Sachin Tendulkar 50th birthday: मास्टर ब्लास्टर के पास है एक 'सीक्रेट एल्बम', जानें इसमें क्या है खास?
Sachin Tendulkar 50th birthday मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के 50वें जन्मदिन पर बात एक ऐसे एल्बम की जो महान बल्लेबाज के अलावा सिर्फ गुजरात के अनिल पटेल के पास है। इस एल्बम की खासियत जान के आप बोल उठेंगे - OMG!

मनन वाया, स्पोर्ट्स डेस्क। महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर की तारीफ में क्या कहा जाए? क्रिकेट जुनूनी देश में सचिन को भगवान का दर्जा प्राप्त है। उन्होंने ऐसा स्तर हासिल किया, जहां उनके लिए सभी विशेषणों का इस्तेमाल हो चूका है| 100 इंटरनेशनल शतक लगाने वाले इकलौते खिलाड़ी ने आज जीवन में अपना अर्धशतक पूरा किया है। इस खास मौके पर दैनिक जागरण आपको सचिन के एक ऐसे संग्रह के बारे में बताएगा, जिसे जानकर आप कहेंगे- ऐसा पागलपन- सिर्फ और सिर्फ सचिन के लिए ही मुमकिन है।
गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव और कभी टीम इंडिया के मैनेजर रह चुके अनिल पटेल के पास यह खास कलेक्शन है। उनके अलावा खुद सचिन के पास भी यह खास एलबम है। उन्होंने जागरण से खास बातचीत में इसकी जानकारी दी। साथ ही सचिन की आखिरी टेस्ट सीरीज के दौरान टीम में माहौल के बारे में भी बात की। विशेष रूप से, सचिन के करियर की अंतिम सीरीज टीम इंडिया के प्रबंधक के रूप में अनिल पटेल की पहली सीरीज थी।
इस एल्बम में क्या है?
अनिल पटेल ने कहा के यह एल्बम सचिन तेंदुलकर के करियर के 100 शतकों का है। यह संग्रह बहुत ही अनूठा है। शतक के विवरण और फोटो के अलावा, उसी तारीख का 10 रुपये का नोट है, जिस तारीख को सचिन ने शतक बनाया था। मतलब सचिन ने अपने करियर का पहला शतक 14 नवंबर 1990 को मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ लगाया था। तो इसी तरह, 10 रुपये के नोट में अंक - 141190 होगा। इसी तरह, प्रत्येक शतक के लिए सचिन जिस दिन माइलस्टोन पर पहुंचे, उसी संख्या के साथ 10 रुपये का नोट। यह संग्रह करना बहुत कठिन था, इसमें बहुत समय और मेहनत लगती थी।
उन्होंने आगे बताया, ''हम सचिन पाजी को उनके जन्मदिन पर यह एल्बम भेंट करने मुंबई गए थे। उन्हें यह बहुत अच्छा लगा। एल्बम के 2 सेट थे, जिनमें से एक उन्होंने मुझे दिया था। यह मेरे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण उपहार है। मैं कहूंगा कि सचिन ने मुझे यह तोहफा देकर और मेरे क्रिकेट करियर को सम्मान देकर पेड ऑफ किया है। मेरे लिए इससे ज्यादा कुछ खास नहीं है।''
सचिन का रिएक्शन
अनिल पटेल ने बताया, ''सचिन ने सबसे पहले पूरा एल्बम देखा। उनकी याददाश्त के क्या कहने। पूरे एल्बम में उस पल की केवल एक तस्वीर है, जब उन्होंने शतक बनाया था। मतलब अगर उसने 248 रन की पारी खेली है तो फोटो माइलस्टोन मोमेंट की होगी- उस पल की जब वह ट्रिपल डिजिट में पहुंचते है। इस एल्बम में एक गलती हुई थी, जिसे उन्होंने पकड़ भी ली। दिलीप वेंगसरकर नॉन स्ट्राइकर छोर पर थे, जब उन्होंने एक पारी में शतक पूरा किया। हालांकि एल्बम में फोटो रवि शास्त्री के साथ थी। उन्होंने तुरंत कहा, इस वक्त पार्टनर रवि नहीं, वेंगसरकर थे। उनकी याददाश्त इतनी तेज है कि एक अन्य में उन्होंने कहा कि इस शतक में उन्होंने दूसरे बल्ले का इस्तेमाल किया था। उन्हें अपने 24 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर का हर पल याद है।''
आपने पहली बार सचिन के बारे में कब सुना?
सचिन जब जूनियर क्रिकेट खेल रहे थे तब अहमदाबाद आए थे। गुजरात कॉलेज में मुंबई बनाम गुजरात का मैच था। मैं समझता हूं, यह 1989-90 की सीरीज होगी। उन्होंने इस मैच में शतक लगाया था। वहीं, मोटेरा में एक इंटरनेशनल मैच भी खेला जा रहा था। उनकी पारी से प्रभावित होकर मैंने मैच के दो टिकट उन्हें दे दिए। तब सचिन ने कहा था कि आपने मुझे पहली बार किसी इंटरनेशनल मैच का टिकट दिया था। इस मैच को देखने के लिए उनके साथ विनोद कांबली भी आए थे। भले ही विनोद मैच बीच में छोड़ कर जा रहे थे, लेकिन सचिन धूप में बैठकर पूरा मैच देखते रहे। उस छोटी उम्र में जिस तरह से उन्होंने खेला और खेल से प्यार किया, सभी का मानना था कि वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बनेंगे।
199वां टेस्ट कोलकाता में और 200वां टेस्ट मुंबई में हुआ था
मुझे बीसीसीआई से मैसेज मिला कि मैं इस सीरीज में टीम इंडिया के मैनेजर की भूमिका निभा रहा हूं। अमितभाई शाह, जो अब भारत के केंद्रीय गृह मंत्री हैं, ने उस समय मुझसे कहा था, अनिल तुम सचिन की आखरी सीरीज में टीम मैनेजर की भूमिका निभा रहे हो। कोलकाता में मैच जल्द ही खत्म हो गया था। उस मैच में डेब्यू करने वाले रोहित शर्मा ने शतक लगाया था और मोहम्मद शमी ने 5 विकेट लिए थे। हम जल्द ही मुंबई आ गए।
मुंबई का माहौल काफी इमोशनल था
मुंबई पहुंचने पर कुछ ज्यादा ही महसूस हो रहा था कि मास्टर आखिरी बार खेलने जा रहे हैं। पूरी दुनिया सचिन की दीवानी है, लेकिन मुंबई की बात ही अलग है। टेस्ट मैच से पहले मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन और बीसीसीआई ने एक बड़ा फंक्शन आयोजित किया था। सचिन तेंदुलकर के नाम पर एक जिमखाना वहां बनाया गया था और टेस्ट मैच के अगले दिन इसका उद्घाटन किया गया था। शरद पवार तब एमसीए के अध्यक्ष थे। सभी खिलाड़ियों को आमंत्रित किया गया था। सचिन ने शरद पवार से टीम के सभी सदस्यों को मुफ्त में जिमखाना की सदस्यता देने को कहा।
सचिन का भावुक भाषण
अंतिम टेस्ट के बाद सचिन तेंदुलकर के विदाई भाषण ने सभी को भावुक कर दिया। उन्होंने उन सभी लोगों को याद किया जिन्होंने उनके करियर में उनकी मदद की। ग्राउंड्समैन से एसोसिएशन हेड तक। इसके बाद ड्रेसिंग रूम में जाकर उन्होंने भारतीय टीम को आगे का रोड मैप बताया। खासकर रोहित शर्मा, विराट कोहली और अजिंक्य रहाणे को बताया के वे कैसे और किस स्तर तक भारत के लिए योगदान दे सकते हैं।
हैप्पी बर्थडे पाजी
अनिल पटेल ने हैप्पी बर्थडे सचिन कहकर अपनी बात समाप्त की। उन्होंने कहा, सचिन पूरी दुनिया जानती है कि क्रिकेट आपके खून में है। आज के दिन मैं कामना करता हूं कि आप जीवन और शतक के मैदान पर लंबी पारियां खेलें, स्वस्थ रहें और अपने क्रिकेट के अनुभव को सबके साथ साझा करते रहें।'
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