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    प्रवीण तांबे, एक ऐसा गेंदबाज जिसने उस उम्र में किया IPL डेब्यू जब लोग छोड़ देते हैं उम्मीद

    By Sameer ThakurEdited By:
    Updated: Fri, 01 Apr 2022 04:25 PM (IST)

    इंडियन प्रीमियर लीग में 41 साल की उम्र में डेब्यू करने वाले प्रवीण तांबे पर एक बायोपिक आई है जिसमें उनके संघर्षों के बारे में बताया गया है। तांबे ने 2 ...और पढ़ें

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    प्रवीण तांबे, 41 साल की उम्र में आइपीएल डेब्यू करने वाले गेंदबाज(फोटो क्रेडिट ट्विटर)

    नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। मुंबई के रहने वाले प्रवीण तांबे भी एक आम आदमी ही बनकर रह जाते यदि उन्होंने अपने हौंसले, जुनून और कभी न हार मानने वाली सोच के साथ अपने सपने को पूरा न किया होता। क्रिकेट के सबसे बड़े लीग में डेब्यू करने वाले प्रवीण तांबे की बायोपिक आई है जिसमें उनकी इसी जिद को दिखाया गया है जिसके दम पर उन्होंने 2013 में अपना पहला आइपीएल मैच खेला और सबसे ज्यादा उम्र में डेब्यू करने वाले खिलाड़ी बने। उनका किरदार श्रेयस तलपड़े ने निभाया है और फिल्म को डायरेक्ट जयप्रद देसाई ने किया है।

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    जब उन्होंने आइपीएल में अपना पहला मैच खेला था तो वे 41 साल के थे और उन्हें घरेलू क्रिकेट खेलने का ज्यादा अनुभव भी नहीं था। वे तीन साल तक राजस्थान की टीम से जुड़े रहे। 2016 में वे नई टीम गुजरात लायंस जबकि 2017 में सनराइजर्स हैदराबाद टीम का हिस्सा रहे थे।

    जब उन्हें पहली बार राजस्थान की टीम के लिए चुना गया था तो उनकी उम्र को लेकर काफी चर्चा हुई थी लेकिन 2014 में उन्होंने अपने प्रदर्शन से सबकी बोलती बंद कर दी और साबित कर दिया कि 'एज इज जस्ट ए नंबर' उन्होंने उस साल दो 'मैन आफ द मैच' अपने नाम किए और टीम की उम्मीदों पर खरे उतरे थे।

    दो गेंद में 3 विकेट लेने का अनोखा रिकार्ड-

    2014 आइपीएल मैच में कोलकाता के खिलाफ एक मैच में उन्होंने 2 गेंदों पर तीन खिलाड़ियों को आउट करके हैट्रिक लिया था। उन्होंने उस मैच में पहले वाइड गेंद पर मनीष पांडे को स्टंप कराया फिर अगली दो गेंदों पर यूसुफ पठान और रेयान टेन डोइशे को आउट किया। उनके इस प्रदर्शन के दम पर राजस्थान ने केकेआर को 10 रनों से हरा दिया था।

    इसके अलावा वे पहले भारतीय क्रिकेटर हैं जो कैरेबियन प्रीमियर लीग में खेले हैं। ये उनके सपने को पूरा करने की जिद ही थी कि जिस उम्र में लोग रिटारयरमेंट के बारे में सोचते हैं उन्होंने आइपीएल में डेब्यू किया था। अब उनकी बायोपिक आई है नाम है 'कौन प्रवीण तांबे' जिसमें उनके सपने को साकार करने के सफर और उस दौरान उनके संघर्षों को दिखाया गया है। एक खिलाड़ी के तौर पर ही नहीं बल्कि इंसान के तौर पर भी उनकी यात्रा हमें जीवन में अपने सपने के पीछे भागने की हिम्मत देती है।