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    S Sreesanth पर गिरी गाज, KCA ने तीन साल के लिए किस सस्‍पेंड; संजू सैमसन से जुड़ा है पूरा मामला

    Updated: Fri, 02 May 2025 01:14 PM (IST)

    केरल क्रिकेट एसोसिएशन ने संजू सैमसन विवाद पर कमेंट करने के लिए पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज एस श्रीसंत को तीन साल के लिए निलंबित कर दिया। इससे पहले एसोसिएशन ने श्रीसंत को एक टेलीविजन शो में एसोसिएशन के खिलाफ झूठे और अपमानजनक बयान देने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था। श्रीसंत ने संजू सैमसन को नजरअंदाज़ करने के उनके फैसले पर केसीए से सवाल किया था।

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    पहले भी विवादों में रहा है श्रीसांत का नाम। इमेज- एक्‍स

     स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। केरल क्रिकेट एसोसिएशन (KCA) ने शुक्रवार को घोषणा की कि पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज एस श्रीसंत को इस साल की शुरुआत में भारत की चैंपियंस ट्रॉफी 2025 टीम से संजू सैमसन को बाहर किए जाने के विवाद में एसोसिएशन के खिलाफ 'झूठे और अपमानजनक बयान' देने के लिए सभी क्रिकेट गतिविधियों से निलंबित कर दिया गया है। केसीए ने कहा कि श्रीसंत, जो वर्तमान में केरल क्रिकेट लीग में एरीज कोल्लम सेलर फ्रेंचाइजी के सह-मालिक हैं, को निलंबित करने का निर्णय शुक्रवार को एर्नाकुलम में केसीए की विशेष आम सभा की बैठक में लिया गया।

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    केसीए ने कारण भी बताया

    केसीए ने कहा कि उसका कारण बताओ नोटिस श्रीसंत द्वारा सैमसन का समर्थन करने के लिए नहीं बल्कि 'झूठे और अपमानजनक बयान' के लिए था। केसीए ने कहा, केरल क्रिकेट लीग में कोल्लम सेलर फ्रेंचाइजी के सह-मालिक के रूप में उनके अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन था। श्रीसंत की टिप्पणियों के जवाब में केसीए ने श्रीसंत के खिलाफ स्पॉट फिक्सिंग मामले को उठाया और कहा कि उन्होंने हमेशा खिलाड़ियों का समर्थन किया, भले ही वे जेल में हों।

    केसीए ने किया है समर्थन

    बयान में कहा गया था, "जब श्रीसंत मैच फिक्सिंग कांड में आरोपों का सामना करते हुए जेल में थे, तब केसीए के अधिकारियों ने उनसे मुलाकात की और उनका समर्थन किया। हालांकि, अदालत ने आपराधिक मामले को खारिज कर दिया, लेकिन यह एक तथ्य है कि उन्हें मैच फिक्सिंग मामले में बरी नहीं किया गया है। ऐसी स्थिति में श्रीसंत को अन्य खिलाड़ियों की सुरक्षा लेने की कोई आवश्यकता नहीं है।"

    2013 में पुलिस ने किया था गिरफ्तार

    2013 में दिल्ली पुलिस ने श्रीसंत को स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में गिरफ्तार किया था। श्रीसंत राजस्थान रॉयल्स के तीन खिलाड़ियों में से एक थे जिन्हें 2013 के आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग कांड में शामिल होने के कारण क्रिकेट से प्रतिबंधित कर दिया गया था। जुलाई 2015 में पटियाला हाउस कोर्ट ने स्पॉट फिक्सिंग मामले में श्रीसंत, चंदीला और चव्हाण के खिलाफ सभी आरोपों को खारिज कर दिया, यह कहते हुए कि उनके खिलाफ मकोका (महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम) के तहत कोई प्रथम दृष्टया मामला नहीं बनता है। फिर मार्च 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने उन पर आजीवन प्रतिबंध हटा दिया।

    कारण बताओ नोटिस दिया गया

    श्रीसंत ने कारण बताओ नोटिस के बाद भी पीछे नहीं हटे। ओनमनोरमा को दिए एक इंटरव्यू में उन्‍होंने केसीए की आलोचना की। उन्होंने सवाल किया कि केसीए मलयाली खिलाड़ियों को क्यों नजरअंदाज कर रहा है और दूसरे संघों से खिलाड़ियों को क्यों ला रहा है। उन्होंने कहा, "केसीए हमारे लिए खेलने के लिए दूसरे राज्यों से खिलाड़ियों को लाते हैं। किस लिए? हमारे मलयाली क्रिकेटरों का अपमान कर रहे हैं।"

    श्रीसंत ने कहा था, "हमारे पास अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सिर्फ एक खिलाड़ी है, संजू। आइए हम सब उसका समर्थन करें।" उन्होंने सवाल किया, "तथाकथित केसीए ने संजू के बाद से कोई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर नहीं दिया है। हमारे पास सचिन, निधीश, विष्णु विनोद जैसे बेहतरीन खिलाड़ी हैं, लेकिन क्या केसीए उन्हें हाई लेवल पर खेलने के लिए मजबूर कर रहे हैं?"

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