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    सचिन ने किया कुछ ऐसा..ताकि युवी के सामने न छलके आंसू

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    Updated: Wed, 20 Mar 2013 02:38 PM (IST)

    महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा कि जब वह अमेरिका में कैंसर का इलाज कराने के बाद लौटे युवराज सिंह से लंदन में मिले थे तो उन्हें डर था कि कहीं बायें ...और पढ़ें

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    नई दिल्ली। महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने कहा कि जब वह अमेरिका में कैंसर का इलाज कराने के बाद लौटे युवराज सिंह से लंदन में मिले थे तो उन्हें डर था कि कहीं बायें हाथ के इस बल्लेबाज के सामने कहीं वह रो न पड़ें।

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    तेंदुलकर ने युवराज की किताब द टेस्ट ऑफ माई लाइफ के विमोचन के अवसर पर कहा, जब मैं लंदन में उससे मिलने गया तो मैंने अपनी पत्नी (अंजलि) से कहा कि मैं नहीं चाहता कि उससे मिलने पर मेरे आंसू निकलें। मैं उससे मिला और मैंने उसे कसकर गले लगाया। हमने खाने का मजा लिया। वह (युवराज) जिस तरह से खा रहा था मुझे भरोसा हो गया कि वह पटरी पर लौट रहा है।

    यह मर्मस्पर्शीशाम थी जब तेंदुलकर, कप्तान महेंद्र सिंह धौनी, युवा बल्लेबाज विराट कोहली और हरभजन सिंह ने युवराज की कैंसर के साथ जंग के बारे में अपने अनुभव बताए और अपनी भावनाओं को व्यक्तकिया। तेंदुलकर ने भावुक होकर कहा, जब मैंने देखा कि मेरी पत्नी युवराज के साथ डॉक्टरों की भाषा में बात कर रही है तो मुझे अहसास हुआ कि वह कितनी तकलीफ में है। वह मेरे छोटे भाई जैसा है और मैं भगवान से पूछूंगा कि ऐसा (बीमारी) युवराज के साथ क्यों हुआ।

    युवराज ने भी तेंदुलकर के साथ पहली मुलाकात को अपने मजाकिया अंदाज में बयां किया। उन्होंने कहा, मेरी उनसे पहली बात तब हुई थी जब ड्रेसिंग रूम में मैं डरते हुए उनकी तरफ देख रहा था और तब अचानक ही उन्होंने कहा, वह बिस्कुट इधर बढ़ाना। इस पर तेंदुलकर ने चुटकी लेते हुए कहा कि मुझे आज तक वे बिस्कुट नहीं मिले।

    धौनी ने कहा कि युवराज के बताने से पहले ही वह उनकी स्थिति से अवगत थे। उन्होंने कहा, जब उसके परीक्षणों की रिपोर्ट आई तो किसी ने मुझसे कहा कि उसे कैंसर है। मैंने कहा कि क्या आप सच बोल रहे हैं। उस व्यक्तिने फिर दोहराया कि युवराज को कैंसर है और मैं अंदर से हिल गया। युवराज ने भारत की 2011 विश्व कप जीत को याद करते हुए कहा कि धौनी बल्लेबाजी करते हुए बहुत ज्यादा बात नहीं करते, लेकिन जब वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में आउट हो गए तो उन्होंने लौटते हुए कहा कि, शाबाश युवी जिताकर आना।

    धौनी ने याद किया कि किस तरह से युवराज ने 2004-05 में भारतीय टीम में उनका स्वागत किया था। उन्होंने कहा कि युवराज ने मुझसे कहा, अरे भाई क्या चल रहा है। सिर्फ छक्के मारने से कुछ नहीं होता। मैच जिताने से ज्यादा तारीफ मिलती है। धौनी ने कहा कि पहले मैं उसे आप कहकर बुलाता था। फिर मैं तुम पर आया और आज तू कहकर बात करता हूं।

    युवा कोहली ने कहा कि विश्व कप के दौरान वह कैसे युवराज के कमरे में गए और पाया कि वह काफी खांस रहे हैं और उनकी टेबल पर बहुत दवाइयां पड़ी हुई थीं। कोहली ने कहा, मैंने उनसे पूछा पाजी आप इतना क्यों खांस रहे हैं और उन्होंने जवाब दिया कि क्योंकि उन्हें कैंसर है। मुझे लगा कि यह उनकी लोगों से मजाक करने की आदत है। मैंने उनसे कहा कि मजाक मत करो और कमरे से चला गया।

    इस अवसर पर मौजूद हरभजन सिंह ने कहा कि युवी की बीमारी के दौरान मैंने कभी उससे इस बारे में बात नहीं की। उन्होंने कहा कि मैं केवल उस लड़की के बारे में बात करता जिससे वह डेटिंग करेगा और इलाज के बाद जब वापसी करेगा तो मुझसे किस लड़की से मिलवाएगा।

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