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    T20I क्रिकेट में MS Dhoni कभी हासिल नहीं कर पाए ये उपलब्धि, हमेशा रहेगा ट्रॉफी का सूखा

    By Vikash GaurEdited By:
    Updated: Sun, 16 Aug 2020 12:10 PM (IST)

    MS Dhoni कभी भी टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में मैन ऑफ द मैच का खिताब हासिल नहीं कर पाए हैं। इसके लिए शायद उनको उम्र भर मलाल रहने वाला है। ...और पढ़ें

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    T20I क्रिकेट में MS Dhoni कभी हासिल नहीं कर पाए ये उपलब्धि, हमेशा रहेगा ट्रॉफी का सूखा

    नई दिल्ली, आइएएनएस। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट की तरह टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में भी टीम के लिए दर्जनों मैच फिनिश किए हैं। कई बार तो एमएस धौनी ने आखिरी गेंद पर भारतीय टीम को जीत दिलाई है। यही कारण है कि एमएस धौनी को दुनिया का सबसे अच्छा फिनिशर माना जाता रहा है। हालांकि, एमएस धौनी से जुड़ा एक आंकड़ा काफी हैरान करने वाला है, जो उनके रिटायरमेंट के बाद निकलकर सामने आया है।

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    दरअसल, महेंद्र सिंह धौनी ने कभी भी टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में प्लेयर ऑफ द सीरीज का खिताब तो छोड़िए, प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब तक नहीं जीता है। वहीं, वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में उन्होंने 21 बार मैन ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम करने में सफलता हासिल की है, लेकिन ये चौंकाने और हैरान करने वाली बात है कि महान विकेटकीपर बल्लेबाज कभी टी20 मैच में मैन ऑफ द मैच का खिताब नहीं जीत सके। ऐसा भी नहीं है उनका रिकॉर्ड खराब है।

    दाएं हाथ के बल्लेबाज एमएस धौनी ने 98 टी20 इंटरनेशनल मैचों की 85 पारियों में 42 बार नाबाद रहते हुए 1617 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका हाइएस्ट स्कोर 56 रन रहा है। धौनी का टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का औसत 37.6 का है, जिस दौरान उनका स्ट्राइकरेट 126.13 का रहा है। धौनी ने 2 अर्धशतक क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में लगाए हैं, जबकि 15 बार उन्होंने 30 से 49 रन तक के स्कोर बनाए हैं, लेकिन कभी मैन ऑफ द मैच का खिताब नहीं जीता।

    टी20 वर्ल्ड कप 2007 का खिताब भारत को अपनी कप्तानी में जिताने वाले एमएस धौनी ने 72 टी20 मैचों में देश की टीम का नेतृत्व किया है। इस दौरान उनकी जीत का औसत 58.33 रहा है, क्योंकि उन्होंने 42 मुकाबले टीम को जिताए हैं। वहीं, अगर मैन ऑफ द मैच की बात करें तो वे कभी ये उपलब्धि टी20 क्रिकेट में हासिल नहीं कर पाए हैं, क्योंकि जब-जब उन्होंने बड़ी पारियां या फिर अच्छी पारियां खेलीं, तब-तब किसी दूसरे बल्लेबाज या गेंदबाज ने उनसे अच्छा प्रदर्शन किया था।