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    छात्रों का दावा 1300 रुपये में बिकते थे वायरल प्रश्नपत्र, अभिभावकों ने की थी शिकायत

    By Amit MishraEdited By:
    Updated: Thu, 29 Mar 2018 07:19 AM (IST)

    एक छात्रा ने कहा कि उनके दोस्तों ने कहा था कि उन्होंने 1300 रुपये में प्रश्नपत्र खरीदे थे, लेकिन वह प्रश्नपत्र कहां से आए थे, इसकी जानकारी खरीदने वाले ...और पढ़ें

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    छात्रों का दावा 1300 रुपये में बिकते थे वायरल प्रश्नपत्र, अभिभावकों ने की थी शिकायत

    नई दिल्ली [जेएनएन]। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) गणित व इकोनॉमिक्स के प्रश्नपत्र लीक होने के बाद से जहां बैकफुट पर है, वहीं छात्रों का आरोप है कि पेपर वायरल होने के बाद 1300-1300 रुपये में बेचे भी गए हैं। हालांकि आरोप लगाने वाले छात्र अपनी पहचान जाहिर होने के डर से सामने आने से कतरा रहे हैं।

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    1300 रुपये में प्रश्नपत्र खरीदे थे

    बारहवीं के छात्रों ने 26 मार्च को इकोनॉमिक्स की परीक्षा दी थी, जबकि 28 मार्च को दसवीं के छात्रों ने गणित की परीक्षा दी थी। इन दोनों विषयों के हाथ से लिखे हुए प्रश्नपत्र परीक्षा शुरू होने से पहले ही सोशल मीडिया में वायरल थे। नाम न बताने की शर्त पर एक छात्रा ने कहा कि उनके दोस्तों ने कहा था कि उन्होंने 1300 रुपये में प्रश्नपत्र खरीदे थे, लेकिन वह प्रश्नपत्र कहां से आए थे, इसकी जानकारी खरीदने वाले उनके दोस्तों के पास भी नहीं है।

    सच्चाई का पता चला

    वहीं नाम न छापने की शर्त पर एक अभिभावक कहते हैं कि मंगलवार शाम को हाथ से लिखा हुआ गणित का प्रश्नपत्र उनके मोबाइल फोन में आया था। भेजने वाले ने इसे दावे के साथ असली प्रश्नपत्र बताया था, लेकिन उन्होंने इस बात को गंभीरता से नहीं लिया। बुधवार को आयोजित हुई परीक्षा के बाद जब असली प्रश्नपत्र से वायरल प्रश्नपत्र का मिलान किया तो तब सच्चाई का पता चला।

    प्रश्नपत्र लीक होने की आशंका लग रही थी

    एक स्कूल की प्रधानाचार्य कहती हैं कि इकोनॉमिक्स के प्रश्नपत्र के लीक होने के बारे में एक अभिभावक ने उन्हें बताया था। दूसरे दिन वह दोनों प्रश्नपत्रों के साथ मिले तो प्रश्नपत्र लीक होने की आशंका लग रही थी। सीबीएसई ने इन दोनों विषयों की परीक्षा दोबारा आयोजित करने की घोषणा कर आंशका को सही साबित कर दिया है।

    दोषियों को सख्त से सख्त सजा देनी चाहिए

    राजकीय विद्यालय शिक्षक संघ दिल्ली के अध्यक्ष सीपी सिंह का कहना है कि उनसे भी कई अभिभावकों ने वायरल प्रश्नपत्र की शिकायत की थी। सीबीएसई की लापरवाही के कारण प्रश्नपत्र लीक हुए हैं, जिसका खामियाजा बच्चों को उठाना पड़ रहा है। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जानी चाहिए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा देनी चाहिए। 

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