Move to Jagran APP

Sachin Tendulkar Birthday: हाथ में 6 टांके, फिर भी खेलने को जुनूनी थे सचिन, Dhoni की टीम से ली थी टक्‍कर

Sachin Tendulkar Birthday Special Story महान बल्‍लेबाज सचिन तेंदुलकर अपना 50वां जन्‍मदिन मना रहे हैं। सचिन तेंदुलकर के आईपीएल करियर का यह खास किस्‍सा है जब उन्‍होंने क्रिकेट के प्रति अपनी दीवानगी दिखाई और दर्द के बावजूद मैच में शिरकत की।

By Abhishek NigamEdited By: Abhishek NigamPublished: Mon, 24 Apr 2023 12:54 AM (IST)Updated: Mon, 24 Apr 2023 10:17 AM (IST)
Sachin Tendulkar Birthday: हाथ में 6 टांके, फिर भी खेलने को जुनूनी थे सचिन, Dhoni की टीम से ली थी टक्‍कर
Happy Birthday Sachin: सचिन तेंदुलकर ने चोट के बावजूद फाइनल मैच खेला

नई दिल्‍ली, स्‍पोर्ट्स डेस्‍क। Sachin Tendulkar's 50th birthday: हाथ में छह टांके, दर्द इतना ज्‍यादा कि बल्‍ला नहीं थामा जा रहा, लेकिन फाइनल मैच का प्रेशर। सामने एमएस धोनी की चेन्‍नई सुपरकिंग्‍स टीम। पहले दो सीजन की नाकामी। मुंबई इंडियंस जैसी नामी फ्रेंचाइजी। दांव पर साख।

prime article banner

इन सबके बीच फैंस की नजरें सिर्फ एक खिलाड़ी पर और वो कोई और नहीं बल्कि सचिन तेंदुलकर हैं। तेंदुलकर पर हमेशा ही फैंस की टकटकी लगी रही है। वो ऐसे बल्‍लेबाज हैं, जिनके आउट होने पर लोग अपनी टीवी बंद करके बाकी के काम किया करते थे। यह दौर बदस्‍तूर जारी रहा।

महान बल्‍लेबाज सचिन तेंदुलकर 24 अप्रैल 2023 को अपना 50वां जन्‍मदिन मना रहे हैं। क्रिकेट के मैदान में बल्‍ले से कई कीर्तिमान स्‍थापित करने वाले सचिन को महानतम बल्‍लेबाजों में से एक माना जाता है। क्रिकेट फैंस अच्‍छी तरह जानते हैं कि मास्‍टर ब्‍लास्‍टर की क्रिकेट के प्रति दीवानगी किस स्‍तर की है। इस जुनून की झलक उनके खेल में हमेशा देखने को मिली और यही वजह रही कि बल्‍लेबाजी में परफेक्‍शन के साथ उन्‍हें क्रिकेट के भगवान का दर्जा प्राप्‍त हुआ।

क्रिकेट के भगवान माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर के कई ऐसे किस्‍से हैं, जिसे याद किया जा सकता है। मगर इस समय आईपीएल चल रहा है, जिसका क्रेज फैंस के सिर चढ़कर बोल रहा है। ऐसे में सचिन तेंदुलकर के जन्‍मदिन पर, उनके आईपीएल से जुड़े किस्‍से को याद करना सोने पे सुहागा जैसा लगेगा।

तेंदुलकर ने आईपीएल के छह सीजन में बढ़-चढ़कर हिस्‍सा लिया और अपनी स्‍टाइलिश बल्‍लेबाजी से फैंस का भरपूर मनोरंजन किया। फैंस जानते हैं कि सचिन पाजी कितने बढ़‍िया बल्‍लेबाज हैं, लेकिन कम ही लोग दूसरे पहलु पर ध्‍यान देते हैं।

सचिन तेंदुलकर बेशक बेहतरीन बल्‍लेबाज थे, लेकिन इसके लिए उन्‍होंने कड़ी तपस्‍या की। असहनीय दर्द होने के बावजूद सिर्फ क्रिकेट के प्रति शिद्दत की खातिर मैच में शिरकत की। आज तेंदुलकर के जन्‍मदिन पर ऐसा ही एक विशेष किस्‍सा आपको बताने जा रहे हैं।

चोटिल हुए तेंदुलकर

सचिन तेंदुलकर के लिए आईपीएल 2010 सीजन बेहद खास रहा। इस सीजन में उन्‍होंने 618 रन बनाए और प्‍लेयर ऑफ द सीरीज बने। तेंदुलकर आईपीएल में मुंबई इंडियंस का प्रतिनिधित्‍व करते थे। उनके नेतृत्‍व में फ्रेंचाइजी ने तीसरे सीजन में बेहतरीन प्रदर्शन किया और फाइनल में प्रवेश किया। सचिन तेंदुलकर ने बताया कि उन्‍होंने असहनीय दर्द के बावजूद फाइनल मैच में हिस्‍सा लिया था। मास्‍टर ब्‍लास्‍टर को सेमीफाइनल मुकाबले में चोट लगी थी।

सचिन तेंदुलकर ने इसका जिक्र अपनी आत्‍मकथा 'प्‍लेइंग इट माय वे' में किया। तेंदुलकर ने बताया, 'पहले दो सीजन की नाकामी के बाद मुंबई इंडियंस ने तीसरे सीजन में दमदार प्रदर्शन किया। हमें हराना किसी भी टीम के लिए मुश्किल कड़ी साबित हो रहा था। दुर्भाग्‍यवश, सेमीफाइनल मुकाबले में स्लिप में कैच लेते समय मैं चोटिल हो गया। मेरे दाएं हाथ की ऊंगलियों के बीच से खून बह रहा था। मुझे वहां छह टाके लगे और मैं ढंग से बल्‍ला नहीं पकड़ पा रहा था।'

उन्‍होंने आगे बताया, 'जिन लोगों ने मेरी चोट देखी थी। उनका मानना था कि एमएस धोनी के नेतृत्‍व वाली चेन्‍नई सुपरकिंग्‍स के खिलाफ फाइनल मैच में मैं शिरकत नहीं कर पाऊंगा। हालांकि, मैं इस मैच में हिस्‍सा लेने के लिए प्रतिबद्ध था।'

दर्द भुलाने के लिए बहुत कुछ किया

सचिन तेंदुलकर ने आगे बताया, 'फाइनल की सुबह, मैंने इंजेक्‍शन लिया ताकि चोट वाला हिस्‍सा सुन्‍न हो जाए। मुझे लगा कि इससे बल्‍लेबाजी करने में मदद मिलेगी। मैंने विशेष ग्‍लव्‍स भी बनाए, जिसमें चोट के लिए अतिरिक्‍त सुरक्षा लगाई। मगर ऐसा लगा कि दर्द बहुत ज्‍यादा है। हालांकि, मेरा प्‍लान काम नहीं आया और जब मेरे चोट वाला हिस्‍सा सुन्‍न हुआ तब पतानहीं चला कि मेरी ऊंगलियां कहां हैं। मैं होटल लौट गया। निराश था कि दर्द से राहत पाने के लिए इंजेक्‍शन लेने के बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ।'

उन्‍होंने कहा, 'अंत में मैंने काफी दर्द के बावजूद भी फाइनल में हिस्‍सा लिया। सेमीफाइनल और फाइनल मैच के बीच मैंने श्रीलंका में डॉक्‍टर से मुलाकात की, जिन्‍होंने कहा था कि मुझे फाइनल के लिए तैयार करेंगे और जो दवाई वो देंगे, उसे मुझे दिन में दो बार लेनी होगी। हालांकि, दवाई का साइड इफेक्‍ट रहा कि पहले तीन दिन मुझे नींद नहीं आई। मगर जब दवाई का असर शुरू हुआ तो मुझे बहुत ज्‍यादा नींद आई। वो सही थे। दवाई से मदद मिली और मैंने फाइनल में खेला, लेकिन चेतावनी के मुताबिक पहले तीन दिन मुझे नींद नहीं आई और फिर मैं तीन दिन सोया।'

रैना के शॉट ने बढ़ाया दर्द

महान बल्‍लेबाज ने आगे बताया, 'मैच से पहले वॉर्म-अप के दौरान अंपायर्स मेरे पास आकर चेक करने लगे। वो जानना चाहते थे कि मैं ठीक हूं ना। मैच से पहले चोटिल होने के कारण मुझे स्‍थानापन्‍न खिलाड़ी मिलने की अनुमति नहीं थी। मगर मैं दर्द में होने के बावजूद खेलने को तैयार था और आईपीएल ट्रॉफी जीतना चाहता था। मैच में दो बार मेरे चोटिल हाथ पर गेंद लगी। पहली बार तब, जब मैं फाइन लेग में फील्‍डिंग कर रहा था। दूसरी बार तब जब सुरेश रैना ने कवर्स में दमदार शॉट खेला और मैंने गेंद रोकने के लिए हाथ बढ़ाया।'

सचिन तेंदुलकर ने पाया कि शॉट रोकने के बाद उनके हाथ के टाके खुल गए थे। उन्‍होंने बताया, 'पारी समाप्ति के बाद मेरे हाथ से खून बह रहा था। मगर मैंने इसे नजरअंदाज किया और बल्‍लेबाजी करने चला गया। मैंने विशेष ग्‍लव्‍स पहने, जिसमें बीच और छोटी उंगली के बीच अंतर नहीं था। इस वजह से मैं बल्‍ले पर ग्रिप बना पाया। मैंने 48 रन बनाए। दुर्भाग्‍यवश हमने कई विकेट गंवाए और22 रन से मैच हार गए।'

अपनी गलती स्‍वीकारी

मुंबई इंडियंस के कप्‍तान ने बताया कि इस मैच में किरोन पोलार्ड को ऊपर नहीं भेजने के उनके फैसले की काफी आलोचना हुई थी। तेंदुलकर ने लिखा, 'किरोन पोलार्ड को सातवें नंबर पर भेजने के फैसले की काफी आलोचना हुई थी। यह टीम प्रबंधन ने मेरे इनपुट पर आधारित फैसला लिया था। हमारा कारण साफ था। अंबाती रायुडू और सौरव तिवारी स्पिनर्स को अच्‍छी तरह खेल रहे थे। पोलार्ड तेज गेंदबाजों पर हावी होकर खेलते हैं। हालांकि, मुझे महसूस हुआ कि पोलार्ड को पहले भेजना अच्‍छा विकल्‍प होता। यह गलती थी और मुझे इसे स्‍वीकार करने में कोई परेशानी नहीं।'

मैच का हाल

बता दें कि मुंबई इंडियंस और चेन्‍नई सुपरकिंग्‍स के बीच 25 अप्रैल 2010 को मुंबई के डीवाय पाटिल स्‍टेडियम पर फाइनल खेला गया था। सीएसके ने पहले बल्‍लेबाजी करके 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 168 रन बनाए। जवाब में मुंबई इंडियंस 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 146 रन बना सकी। सचिन तेंदुलकर अपनी टीम के सर्वश्रेष्‍ठ स्‍कोरर रहे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.