को संकेतों के जरिये बताया जाता है। ऐसे में सुरक्षित और सही ड्राइविंग के लिए वाहन चालकों को इन संकेतों की जानकारी होना जरूरी है।
90 प्रतिशत लोगों को नहीं पता संकेतों के बारे में
एक सप्ताह से जागरूकता अभियान चला रही यातायात पुलिस की टीम के सामने यह बात आई है कि 90 प्रतिशत वाहन चालकों को सड़क संकेतों के बारे में ठीक से जानकारी नहीं है। करीब 50 प्रतिशत से अधिक वाहन चालक ऐसे हैं, जिन्हें अधिकांश संकेतों के बारे में बिलकुल भी जानकारी नहीं है। ऐसे में इस जागरूकता अभियान के जरिये वाहन चालकों के ज्ञान को बढ़ाने के साथ उन्हें सुरक्षित व सही ड्राइविंग के बारे में भी जानकारी दी जा रही है।
ड्राइविंग लाइसेंस मिलने पर भी खड़े हो रहे सवाल
यातायात पुलिस द्वारा शुरू किए गए इस अभियान के बाद वाहन चालकों को ड्राइविंग लाइसेंस दिए जाने की व्यवस्था पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। जिन वाहन चालकों के पास ड्राइविंग लाइसेंस हैं और उन्हें सड़क संकेतों की जानकारी नहीं है, तो उन्हें उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस किस आधार पर दिए गए हैं।

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