संशोधित सूची से घटे मतदाता, 31 अक्टूबर तक जमा कराएं आपत्ति
लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने मतदाता सूची में संशोधन और सुधार की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जो एक सितंबर से 31 अक्टूबर के बीच चलेगी। एक जनवरी को मतदाता सूची का अंतिम प्रारूप आएगा।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव 2019 के मद्देनजर मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय ने मतदाता सूची में संशोधन और सुधार की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जो एक सितंबर से 31 अक्टूबर के बीच चलेगी। एक जनवरी को मतदाता सूची का अंतिम प्रारूप आएगा।
जानकारी के मुताबिक, मतदाता सूची को सुधारने के लिए चलाए गए विशेष अभियान में 1,41,766 मतदाता कम हो गए हैं। यह सभी नाम मतदाता सूची से हटा दिए गए हैं। दरअसल, इससे पूर्व 23 अक्टूबर 2017 को ड्राफ्ट मतदाता यसवोटर लिस्ट जारी की गई थी। इसमें कुल 1,37,57,542 मतदाता थे। अब एक सितंबर यानी शनिवार को जारी होने वाली ड्राफ्ट मतदाता सूची में 1,36,15,776 मतदाता रह गए हैं।
चुनाव कार्यालय के अनुसार, ड्राफ्ट मतदाता सूची के आधार पर लोग अपनी आपत्तिया 31 अक्टूबर तक जमा करवा सकते हैं। नामों की सत्यता जांचने के लिए ग्राम सभाओं, स्थानीय निकायों और आरडब्ल्यूए के साथ 15 सितंबर और छह अक्टूबर को बैठक की जाएगी। इसके अलावा 16 सितंबर और सात अक्टूबर को बीएलओ यानी बूथ लेवल अधिकारी के साथ मिलकर विशेष अभियान भी चलाया जाएगा।
27-28 सितंबर को सीनियर सेकेंडरी स्कूलों, कॉलेजों, पॉलीटेक्निक और आइटीआइ में विशेष शिविर का आयोजन किया जाएगा। आपत्तियों पर सुनवाई 30 नवंबर से पूर्व कर ली जाएगी। मतदाता सूची को अपडेट करने का काम तीन जनवरी 2019 से पहले किया जाएगा। चार जनवरी को फाइनल मतदाता सूची का प्रकाशन होगा।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अनुसार, इस प्रक्रिया का मकसद नए मतदाताओं को सूची में जोड़ना है। खासतौर पर ऐसे मतदाता, जो एक जनवरी 2019 तक 18 साल के हो रहे हैं। इसके अलावा इस प्रक्रिया का मकसद मतदाता सूची की खामियों को दूर करना भी है।
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