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    Uttarakhand Cricket Association के चुनाव में हावी रहा परिवारवाद, किरण वर्मा का सचिव बनना तय

    Updated: Sat, 30 Aug 2025 11:21 PM (IST)

    सीएयू चुनाव के लिए 29 और 30 अगस्त को नामांकन प्रक्रिया चली। पहले दिन आठ पदों के लिए नामांकन दाखिल हुए। अध्यक्ष पद के लिए दीपक मेहरा उपाध्यक्ष पद पर अजय पांडे कोषाध्यक्ष पद पर मानस मेघवाल संयुक्त सचिव पद पर नूर आलम काउंसलर पद पर मनोज नौटियाल और गवर्निंग काउंसिल के दो सदस्यों के लिए सुनील कुमार जोशी व अरुण तिवारी ने ही नामांकन कराया।

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    Uttarakhand Cricket Association के चुनाव में हावी रहा परिवारवाद

     जागरण संवाददाता, देहरादून। क्रिकेट एसोसिएशन आफ उत्तराखंड (सीएयू) की नई कार्यकारिणी के लिए हुई चुनाव प्रक्रिया में एक बार फिर परिवारवाद हावी रहा। सिर्फ एक नामांकन होने से निवर्तमान सचिव महिम वर्मा की पत्नी किरण वर्मा का सचिव बनना लगभग तय हो गया है। वहीं, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, कोषाध्यक्ष, संयुक्त सचिव, काउंसलर और दो सदस्यों के लिए भी एक-एक ही नामांकन होने से उन्हीं लोगों का चुना जाना तय है, जिनके नाम शुरू से चर्चा में थे। अब 31 अगस्त को नामांकन पत्रों की जांच होगी और आपत्ति के बाद अंतिम निर्णय होगा।

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    सीएयू चुनाव के लिए 29 और 30 अगस्त को नामांकन प्रक्रिया चली। पहले दिन आठ पदों के लिए नामांकन दाखिल हुए, लेकिन दूसरे दिन कोई नया नामांकन नहीं हुआ। अध्यक्ष पद के लिए दीपक मेहरा, उपाध्यक्ष पद पर अजय पांडे, कोषाध्यक्ष पद पर मानस मेघवाल, संयुक्त सचिव पद पर नूर आलम, काउंसलर पद पर मनोज नौटियाल और गवर्निंग काउंसिल के दो सदस्यों के लिए सुनील कुमार जोशी व अरुण तिवारी ने ही नामांकन कराया। नामांकन प्रक्रिया चुनाव अधिकारी सेवानिवृत्त आइएएस एसबी शशांक, सहायक निर्वाचन अधिकारी वीपी आचार्य और विनोद कुमार ने कराई। किरण वर्मा मूल रूप से उत्तरकाशी के बड़कोट की रहने वाली हैं। सचिव पद पर उनका चुनाव तय होने से उनके गांव में खुशी की लहर है।

    वर्चस्व को लेकर आरोपों में घिरी रही है सीएयू

    बीसीसीआइ से 13 अगस्त 2019 को मान्यता मिलने के बाद वर्चस्व को लेकर सीएयू लगातार आरोपों से घिरी रही है। अक्टूबर 2019 में बीसीसीआइ के चुनाव में सीएयू के सचिव महिम वर्मा को बीसीसीआइ उपाध्यक्ष बनाया गया। जिससे सीएयू का कद काफी बढ़ गया, लेकिन सीएयू में सचिव पद को भरने के लिए खींचतान खुलकर सामने आ गई। विवाद इतना बढ़ गया कि महिम वर्मा को बीसीसीआइ उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा देकर वापस सीएयू के सचिव पद पर चुनाव लड़ना पड़ा।

    करोड़ों रुपये की हेराफेरी की भी हुई शिकायत

    साल 2022 में सीएयू पर क्रिकेटरों को 100 करोड़ रुपये डीए देने, करोड़ों रुपये केले व पानी में गबन करने और डेढ़ करोड़ रुपये का सीएयू कार्यालय टीम को लंच कराने में खर्च करने के आरोप लगे। जिसकी सुनवाई हाईकोर्ट में चल रही है। हालांकि बाद में तत्कालीन अध्यक्ष व सचिव ने दस्तावेज दिखाकर इन आरोपों को खारिज किया था। जून 2022 में क्रिकेटर आर्य सेठी के पिता वीरेंद्र सेठी ने सीनियर पुरुष टीम के कोच मनीष झा द्वारा आर्य सेठी को पीटने व महिम वर्मा पर 10 लाख रुपये मांगने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था।

    अध्यक्ष का कार्यकाल बढ़ा, उपाध्यक्ष निलंबित

    सीएयू के पूर्व अध्यक्ष जोत सिंह गुनसोला का कार्यकाल नियम विरुद्ध एक महीने के लिए बढ़ाया गया था। इसके बाद 2024 में सीएयू पर 25 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाकर पुलिस से शिकायत की गई थी। यह मामला सामने आने के बाद सीएयू ने 19 दिसंबर को तत्कालीन उपाध्यक्ष धीरज भंडारी पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर उन्हें निलंबित कर दिया था। साथ ही उनकी सदस्यता भी समाप्त कर दी गई थी।