World Cup 2023, Countdown: अर्जुन राणातुंगा, जिसने श्रीलंकाई क्रिकेट को विश्व में शून्य से शिखर तक पहुंचाया
श्रीलंका क्रिकेट टीम ने अर्जुन राणातुंगा की कप्तानी में 1996 वर्ल्ड कप खिताब अपने नाम किया था। श्रीलंका ने वर्ल्ड कप खिताब जीतकर इतिहास रचा था। श्रीलंका ऐसी पहली टीम बनी थी जिसने वर्ल्ड कप फाइनल में लक्ष्य का पीछा करते हुए खिताब अपने नाम किया था। श्रीलंका ने फाइनल में मजबूत ऑस्ट्रेलिया को मात दी थी। इससे पहले सेमीफाइनल में उसने भारत को हराकर चौंकाया था।
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध फाइनल में चौका लगाकर टीम को विश्व विजेता बनाने वाले कप्तान थे अर्जुन राणातुंगा। वह श्रीलंकाई क्रिकेट को विश्व में शून्य से शिखर तक पहुंचाने वाले कप्तान थे। 1996 में भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका को दूसरी बार विश्व कप की मेजबानी की जिम्मेदारी मिली।
एक ओर दो टीमें मेजबानी में इतिहास दोहराने का विचार कर रही थी, तो दूसरी ओर एक ऐसी टीम थी, जिसके बारे में शायद ही किसी ने कल्पना की होगी कि वे विश्व विजेता बनेंगे। परंतु, कप्तान राणातुंगा की अगुआई में श्रीलंका ने इतिहास रच दिया।
पहली बार लक्ष्य का पीछा कर चैंपियन बना था श्रीलंका
विश्व कप के इतिहास में पहली बार श्रीलंका ने फाइनल में लक्ष्य का पीछा कर जीत प्राप्त की थी। इससे पूर्व हर बार पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ही विजेता रही थी। परंतु, उस पूरे टूर्नामेंट में बल्लेबाजी से सभी को चौंकाने वाली टीम श्रीलंका ने वनडे क्रिकेट में बल्लेबाजी का पूरा आयाम बदलकर रख दिया था।
सेमीफाइनल में उन्होंने भारत को चौंकाया था। वहीं, फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध अनुभवी अरविंद डिसिल्वा ने शतक लगाकर पारी को संभाला और कप्तान राणातुंगा ने 47 रनों की अविजित पारी खेल टीम को जिताया था।
विश्व कप में बतौर कप्तान टीम का प्रदर्शन
- कुल मैच - 13
- जीत - 10
- हार - 03
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।