नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। भारतीय टीम के पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग का एक इंटरव्यू इन दिनों चर्चा में बना हुआ है। सहवाग ने इस इंटरव्यू में कई मजेदार खुलासे किए हैं। वीरू ने यूट्यूब पर द रणवीर शो में महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा साझा किया है।
सहवाग ने 2011 वर्ल्ड कप की एक घटना बताई जब सचिन तेंदुलकर ने उन्हें बल्ले से मारा था। ऐसा इसलिए क्योंकि वीरेंद्र सहवाग अपने गाने गुनगुनाने में व्यस्त थे और सचिन तेंदुलकर से बातचीत नहीं कर रहे थे। यह तो फैंस अच्छी तरह जानते हैं कि वीरेंद्र सहवाग को बल्लेबाजी करते समय गीत गुनगुनाना कितना पसंद था। वो ऐसा इसलिए करते थे ताकि बुरे ख्याल मन में नहीं आएं।
सचिन तेंदुलकर को गुस्सा क्यों आया
वीरू की इस आदत से टीम के साथी भी अच्छी तरह वाकिफ थे, लेकिन एक ऐसा पल आया जब सचिन तेंदुलकर उनसे नाराज हो गए थे। सहवाग ने कहा, 'हर किसी का आराम करने और ध्यान लगाने का तरीका अलग होता है। हमें इसे ढूंढना होता है। सचिन तेंदुलकर संभवत: बल्लेबाजी करते हुए गा नहीं सकते थे। उन्हें बातें करना पसंद था।'
वीरू ने आगे कहा, '2011 वर्ल्ड कप की बात है। हम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच खेल रहे थे। मैं अच्छे मूड में था और गाने गा रहा था क्योंकि रन आ रहे थे। हमने 5 ओवर में कुल 50-60 रन बना दिए थे। जब हम ओवर के अंत में मिले तो बस ग्लव्स पंच करके अपना गाने लगता था। मैं गा रहा था- चला जाता हूं किसी की धुन में।'
तेंदुलकर ने बल्ला मारा
सहवाग ने कहा, 'सचिन तेंदुलकर ओवर के बाद बातचीत करना चाहता थे। उन्होंने पहले ओवर और दूसरे ओवर में इंतजार किया। तीसरे ओवर के बाद उन्होंने मुझे बल्ला मार दिया फटाक आवाज आई। मैं हैरान रह गया। उन्होंने कहा, 'मुझसे बात कर।' मैंने तेंदुलकर ने कहा कि मैं अच्छे मूड में हूं, गाने गा रहा हूं तो चौके आ रहे हैं। मैं बात नहीं करना चाहता हूं। आप बस कह रहे हैं शाबाश शाबाश। उन्हें बात करना पसंद है।'
तेंदुलकर के ज्ञान की किसी से तुलना नहीं
वीरेंद्र सहवाग ने साथ ही तेंदुलकर के ज्ञान के बारे में बातचीत की और कहा कि इसकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा, 'क्रिकेट के बारे में तेंदुलकर का ज्ञान कुछ अलग है। वो कहते थे कि गेंदबाज अब फुल लेंथ की गेंद डालेगा, जो तेरे पैड पर लगेगी। मैं कहता था- अरे आप क्या बोल रहे हो? अगली गेंद जैसा उन्होंने बताया था, वैसे ही आई।'
वीरू ने कहा, 'भाग्य की बात रही कि मेरा बल्ला बीच में आ गया। उन्हें पता है कि गेंदबाज क्या सोच रहा है वो सोचता है कि अगर सहवाग को गेंदबाजी की तो कैसी गेंद डालनी है। तेंदुलकर ने कहा देखना बाउंसर आ रही है, ध्यान से। इतना अनुभव, क्रिकेट के प्रति ज्ञान उन्हें सबसे अलग बनाता है। अगर तेंदुलकर का ज्ञान सिर के बराबर है तो विराट कोहली सहित अन्य खिलाड़ियों का ज्ञान कमर तक है।'