IND vs ENG: वर्ल्ड चैंपियन भारतीय टीम का टी20 में दबदबा कायम, इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में 3-1 से ली अजेय बढ़त
पांच मैच की टी20I सीरीज का चौथा मुकाबला पुणे में खेला गया। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने 181 रन बनाए थे। जवाब में इंग्लैंड टीम 166 रन पर सिमट गई। भारत ने 15 रन से इस मैच को जीता। इसके साथ ही मैन इन ब्लू ने 5 मैचों की सीरीज पर 3-1 से कब्जा जमाया।

नई दिल्ली, जेएनएन। साउथ अफ्रीका को रोमांचक फाइनल में हराकर टी20 वर्ल्ड चैंपियन बने भारत का दबदबा इस प्रारूप में तब से कायम है। पहले जिम्बाब्वे, फिर श्रीलंका, इसके बाद बांग्लादेश और फिर साउथ अफ्रीका को इस प्रारूप में हराने वाली भारतीय टीम ने मेहमान इंग्लिश टीम को भी चौथे टी-20 मुकाबले में 15 रनों से हराकर पांच मैचों की सीरीज में 3-1 से अजेय बढ़त बना ली है।
इसके साथ ही भारत ने इस प्रारूप में 2019 से लगातार 17वीं द्विपक्षीय सीरीज जीत ली। शुक्रवार को पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए आलराउंडर हार्दिक पांड्या और शिवम दुबे के अर्धशतक के दम पर नौ विकेट पर 181 रन बनाए। जवाब में इंग्लिश टीम 19.4 ओवर में 166 रन पर ऑलआउट हो गई। इस दौरान शिवम दुबे के कन्कशन सब्स्टीट्यूट के रूप में डेब्यू करने वाले हर्षित राणा और रवि बिश्नोई ने तीन-तीन विकेट झटके।
पदार्पण पर चमके राणा
शुरुआती तीनों मैच में केवल एक तेज गेंदबाज के साथ खेलने वाली भारतीय टीम चौथे टी-20 में भी इसी योजना के साथ उतरी थी। हालांकि, होनी को कुछ और मंजूर था। भारतीय टीम की बल्लेबाजी के दौरान अंतिम ओवर की पांचवीं गेंद शिवम दुबे को हेलमेट पर लग गई, और यही टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध पर्थ में डेब्यू करने वाले हर्षित राणा के इस प्रारूप में पदार्पण का द्वार बन गया। हर्षित ने मिले इस अवसर को दोनों हाथों से लपका और महत्वपूर्ण मुकाबले में तीन विकेट झटककर मैच का रुख भारत के पक्ष में मोड़ दिया। हर्षित ने मैच के दौरान एक गेंद 151 किमी प्रति घंटे से अधिक की गति की भी फेंकी।
स्पिनरों ने फिर अंग्रेजों को नचाया
शुरुआती तीन मैचों में भारतीय स्पिनरों के आगे बेबस दिखे अंग्रेजी बल्लेबाज इस मैच में भी अधिक प्रभावित नहीं कर सके। 182 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की शुरुआत अच्छी रही, परंतु जैसे ही 62 रन के स्कोर पर उन्होंने ओपनर बेन डकेट का विकेट गंवाया, भारतीय स्पिनरों ने मैच में शिकंजा कसना शुरू कर दिया। पहले अक्षर पटेल, फिर रवि बिश्नोई और अंत में वरुण चक्रवर्ती की तिकड़ी ने इंग्लैंड के छह बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखा दी।
शमी फिर बाहर, रिंकू-अर्शदीप की वापसी
ईडन गार्डेंस में हुए मुकाबले में चोटिल हुए भारतीय आक्रामक बल्लेबाज रिंकू सिंह ने चौथे टी-20 मैच में वापसी कर ली। वहीं, 14 महीने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी को फिर टीम में जगह नहीं मिली। उनकी जगह तीसरे टी-20 मैच में विश्राम करने वाले अर्शदीप सिंह खेले। वहीं, चोटिल नीतीश रेड्डी की जगह टीम में शामिल होने वाले ऑलराउंडर शिवम दुबे ने मैच में अपने बल्ले से महत्वपूर्ण योगदान दिया।
साकिब का कमाल
इससे पहले, सीरीज में पहली बार मार्क वुड की जगह अंग्रेजी टीम में शामिल हुए दाएं हाथ के तेज गेंदबाज साकिब महमूद ने अपने पहले और मैच के दूसरे ही ओवर में भारत को तीन झटके दे दिए। मेडन ओवर के पहली ही गेंद पर उन्होंने सैमसन, दूसरे पर तिलक और ओवर के अंतिम गेंद पर कप्तान सूर्यकुमार यादव का शिकार कर भारतीय टीम को बैकफुट पर भेज दिया। जोफ्रा आर्चर को छोड़कर सभी इंग्लिश गेंदबाजों को सफलता मिली।
सैमसन का संघर्ष जारी
बांग्लादेश और साउथ अफ्रीका के खिलाफ दो महीने के भीतर टी-20 में तीन शतक जड़ने वाले भारतीय ओपनर संजू सैमसन का संघर्ष इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टी20 में भी जारी रहा। सीरीज के शुरुआत तीन मुकाबलों में आर्चर की शरीर पर की गई बाउंसर का शिकार रहे संजू, चौथे टी-20 मुकाबले में भी साकिब की ऐसी ही गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे। इस बार उन्होंने डीप स्क्वायर लेग पर खड़े कार्स को ढूंढ़ लिया। उनकी खराब बल्लेबाजी का प्रभाव उनकी फील्डिंग में भी दिखा। कीपिंग के दौरान उन्होंने भले एक कैच पकड़ी हो, परंतु दो बार उन्होंने अवसर गंवा दिया।
कप्तान सूर्य फिर फ्लॉप
कप्तान सूर्यकुमार यादव का बल्ला एक बार फिर सीरीज में नहीं चल सका। उन्होंने जब से टी-20 में भारतीय टीम की कप्तानी संभाली है, तब से उनका बल्ला शांत है। 2024 से सूर्य ने 21 टी-20 मैच खेले हैं और उनका औसत 40 से घटकर 26 हो गया है। हालांकि, स्ट्राइक रेट अब भी 150 के करीब है, लेकिन बीते तीन वर्षों की तुलना में बड़ी पारी बहुत कम खेली हैं। पिछले सात टी-20 मैचों में उनके बल्ले से एक बार भी 30 रन नहीं निकले हैं। वह 21, 4, 1, 0, 12, 14 और 0 रन ही बना पाए हैं। इंग्लैंड के विरुद्ध सीरीज में चार मैचों में केवल 26 रन बना पाए हैं, दो मुकाबलों में वह खाता भी नहीं खोल सके हैं।
हार्दिक-दुबे चमके
भारतीय टीम ने 79 के स्कोर पर जब रिंकू सिंह का विकेट गंवाया, टीम बहुत मुश्किल में दिख रही थी। हालांकि, इसके बाद टीम के दिग्गज ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या (53) ने शिवम दुबे (53) के साथ छठे विकेट के लिए केवल 44 गेंदों में 87 रनों की साझेदारी कर मैच में भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा दिया। इस दौरान हार्दिक पांड्या ने 30 गेंदों की पारी में चार चौके और इतने ही छक्के, जबकि शिवम दुबे ने 34 गेंदों में सात चौके और दो छक्के जड़े।
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