Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शिव मंदिर गुफा वाला, प्रीत विहार

    By Edited By:
    Updated: Mon, 01 Aug 2016 05:52 PM (IST)

    यमुनापार में सर्वाधिक प्रसिद्ध एवं प्राचीन मंदिरों से एक है गुफा वाला शिव मंदिर। इस मंदिर में पूरे य

    यमुनापार में सर्वाधिक प्रसिद्ध एवं प्राचीन मंदिरों से एक है गुफा वाला शिव मंदिर। इस मंदिर में पूरे यमुनापार क्षेत्र ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में रहने वाले लोग भी बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। यहां बड़ी संख्या में लोग जो दिल्ली में परिचितों के यहां आते हैं, वे भी घूमने के लिए अक्षरधाम के बाद दूसरे नंबर पर इसी मंदिर का चयन करते हैं। मंदिर में सभी देवी-देवताओं की काफी बड़ी प्रतिमाओं सहित काफी बड़ा शिव¨लग भी स्थापित है, जो लोगों के आकर्षण का केंद्र है। यहां सुबह से शाम तक बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ जुटी रहती है। इसमें बच्चों से बुजुर्गो तक सभी शामिल होते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इतिहास

    अगर प्रीत विहार स्थित इस मंदिर की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि की बात करें तो जी-ब्लॉक में जहां पर अब यह मंदिर मौजूद है, वहां 1987 में पुराने समय में बहुत छोटा सा शिव मंदिर हुआ करता था। इसके बाद धीरे-धीरे मंदिर का विकास होता गया और सभी देवी देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित की गई। यहां सबसे प्रसिद्ध गुफा का निर्माण कार्य1994 में कराया गया, जो 120 फुट लंबी है। इसके बाद मंदिर में 56 हजार किलोग्राम का एक शिव¨लग स्थापित किया गया, जिसमें 12 स्वरूप मौजूद हैं। इस मंदिर को पूरा भव्य स्वरूप देने का काम 2000 में पूरा कराया गया।

    तैयारियां

    अगर विशेष पर्वो के दौरान इस मंदिर की रौनक की बात करें तो वह भी मंदिर की प्रसिद्धि के अनुसार ही रहती है। यहां सनातन धर्म के सभी ¨हदू त्योहारों पर भव्य आयोजन होते हैं। सावन में सबसे ज्यादा शिव भक्तों की भीड़ उमड़ती है। कांवड़ियों के लिए यहां विशेष रूप से जलाभिषेक के प्रबंध कराए जाते हैं। सावन के हर सोमवार को मंदिर में भक्तों की खासी भीड़ रहती है। इसे देखते हुए सेवादारों को तैनात किया जाता है। इसके लिए यहां हर बार कई तरह की तैयारियां की जाती हैं। मंदिर की साज-सज्जा का काम सबसे पहले पूरा कर लिया जाता है, वहीं भक्तों की सुरक्षा दृष्टि से भी यहां सीसीटीवी कैमरों सहित कई तरह के विशेष इंतजाम कराए जाते हैं।

    ऐसे पहुंचें

    प्रीत विहार में गुफा वाले मंदिर की प्रसिद्धि तो इतनी है कि यहां कड़कड़ी मोड़ पर पहुंचकर कोई भी व्यक्ति किसी भी छोटे सार्वजनिक वाहन चालक से पूछे तो वह उसे वहां तक छोड़कर आ जाएगा। हालांकि मंदिर की बड़ी प्रतिमाएं यहां के फ्लाईओवर से ही नजर आती हैं। नजदीकी मेट्रो स्टेशन की बात करें तो प्रीत विहार और निर्माण विहार हैं, वहीं कड़कड़डूमा मेट्रो स्टेशन भी अधिक दूर नहीं है। दिल्ली परिवहन निगम की बस सेवा भी कड़कड़ी मोड़ से लेकर प्रीत विहार कॉलोनी के मोड़ पर तक पहुंचाती है।

    ----------------

    जब यह मंदिर छोटा था, तब से यहां के आसपास के क्षेत्र में रहने वाले लोगों की पूरी श्रद्धा बनी हुई है। मंदिर के विस्तार के साथ ही यहां आने वाले धर्मप्रेमियों की संख्या में दिनोंदिन बढ़ोतरी होती रही।

    - ओम प्रकाश तिवारी, पुजारी।

    मंदिर में आने वाले भक्तों की आस्था और भगवान भोलेनाथ की कृपा से ही यह मंदिर दूरदराज के क्षेत्रों में भी आस्था का प्रतीक बना हुआ है। भक्तों का मानना है कि यहां आने से उनकी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।

    - विनोद शर्मा, अध्यक्ष, मंदिर समिति।

    comedy show banner
    comedy show banner