नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का आईपीएल में पहली ट्रॉफी जीतने का सपना इंडियन प्रीमियर लीग के 16वें सीजन में भी पूरा नहीं हो सका। विराट कोहली के बाद टीम के नए कप्तान फाफ डुप्लेसी भी आरसीबी की तकदीर को नहीं बदल सके। ऐसा नहीं है कि बैंगलोर की टीम खिताब के करीब कभी नहीं पहुंची है, लेकिन बड़े मैचों में औंधे मुंह गिरने की आदत ने हर बार टीम की नैया को डुबोया है।
कितनी बार प्लेऑफ में पहुंची है आरसीबी?
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर इंडियन प्रीमियर लीग के इतिहास में अब तक खेले गए 16 सीजन में से आठ बार प्लेऑफ में पहुंची है। टीम ने पहली बार अंतिम चार में अपनी जगह साल 2009 में बनाई थी। हालांकि, आईपीएल 2023 में डुप्लेसी की अगुवाई में आरसीबी प्लेऑफ का टिकट कटाने में नाकाम रही। टीम को आखिरी लीग मुकाबले में गुजरात टाइटंस के हाथों मिली हार के साथ टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा था।
तीन बार खेला है बैंगलोर ने फाइनल
प्लेऑफ में पहुंचने के साथ-साथ रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम ने आईपीएल में तीन बार फाइनल तक का सफर भी तय किया है। हालांकि, बैंगलोर की टीम खिताबी मुकाबले में हर बार औंधे मुंह गिरी है। आरसीबी ने साल 2009 में पहली बार फाइनल में अपनी जगह बनाई थी। वहीं, 2011 में भी टीम खिताबी मुकाबला खेलने मैदान पर उतरी थी, लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स ने टीम के सपने को चकनाचूर कर दिया था। पांच साल बाद यानी 2016 में भी आरसीबी ने फाइनल का टिकट हासिल किया था, इस बार सनराइजर्स हैदराबाद के आगे टीम ने आसानी से घुटने टेक दिए थे।
क्यों प्लेऑफ में फ्लॉप आरसीबी?
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के पास हर सीजन स्टार खिलाड़ियों की भरमार रहती है, लेकिन बड़े मैचों में टीम के सुपरस्टार बुरी तरह से फ्लॉप रहते हैं।। यही वजह है कि बैंगलोर की टीम फाइनल या फिर प्लेऑफ जैसे मैचों में औंधे मुंह गिरती है। साल 2009 के फाइनल में टीम के स्टार बैटिंग लाइनअप ने टीम की नैया को डुबोया था, तो 2011 में टीम के गेंदबाज विलेन साबित हुए थे। वहीं, 2016 में बेहद करीबी मुकाबले में टीम को हार झेलनी पड़ी थी।