Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    व्यावसायिक प्रतिद्वंदिता में चचेरे भाई ने कराई थी युवक की हत्या

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 31 May 2018 10:20 PM (IST)

    जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली बेगमपुर थाना पुलिस ने 19 मई को पार्क में टहलने के दौरान युव

    व्यावसायिक प्रतिद्वंदिता में चचेरे भाई ने कराई थी युवक की हत्या

    जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली

    बेगमपुर थाना पुलिस ने 19 मई को पार्क में टहलने के दौरान युवक की हत्या की गुत्थी सुलझा ली है। व्यावसायिक प्रतिद्वंदिता के कारण युवक के चचेरे भाई ने ही हत्या की साजिश रची थी। पुलिस ने मामले में युवक के चचेरे भाई अभिषेक प्रताप ¨सह व सुपारी लेकर वारदात को अंजाम देने के आरोपित कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रोहिणी जिले के पुलिस उपायुक्त रजनीश गुप्ता ने बताया कि 19 मई को रोहिणी सेक्टर 24 में पार्क में टहलने के दौरान मुकेश की गोली मार हत्या कर दी गई थी। इस बाबत एसीपी सौरभ चंद्रा की देखरेख में एसएचओ आरएस मीणा, इंस्पेक्टर सतवीर ¨सह और एसआइ सुरेंद्र की टीम को शुरुआती जांच में पता चला कि मुकेश सुपर मार्केट एवं अन्य स्थानों पर मजदूरों को उपलब्ध कराते थे। इस जानकारी के आधार पर मुकेश के लिए काम करने वाले करीब पांच सौ मजदूरों का रिकार्ड खंगाला गया। इसमें कुलदीप नाम का मजदूर घटना के दिन से ही लापता था। उसके बारे में यह जानकारी मिली कि वह काफी उग्र स्वभाव का है। ऐसे में कुलदीप के फोन की काल डिटेल्स खंगालने पर पता चला कि वह हत्या के वक्त मौके पर मौजूद था। पुलिस ने बुधवार को कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि उसने मुकेश के चचेरे भाई अभिषेक प्रताप के कहने पर इस वारदात को अंजाम दिया है। इसके बाद पुलिस ने अभिषेक को दबोच लिया।

    पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभिषेक मजदूरों को उपलब्ध कराने की एजेंसी चलाता है। इसी एजेंसी में मुकेश भी बतौर सुपरवाइजर काम करता था, लेकिन 2011 में मुकेश ने अपने भाई का साथ छोड़कर खुद का यही व्यवसाय शुरू किया। वह धीरे-धीरे अभिषेक से ठेके छीनने लगा और साथ ही उसके आदमियों को भी अपनी तरफ मिला लिया। इसी वजह से वह अपने भाई से खुन्नस खाए था। अभिषेक ने मुकेश के पास काम करने वाले कुलदीप को हत्या करने के लिए संपर्क किया। उसे 15 हजार रुपये प्रति माह तीन साल तक देने का वादा किया गया। साथ ही पकड़े जाने पर छुड़ाने की भी बात कही थी। इसलिए वह मुकेश की हत्या के लिए तैयार हो गया।