यदि दोपहर में गिरती बिल्डिग तो हो सकता था बड़ा हादसा
देव नगर में गिरी चार मंजिला बिल्डिग यदि दोपहर या दोपहर बाद गिरती तो इस हादसे में कई लोगों की जान जा सकती थी लेकिन सुबह साढ़े आठ बजे के करीब जिस समय बि ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : देव नगर में गिरी चार मंजिला बिल्डिग यदि दोपहर में गिरती तो इस हादसे में कई लोगों की जान जा सकती थी, लेकिन सुबह साढ़े आठ बजे के करीब जिस समय बिल्डिग गिरी उस समय इलाके में अधिक चहल पहल नहीं थी। वहीं, जिस तरह से बिल्डिग झुककर गिरी, ऐसे में समय रहते आसपास से लोगों को दूर हटने का मौका मिल गया।
टैंक रोड मार्केट के पास बसा यह इलाका अधिक भीड़ भाड़ वाला इलाका है। कपड़ों की थोक व खुदरा बाजार होने के कारण प्रतिदिन यहां बड़ी संख्या में लोग खरीदारी करने पहुंचते हैं। ऐसे में इलाके में सभी दुकानें दस बजे के बाद ही खुलती हैं। जिसके बाद बाजार में लोगों की भीड़ बढ़ती है। लोगों ने बताया कि जिस मार्ग पर बिल्डिग स्थित है। वहां पर दिन के समय में पैदल यात्री को भी निकलने के लिए मशक्कत करनी पड़ती है। ऐसे में देर शाम तक यह इलाका पूरी तरह व्यस्त रहता है। बिल्डिग में सुबह दस बजे के बाद काम करने पहुंचते थे कारीगर
स्थानीय लोगों ने बताया कि चार मंजिला इमारत में पहली मंजिल पर गोदाम बना हुआ था। वहीं, दूसरी व तीसरी मंजिल पर कमीज व कुर्ती बनाने की फैक्ट्री थी। ऐसे में बिल्डिग में प्रतिदिन 30 से अधिक पुरुष व महिलाएं 10 बजे के बाद काम करने के लिए पहुंचते थे।
आसपास के लोगों को लगा कि भूकंप आया
स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस समय बिल्डिग गिरी उस समय जोर से धमाका हुआ। एक पल के लिए लगा मानों भूकंप आया हो, लेकिन लोगों ने घरों से निकलकर देखा तो माजरा समझ आया। लोगों ने बताया कि बिल्डिग गिरने के बाद पूरा इलाका 15 मिनट के लिए धूल के गुबार से ढक गया था। बिल्डिग में काफी समय पहले दरार आई थी। जिसके बाद यह झुकती चली गई और अचानक यह हादसा हो गया।
-रोहित बिल्डिग के मलबे के नीचे मेरी स्वीफ्ट कार भी दब गई है। हाल ही में कार का लोन खत्म हुआ था। जिसके बाद यह हादसा हो गया।
-हिमांशु

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