छात्र के साहस के आगे लुटेरों का दुस्साहस ढेर
शाहदरा इलाके में लुटेरों के दुस्साहस पर एक बारहवीं के छात्र का साहस भारी पड़ गया। दिनदहाड़े पेट्रोल पंप बदमाशों ने छात्र से मोटरसाइकिल लूटने की कोशिश की ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : शाहदरा इलाके में लुटेरों के दुस्साहस पर एक बारहवीं के छात्र का साहस भारी पड़ गया। दिनदहाड़े पेट्रोल पंप पर बदमाशों ने छात्र से मोटरसाइकिल लूटने की कोशिश की। छात्र पर कट्टा तान दिया। यह देख पेट्रोल पंप के 8-10 कर्मचारी कमरे में छिप गए, लेकिन छात्र लुटेरे से भिड़ गया। करीब तीन मिनट तक लुटेरे के साथ छात्र की गुत्थमगुत्था हुई और छात्र ने बदमाशों का कट्टा छीन लिया। यह देख बदमाश दो अन्य साथियों संग वहां से भाग गया। लेकिन यह घटना पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बहादुर छात्र करण चौधरी (17) से लुटेरे का कट्टा बरामद कर लिया और उसके बयान पर केस दर्ज कर लिया। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त वेद प्रकाश सूर्या ने छात्र की बहादुरी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सीसीटीवी फुटेज के जरिये बदमाशों की पहचान की कोशिश की जा रही है।
करण चौधरी परिवार के साथ गली नंबर-15, बलवीर नगर एक्सटेंशन में रहते हैं। प्री-मेडिकल प्रवेश परीक्षा के लिए वह जनकपुरी स्थित एक सेंटर से को¨चग ले रहे हैं। रविवार सुबह करीब 6:00 बजे वह अपनी केटीएम ड्यूक मोटरसाइकिल से को¨चग सेंटर जाने के लिए निकले थे। शाहदरा स्थित अशोक पंप पर वह पेट्रोल डलवाने लगे। जब वह पंप से बाहर निकले तभी एक स्कूटी पर तीन बदमाश आ गए। एक बदमाश कट्टा लेकर करण की तरफ बढ़ा। उसने मोटरसाइकिल छीनने की कोशिश की। करण मोटरसाइकिल वहीं पर छोड़कर उसकी चाबी लेकर पेट्रोल पंप के अंदर चले गए। उन्होंने पेट्रोल पंप के कर्मचारियों से मदद मांगी। इस दौरान बदमाश वहां पहुंच गया और कट्टा दिखाते हुए कहा कि इससे मेरी दुश्मनी है, तुम लोग भाग जाओ। यह सुनकर पंप के सभी कर्मचारी एक कमरे में छिप गए। इसके बाद लुटेरा करण से मोटरसाइकिल की चाबी छीनने लगा। हेलमेट लगाए करण बदमाश से भिड़ गए। इस दौरान बदमाश ने कट्टे की बट से कई बार करण के हाथ पर हमला किया, लेकिन करण पीछे नहीं हटे। करण ने बदमाश से उसका कट्टा छीन लिया। इसके बाद बदमाश अपने दोनों साथियों के साथ वहां से भाग गया। मोटरसाइकिल नहीं जाने देता : करण
सिद्धार्थ इंटरनेशनल स्कूल में बारहवीं कक्षा में पढ़ने वाले करण का कहना है कि उन्होंने मोटरसाइकिल पिता से जिद करके खरीदी थी। इसे वह हाथ से जाने नहीं देते। कट्टा देखकर थोड़ी देर के लिए वह भी सिहर गए थे, लेकिन मोटरसाइकिल खोने का ख्याल आते ही वह बदमाश से भिड़ गए। वह पेट्रोल पंप के कर्मचारियों के रवैये से काफी आहत हैं। करण ने बताया कि दो-तीन कर्मचारी मदद के लिए आगे आए, लेकिन कट्टा देखते ही सभी लोग गायब हो गए। उनकी बहादुरी पर पिता बादल चौधरी, मां व भाई-बहन को भी गर्व है। करण घर मं सबसे छोटे हैं। उनकी बहन मेडिकल और भाई वकालत की पढ़ाई कर रहे हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।