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    घूस लेते थानाध्यक्ष व यूनिटेक बिल्डर का वकील गिरफ्तार

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 31 Jul 2018 09:49 PM (IST)

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : दक्षिणी जिले के साकेत थाने के थानाध्यक्ष नीरज कुमार व यूनिटेक बिल्डर के वकील को गिरफ्तार किया है।

    घूस लेते थानाध्यक्ष व यूनिटेक बिल्डर का वकील गिरफ्तार

    जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : दक्षिणी जिले के साकेत थाने के थानाध्यक्ष नीरज कुमार व यूनिटेक बिल्डर के वकील नीरज वालिया को सीबीआइ की टीम ने मंगलवार सुबह भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया। बिल्डर की तरफ से नीरज वालिया जब नीरज कुमार को थाने में दो लाख रुपये रिश्वत दे रहा था तभी उन्हें दबोच लिया गया। पुलिस महकमे में यह बात आग की तरह फैल गई। दिनभर इसको लेकर चर्चा होती रही। शाम को पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक के निर्देश पर थानाध्यक्ष नीरज कुमार को निलंबित कर उनके खिलाफ जांच बैठा दी गई। दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।

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    सीबीआइ सूत्रों के मुताबिक यूनिटेक बिल्डर के खिलाफ साकेत कोर्ट ने साकेत थानाध्यक्ष के पास धोखाधड़ी के करीब 47 मामलों को ट्रांसफर कर जांच करने के निर्देश दिए थे। बिल्डर ने थानाध्यक्ष से साठगांठ कर जांच धीमी गति से करने को कहा। नीरज वालिया बिल्डर व थानाध्यक्ष के बीच बिचौलिये की भूमिका निभा रहा था। आरोप है कि बिल्डर हर महीने थानाध्यक्ष को मोटी रकम पहुंचाता था। कई महीने तक उसने थानाध्यक्ष को लाखों रुपये दिए, लेकिन जिले के डीसीपी रोमिल बानिया को इस बात की भनक तक कैसे नहीं लगी इसको लेकर भी सवाल खड़े हो गए हैं। मुख्यालय सूत्रों के मुताबिक डीसीपी की भूमिका की भी जांच की जा रही है। गृहमंत्रालय व उपराज्यपाल तक बात पहुंचने पर डीसीपी पर भी गाज गिर सकती है। निवेशकों ने की थी सीबीआइ से शिकायत

    कोर्ट के आदेश के बावजूद बिल्डर के खिलाफ कोई कार्रवाई न करने पर कुछ निवेशकों ने तंग आकर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) में शिकायत कर दी थी। इसके बाद सीबीआइ ने बिल्डर के फोन को इंटरसेप्ट किया। रिश्वत देने की बात सामने आने पर सीबीआइ ने मंगलवार को यूनिटेक कंपनी के अधिकारी समेत नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर छापेमारी शुरू की। जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया उनमें साकेत थानाध्यक्ष नीरज कुमार, यूनिटेक कंपनी के फाउंडर रमेश चंद्रा, उपमा चंद्रा, संजय चंद्रा, अजय चंद्रा, सीमा मांगा, प्रदीप कुमार, हौजखास थाने में तैनात इंस्पेक्टर संजय शर्मा, अधिवक्ता नीरज वालिया आदि शामिल हैं। नीरज कुमार व नीरज वालिया को गिरफ्तार करने के बाद सीबीआइ की टीम ने इंस्पेक्टर संजय शर्मा को दबोचने के लिए छापेमारी की, लेकिन वह वहां से भागने में कामयाब हो गए। हौजखास थाना, डीसीपी कार्यालय से सटा हुआ है। साकेत थाने के कई पुलिसकर्मियों को बिल्डर द्वारा पैसे देने की जानकारी सीबीआइ को मिली है। कई जगह रही है तैनाती

    नीरज कुमार 1994 में दिल्ली पुलिस में एसआइ के तौर पर भर्ती हुए थे। वह पश्चिमी दिल्ली, आर्थिक अपराध शाखा, पूर्वी दिल्ली, रोहिणी, उत्तरी व दक्षिणी जिले के अलावा क्राइम ब्रांच व पुलिस प्रशिक्षण सेंटर में भी रहे। कुछ साल पहले उनकी तैनाती साकेत थानाध्यक्ष के रूप में हुई थी। वहीं नीरज वालिया यूनिटेक बिल्डर का अधिवक्ता है। वह दिल्ली पुलिस के सेवानिवृत्त एसीपी का बेटा है।