हलाला पर सुप्रीम कोर्ट जाने वाली फरजाना को भी मिल रहीं हत्या की धमकियां
तीन तलाक पीडि़ता फरजाना ने 23 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में निकाह हलाला को खत्म करने के लिए याचिका दाखिल की है। इस पर सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ सुनवाई करेगी।
नई दिल्ली (जेएनएन)। बुलंदशहर के सिकंदराबाद की फरजाना द्वारा हलाला को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल किए जाने के के बाद उन्हें हत्या की धमकियां मिलने लगी हैं। फरजाना ने बताया कि उनके पूर्व पति समेत अन्य लोगों के द्वारा उनको और उनके परिवार को धमकियां दी जा रही हैं। आल इंडिया वूमन प्रेस कॉर्प में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने अपने व परिवार की सुरक्षा की मांग की है। पत्रकार वार्ता में वह पिता मो. शाहिद, सामाजिक कार्यकर्ता डॉ. शमीना व अधिवक्ता विवेक नारायण शर्मा के साथ मौजूद थीं। उनकी चार साल की बेटी भी साथ थी।
बता दें कि तीन तलाक पीडि़ता फरजाना ने 23 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में निकाह हलाला को खत्म करने के लिए याचिका दाखिल की है। इस पर सुप्रीम कोर्ट की संवैधानिक पीठ सुनवाई करेगी। फरजाना ने बताया कि 25 मार्च 2013 को उनकी शादी गौतमबुद्ध नगर के कासना निवासी अब्दुल कादिर से हुई थी।
शादी के बाद उन्हें पता चला कि पति का अवैध संबंध किसी महिला से है। विरोध करने पर पति प्रताडि़त करने लगा। आखिरकार करीब एक साल बाद उनके घर वाले उन्हें पति के घर से ले गए। तब चिट्ठी के माध्यम से पति ने उनको तलाक दे दिया। उनकी बेटी मायके में ही हुई। उन्होंने कहा कि बाद में पति फोन कर मुंहबोले बाप से हलाला कर फिर निकाह का दबाव बनाने लगा जिसे उन्होंने मना कर दिया। फरजाना ने बताया कि फिलहाल उनका परिवार खौफ में जी रहा है।
फरजाना के पिता ने बताया कि बेटी को न्याय दिलाने के लिए उन्होंने पुलिस से लेकर स्थानीय न्यायालय का भी दरवाजा खटखटाया था। पांच बेटियों व तीन बेटों के पिता शाहिद ने भर्राए गले से बताया कि उन्हें पैरालायसिस है। वे कुछ कमा नहीं सकते। पहले बेटियों को ब्याहने की कोशिश में अभी किसी बेटे की शादी नहीं हुई है। वहीं पहली बेटी के निकाह बाद ही यह जख्म मिल गया है, जिससे उनका दिल बैठ गया है।
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