गाजियाबादः खोखों ने खोला प्रेमी युगल की हत्या का राज, दिल्ली पुलिस का ट्रैफिक ASI गिरफ्तार
साईं मंदिर में 25 मार्च की सुबह करीब आठ बजे प्रेमी युगल अन्नू चौहान (26) व प्रीति (32) की हत्या दिल्ली पुलिस के ट्रैफिक एएसआइ ने की थी। ...और पढ़ें

गाजियाबाद, जेएनएन। जीटी रोड स्थित साईं मंदिर में 25 मार्च की सुबह करीब आठ बजे प्रेमी युगल अन्नू चौहान (26) व प्रीति (32) की हत्या दिल्ली पुलिस के ट्रैफिक एएसआइ ने की थी। उसने ड्यूटी टाइम में ही सरकारी पिस्टल से दोनों को सात गोलियां मारी थीं। पुलिस ने मामले का पर्दाफाश कर मुख्य आरोपित और उसके साथी को गिरफ्तार किया है।
एसएसपी उपेंद्र कुमार अग्रवाल ने शनिवार को पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता कर बताया कि प्रीति एएसआइ की रिश्तेदार थी और दोनों में संबंध थे। कुछ दिन से बात न करने का वह कारण पूछने आया था, जहां विरोध पर उसने दोनों की हत्या कर दी। हत्या में प्रयुक्त पिस्टल और 9 एमएम के तीन कारतूस और स्विफ्ट कार बरामद कर ली गई है।
यूनिफार्म में की हत्या
एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित सीमापुरी निवासी दिनेश कुमार और न्यू मॉडर्न शाहदरा निवासी पिंटू शर्मा हैं। दिनेश दिल्ली पुलिस में ट्रैफिक एएसआइ है और पिलखुवा का मूल निवासी है। दिनेश के परिवार में चार बच्चे हैं और प्रीति एएसआइ के साले की साली थी। 24 मार्च को दिनेश की नाइट शिफ्ट थी। 25 मार्च की सुबह वह निर्धारित अवधि से दो घंटे पहले ही ड्यूटी छोड़कर लौटा और पिंटू को लेकर उसकी स्विफ्ट कार से सुबह सात बजे विजयनगर स्थित प्रीति के घर पहुंचा।
प्रीति साढ़े सात बजे के करीब घर से निकली और अन्नू के साथ उनकी स्कूटी पर बैठकर मंदिर आ गई। उसने दोनों का कार से पीछा किया। मंदिर के गेट पर वह उतरा और पिंटू को कार आगे लेकर जाने को कहा। इस समय वह यूनिफार्म में था, हालांकि ऊपर से जैकेट डाल रखी थी। दोनों पूजा कर लौटे तो उसने प्रीति को अपने साथ चलने को कहा। इन्कार करने पर उसने हाथ पकड़ा तो प्रीति ने झटक दिया। इससे झल्लाए दिनेश ने सरकारी पिस्टल निकाली और प्रीति को चार व अन्नू को तीन गोली मारकर भाग गया।
प्रीति ने दो दिन पूर्व बदला था नंबर
अन्नू और प्रीति करीब दो साल से एक-दूसरे को जानते थे। उनकी शादी की बात पर प्रीति ने अपना नंबर बदल लिया और दो दिन से उसने एएसआइ से बात नहीं की थी। इसको लेकर वह परेशान था। सीओ प्रथम धर्मेंद्र चौहान ने बताया कि दिनेश ने प्रीति के परिजनों को करीब 10-12 लाख रुपये भी उधार दे रखे थे। इसी कारण दिनेश उसके घर भी खूब आता था।
खोखों ने खोल दिया केस
प्रीति के बात न करने से परेशान दिनेश पिंटू के साथ वह 25 मार्च की सुबह ही प्रीति के घर पर पहुंच गया। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि वह प्रीति का पीछा कर उसके स्कूल तक जाकर उससे बात करना चाहता था। उसके विरोध पर गुस्से के कारण गोली मार दी। दिनेश ने करीब तीन माह पूर्व पिस्टल निकलवाई थी, जिसके साथ उसे 9 एमएम के 10 कारतूस मिले थे।
अन्नू-प्रीति को उसने सात गोली मारीं, जिनके खोखे पुलिस ने घटनास्थल से बरामद किए थे। इन्हीं खोखों से पुलिस को अंदेशा हो गया था कि गोली सरकारी पिस्टल से ही मारी गई थी। इसके बाद कॉल रिकॉर्ड्स और पुराने नंबर की हिस्ट्री के आधार पर पुलिस ने आरोपित को पकड़ लिया।

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