अनुभवी खिलाड़ी ने तोड़ा 13 साल पुराना नाता, 2025-26 के घरेलू सीजन से पहले छोड़ा टीम का साथ
ऑलराउंडर विजय शंकर ने 2025-26 के घरेलू क्रिकेट सीजन से पहले तमिलनाडु से नाता तोड़ लिया है। विजय शंकर ने यह यह कदम बुची बाबू टूर्नामेंट के दूसरे दौर से बाहर किए जाने के बाद उठाया गया है। हालांकि शंकर को हिमाचल प्रदेश के खिलाफ शुरुआती मैच में खेलने का मौका मिला था। उन्हें केरल बोर्ड से NOC भी मिल गया है।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। ऑलराउंडर विजय शंकर ने 2025-26 के घरेलू क्रिकेट सीजन से पहले तमिलनाडु से नाता तोड़ लिया है। इसके चलते उनका 13 साल का राज्य की टीम के साथ जुड़ाव खत्म हो गया। 34 वर्षीय इस खिलाड़ी को तमिलनाडु क्रिकेट एसोसिएशन (TNCA) से अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) मिल गया है, जिससे आगामी सीजन में उनके लिए एक नई टीम में शामिल होना का रास्ता साफ हो गया है।
विजय शंकर ने यह यह कदम बुची बाबू टूर्नामेंट के दूसरे दौर से बाहर किए जाने के बाद उठाया गया है। हालांकि, शंकर को हिमाचल प्रदेश के खिलाफ शुरुआती मैच में खेलने का मौका मिला था। ऐसा माना जा रहा है कि हाल के घरेलू सत्र में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के दौरान बेंच पर बैठे रहने और तमिलनाडु के शुरुआती रणजी ट्रॉफी मैचों में न खेलने सहित कई महत्वपूर्ण मैचों से उनकी अनुपस्थिति ने उनके इस फैसले में भूमिका निभाई।
My journey with TNCA started 23 years ago when I first got picked for under-13 state and it has been a great ride with lots of memories and learnings!
Looking back, being a part of this team and leading the TN side to 3 major trophies was a dream come true! It has shaped me and… pic.twitter.com/j2shxbVgRe
— Vijay Shankar (@vijayshankar260) August 27, 2025
मध्यक्रम की संभाली जिम्मेदारी
तमिलनाडु के साथ अपने पूरे करियर के दौरान विजय शंकर मध्यक्रम के एक प्रमुख बल्लेबाज रहे। साथ ही कभी-कभी तेज गेंदबाजी के विकल्प के रूप में काम करते रहे। उन्होंने 81 रणजी ट्रॉफी पारियों में 44.25 की औसत से 3,142 रन बनाए, जिनमें 11 शतक शामिल हैं। उनका सबसे शानदार सीजन 2014-15 रहा, जब उन्होंने 57.70 की औसत से 577 रन बनाए, जबकि गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 43 रणजी विकेट लिए।
अपनी कप्तानी में दिलाया खिताब
पूर्व कप्तान शंकर ने तमिलनाडु को विजय हजारे, देवधर और सैयद मुश्ताक अली टूर्नामेंट में खिताब दिलाया। उन्होंने भारत की 2019 वनडे विश्व कप टीम में भी जगह बनाई और एक विश्वसनीय ऑलराउंडर के रूप में अपनी पहचान बनाई। 2024-25 के रणजी सीजन में उन्होंने चंडीगढ़ के खिलाफ करियर की सर्वश्रेष्ठ नाबाद 150 रन की पारी खेली। उन्होंने वरुण चक्रवर्ती के साथ मिलकर मिस्ट्री स्पिन गेंदबाजी में भी हाथ अजमाया।
अपराजित भी छोड़ चुके हैं केरल का साथ
विजय शंकर के जाने के पहले ही उनके साथी सीनियर क्रिकेटर बी अपराजित भी केरल का साथ छोड़ चुके हैं। इस बीच तमिलनाडु ने उनकी जगह 18 वर्षीय प्रतिभाशाली आरएस अंबरीश को टीम में शामिल किया है। अंबरीश ने हाल ही में भारत की अंडर-19 टीम में प्रभावशाली प्रदर्शन किया है और उन्हें एक मजबूत ऑलराउंड खिलाड़ी माना जा रहा है।
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