IPL 2018: प्लेऑफ की उम्मीद कायम रखने के लिए कोलकाता के खिलाफ उतरेगी मुंबई
कोलकाता को मुंबई को खिलाफ जीत की तलाश होगी।
विशाल श्रेष्ठ, कोलकाता। बढऩा...ठिठकना...संभलना...और फिर लडख़ड़ा जाना। आइपीएल-11 में कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) की चाल ऐसी ही रही है। कभी लगता है कि वह आसानी से प्लेऑफ में पहुंच जाएगी, फिर अचानक दिल्ली दूर नजर आने लगती है। वहीं इससे बिल्कुल जुदा रही है मुंबई इंडियंस की दास्तां। शुरू में जोरदार पटखनी खाने वाली गतचैंपियन निर्णायक दौर के नजदीक आते ही एकाएक उठ खड़ी हुई है और खिताब बचाने को पूरी जान लगा रही है। दोनों टीमें महज तीन दिनों के अंतराल में बुधवार को जब ईडन गार्डेंस स्टेडियम में इस सत्र में दूसरी बार जोरआजमाइश करने उतरेंगी तो जीतने वाले के लिए प्लेऑफ की राह थोड़ी आसान हो जाएगी। वैसे रोहित शर्मा की अगुआई वाली मुंबई के लिए फिलहाल हर मैच नॉकआउट की ही तरह है। पिछले दो मैच जीतकर उसने प्लेऑफ की उम्मीद कायम रखी है। हारने पर वह या तो टूर्नामेंट से बाहर हो जाएगी अथवा उसे दूसरे मैचों के नतीजों व नेट रन रेट के भरोसे रहना पड़ेगा। इतिहास गवाह है कि मुंबई हार के बाद वापसी करने वाली टीमों में से है। 2015 में मुंबई ने अंतिम आठ में से सात मैच जीतकर खिताब अपने नाम किया था। कोलकाता के लिए हारने पर प्लेऑफ में पहुंचना बेहद मुश्किल हो जाएगा। उसके लिए हर मैच नॉकआउट जैसा हो जाएगा।
मुंबई को हराए अरसा हो गया है : मुंबई के खिलाफ कोलकाता का रिकॉर्ड बाकी सारी टीमों में सबसे खराब है। आइपीएल के 11 सत्रों के 21 मैचों में मुंबई ने 17 तो कोलकाता ने सिर्फ चार मैच जीते हैं। इस बार वानखेड़े में पहले ही मुंबई कोलकाता को 13 रनों से मात दे चुकी है। कोलकाता ने पिछली बार मुंबई को आठ अप्रैल, 2015 को हराया था। कोलकाता को जीते तब से सात मैच हो चुके हैं।
ईडन लकी ग्राउंड है रोहित का : रोहित शर्मा का बल्ला पिछले तीन मैचों में जरूर खामोश रहा हो लेकिन ईडन में गरज सकता है। ये उनका लकी ग्राउंड जो है। इसी मैदान में उन्होंने 2014 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे में 264 रनों की रिकार्ड तोड़ पारी खेली थी। कभी केकेआर के सदस्य रहे सूर्यकुमार यादव ईडन में 'डार्क हॉर्स' साबित हो सकते हैं। पिछले मैच में कोलकाता के खिलाफ वानखेड़े में उन्होंने शानदार पचासा जड़ा था। इसी तरह हार्दिक पंड्या भी बल्लेबाजी और गेंदबाजी में जौहर दिखा सकते हैं।
उथप्पा के फार्म में लौटने से राहत : 10 मैचों के लंबे अंतराल के बाद रॉबिन उथप्पा के बल्ले से अर्धशतक निकलना कोलकाता के लिए बड़ी राहत है। हालांकि आंदे रसेल का पिछले कुछ मैचों में न चलना जरूर उसे चिंता में डाल रहा है। युवा तुर्क शुभमन गिल से ईडन में एक और शानदार पारी की उम्मीद है। सब ठीक रहा तो नारायण को ही फिर से क्रिस लिन के साथ पारी शुरू करने भेजा जा सकता है। मध्यक्रम में कप्तान दिनेश कार्तिक अपनी भूमिका बखूबी निभा रहे हैं।
स्पिन तिकड़ी पर दारोमदार : स्पिन तिकड़ी सुनील नारायण, पीयूष चावला और कुलदीप यादव पर मुंबई के बल्लेबाजों, खासकर रोहित शर्मा, को रोकने का दारोमदार होगा। ईडन में चेन्नई के खिलाफ पिछले मैच में पांचों विकेट इन तीन स्पिनरों ने ही चटकाए थे।