IPL Cheerleaders Salary: कैसे होता है चीयरलीडर्स का सिलेक्शन, कितनी मिलती है सैलरी; जान लीजिए कमाई
आईपीएल 2025 में अब तक 24 मुकाबले खेले जा चुके हैं। लीग के 18वें सीजन में एक से बढ़कर एक रोमांचक मुकाबले हो रही हैं। आईपीएल के मैच के दौरान जब चौका-छक्का लगता या विकेट गिरता है तो फैंस के साथ ही चीयरलीडर्स भी इसे सेलिब्रेट करती हैं। इससे लीग में ग्लैमर का तड़का भी लगता है। चीयरलीडर्स मैच के दौरान माहौल में जोश भी भर देती हैं।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग 2025 में अब तक 24 मुकाबले खेले जा चुके हैं। इस दौरान एक से बढ़कर एक रोमांचक मैच देखने को मिल रहे हैं। 18वें सीजन में कई नए चेहरे अपनी छाप छोड़ चुके हैं। मैच के दौरान जब चौका-छक्का लगता या विकेट गिरता है तो फैंस के साथ ही चीयरलीडर्स भी इसे सेलिब्रेट करती हैं।
इससे आईपीएल में ग्लैमर का तड़का भी लगता है। इतना ही नहीं चीयरलीडर्स मैच के दौरान माहौल में जोश भी भर देती हैं। ऐस में फैंस के मन में सवाल उठता है कि आखिरी ये चीयरलीडर्स कौन हैं और कहां से आती हैं। इनका सिलेक्शन कैसे होता है। साथी ही इन्हें कितनी सैलरी मिलती है। तो आइए इन सवालों के जवाब जानते हैं।
फ्रेंचाइजी देती हैं अलग-अलग सैलरी
IPL में नजर आने वाली ज्यादातर चीयरलीडर्स रूस, यूक्रेन, ब्राजील, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों से आती हैं। इतना ही नहीं कुछ भारतीय भी इस इस प्रोफेशन में हैं। हालांकि, ज्यादातर फ्रेंचाइजी ने विदेशी चीयरलीडर्स को प्राथमिकता देती हैं। पुणे वॉरियर्स इंडिया के लिए भारतीय चीयरलीडर्स सेलिब्रेशन करती नजर आ चुकी हैं। सैलरी की बात करें तो अलग-अलग फ्रेंचाइजी चीयरलीडर्स को अलग-अलग सैलरी देती हैं। इतना ही नहीं उन्हें कुछ अन्य सुविधाएं और इंसेंटिव भी मिलते हैं।
बोनस भी मिलता है
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोलकाता नाइट राइडर्स 24 से 25 हजार, मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर 20 हजार, चेन्नई सुपर किंग्स 17,000 पंजाब किंग्स, सनराइजर्स हैदराबाद और दिल्ली कैपिटल्स 12 से 15 हजार रुपये प्रति मैच चीयरलीडर्स को देती है। इसके साथ ही अगर टीम अच्छा प्रदर्शन करती है तो चीयरलीडर्स को बोनस भी मिलता है। सैलरी के अलावा फ्रेंचाइजी चीयरलीडर्स को कुछ सुविधाएं भी देती है। इसमें यात्रा खर्च, होटल में रुकने की सुविधा, भोजन और मेडिकल फैसिलिटी शामिल है।
चीयरलीडर्स के सिलेक्शन की प्रक्रिया
इंडियन प्रीमियर लीग में चीयरलीडर्स के सिलेक्शन की प्रॉसिस अलग-अलग होती है। सबसे पहले तो चीयरलीडर्स का ऑनलाइन और ऑफलाइन ऑडिशन होता है। इस दौरान उनकी डांसिंग स्किल्स देखी जाती है। आईपीएल में चीयरलीडर्स बनने के लिए शानदार डांस मूव्स जरूरी होते हैं। इसके अलावा चीयरलीडर्स में एनर्जी और स्टैमिना का होना भी जरूरी होता है।
इन दोनों के अलावा उनका कॉन्फिडेंस और कम्युनिकेशन स्किल्स भी देखा जाता है। चीयरलीडर्स को लाखों लोगों के सामने परफॉर्म करना होता है। कई बार उन्हें फैंस और मीडिया से बातचीत भी करनी होती है। आईपीएल फ्रेंचाइजी सीधे चीयरलीडर्स का सिलेक्शन नहीं करती हैं। इसके लिए एजेंसी का सहारा लिया जाता है।
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