Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एक और भारतीय खिलाड़ी ने किया संन्यास का एलान, अब अमेरिका में खेलेंगे क्रिकेट

    By Vikash GaurEdited By:
    Updated: Fri, 20 Aug 2021 08:27 AM (IST)

    भारत के लिए लंबे समय तक घरेलू क्रिकेट में सक्रिय रहे मनन शर्मा ने संन्यास की घोषणा कर दी है। उन्मुक्त चंद के बाद वे ऐसे दूसरे खिलाड़ी हैं जिन्होंने अमेरिका में क्रिकेट खेलने की वजह से भारतीय क्रिकेट को अलविदा कहा है।

    Hero Image
    भारतीय खिलाड़ी ने संन्यास की घोषणा कर दी है

    नई दिल्ली, जेएनएन। टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली, रिषभ पंत, इशांत शर्मा और शिखर धवन के साथ दिल्ली की टीम से घरेलू क्रिकेट खेलने वाले मनन शर्मा ने भारतीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। पूर्व टेस्ट क्रिकेटर अजय शर्मा के बेटे मनन अब अमेरिका के कैलिफोर्निया जाएंगे। उम्मीद की जा रही है कि ये खिलाड़ी भी अमेरिका के लिए क्रिकेट खेलते नजर आ सकता है। ऐसा ही कुछ 2012 की अंडर 19 विश्व कप विजेता टीम के कप्तान उन्मुक्त चंद ने किया था, जो अमेरिका में क्रिकेट खेलने लगे हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    30 वर्षीय मनन 2010 की अंडर-19 टीम इंडिया का हिस्सा थे, जिसमें केएल राहुल, मयंक अग्रवाल, संदीप शर्मा और जयदेव उनादकट जैसे खिलाड़ी शामिल थे। इन सभी खिलाड़ियों को भारत के लिए खेलने का मौका मिला, लेकिन मध्यक्रम के बल्लेबाज और बायें हाथ के स्पिनर मनन शर्मा को कभी टीम इंडिया में जगह नहीं मिल पाई। ऐसा भी नहीं है कि उन्होंने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया हो या फिर वे भारतीय घरेलू क्रिकेट में एक औसत दर्जे के खिलाड़ी रहे हों, क्योंकि आंकड़े भी गवाह हैं कि वे दमदार क्रिकेटर हैं।

    दरअसल, मनन शर्मा ने 35 प्रथम श्रेणी मैचों में एक शतक और आठ अर्धशतक के सहारे 1208 रन बनाए हैं। हालांकि, अच्छी बात ये है कि उन्होंने 113 विकेट भी प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपने नाम किए हैं। इसके अलावा 59 लिस्ट ए (वनडे) मैचों में उन्होंने 560 रन बनाए और 78 विकेट भी चटकाए हैं। 26 टी-20 मैचों में उनके नाम 131 रन और 32 विकेट हैं। दिल्ली के लिए मनन ने आखिरी मैच लिस्ट ए क्रिकेट में अक्टूबर 2019 में खेला था। दो साल से उनको भारत की घरेलू क्रिकेट में भी मौका नहीं मिल पाया है।

    आपको बता दें, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने नियम बनाए हुए हैं कि कोई भी भारतीय खिलाड़ी तब तक किसी विदेशी लीग या फ्रेंचाइजी क्रिकेट में नहीं खेल सकता, जब तक कि लो भारतीय क्रिकेट से संन्यास न ले ले। ऐसा ही कुछ युवराज सिंह के साथ हुआ था, जिनको टी10 लीग में खेलने की वजह से संन्यास लेना पड़ा था।