T20 World Cup 2022: पाकिस्तान को शिकस्त देकर आज ही भारत बना था विश्वकप विजेता, आखिर क्या हुआ था टाई मुकाबले में?
भारत-पाकिस्तान मैच की बात करें तो 15 साल पहले आज के दिन (24 सितंबर) ही भारत ने फाइनल में पाकिस्तान को हराकर 2007 का टी20 विश्व कप जीता था। धोना की अगुवाई में युवा भारतीय टीम ने टी20 विश्वकप के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को 5 रनों से हरा दिया।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। अगले महीने से टी20 विश्वकप 2022 का आगाज होने वाला है। आइसीसी टी-20 वर्ल्डकप (ICC T20 World Cup) की शुरुआत अक्टूबर में होगी। 16 अक्टूबर को टूर्नामेंट का पहला मैच खेला जाएगा। 13 नवंबर को फाइनल मुकाबला होगा। टी20 विश्वकप 2022 में भारत और पाकिस्तान के बीच 23 अक्टूबर को मुकाबला होगा।
भारत-पाकिस्तान मैच की बात करें तो 15 साल पहले आज के दिन (24 सितंबर) ही भारत ने फाइनल में पाकिस्तान को हराकर 2007 का टी20 विश्व कप जीता था। धोना की अगुवाई में युवा भारतीय टीम ने टी20 विश्वकप के फाइनल मुकाबले में पाकिस्तान को 5 रनों से हरा दिया। बता दें कि महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में पहली बार टीम इंडिया ने किसी आइसीसी ट्रॅाफी पर कब्जा किया था। 2007 में आयोजित टी20 विश्वकप का पहले सीजन की शुरुआत टीम इंडिया के लिहाज से काफी दिलचस्प रही थी।
भारत-पाकिस्तान के बीच पहला मैच हुआ था टाई
इस टूर्नामेंट में जब भारत-पाकिस्तान पहली बार भिड़े थे तब मैच का निर्णय बड़े ही अनोखे तरीके से निकाला गया था। 14 सितंबर 2007 को डरबन के किंग्समिड मैदान पर खेले गए इस मैच में टॉस जीतकर पाकिस्तान के कप्तान शोएब मलिक ने गेंदबाजी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 141 रन बना पाई। इस मैच में रॉबिन उथप्पा ने अर्धशतक जड़ा था।
वहीं, टीम इंडिया ने पाकिस्तान को भी 141 रनों पर समेट दिया। यह मैच टाई हो गया। मैच टाई के बाद बॉल आउट मुकाबला कराया गया। दोनों टीमों को स्टंप पर गेंद मारने के लिए पांच खिलाड़ियों को चुनना था। पांच में जो भी टीम सबसे ज्यादा पर स्टंप पर गेंद मारती वो टीम मैच जीत जाती।
टीम इंडिया ने जीता था बॅाल आउट
नियमों के अनुसार, दोनों टीमों को स्टंप पर गेंद मारने के लिए पांच खिलाड़ियों को चुनना था। धौनी ने वीरेंद्र सहवाग, रॉबिन उथप्पा, एस श्रीसंत, इरफान पठान और हरभजन सिंह को चुना। शोएब मलिक ने उमर गुल, सोहेल तनवीर, यासिर अराफात, शाहिद अफरीदी और मोहम्मद आसिफ को चुना। भारत की तरफ से वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह और रॉबिन उथप्पा ने लगातार तीन हिट किए। वहीं, वहीं शाहिद अफरीदी, यासिर अराफात और उम गुल तीनों ने मौका गंवा दिया। टीम इंडिया ने बॅाल आउट को 3-0 से जीत लिया और मुकाबला भी अपने नाम किया।
फाइनल मुकाबले को भारत ने 5 रनों से जीता था
वहीं, इस टूर्नामेंट में दूसरी बार भारत-पाकिस्तान का मुकाबला फाइनल मैच में हुआ। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने 157 रनों का स्कोर खड़ा किया। इस मैच में गौतम गंभीर ने 54 गेंदों में शानदार 75 रन बनाए। 158 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान बैटिंग करते हुए लगातार अंतराल पर विकेट गवाएं। वहीं, पाकिस्तान की ओर से मिस्बाह-उल-हक ने दीसरी पारी में काफी खतरनाक दिख रहे थे। अंतिम ओवर में महेंद्र सिंह धौनी ने गेंदबाजी करने के लिए जोगिन्दर शर्मा को बुलाया।
हालांकि जोगिन्दर शर्मा की पहली गेंद पर छक्का लग चुका था। इसके बाद जब पाकिस्तान के 4 गेंदों पर 6 रन की जरुरत थी तो मिस्बाह ने पीछे शॉट्स खेला। इस गेंद को श्रीसंत ने कैच कर लिया और फाइनल मुकाबला भारत ने 5 रनों से जीत लिया।