'मैं नहीं जा रहा बैटिंग करने', चौथे दिन आकाशदीप बल्लेबाज करने क्यों आए? इस बैटर ने किया था मना!
ind vs eng live score भारतीय क्रिकेट टीम और इंग्लैंड क्रिकेट अीम के बीच लॉर्ड्स में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट के चौथे दिन इंग्लैंड टीम दूसरी पारी में 192 रन पर सिमट गई थी। ऐसे में भारत को जीत के लिए 193 रन बनाने थे। भारत को दूसरे दिन करीब 20 ओवर और आखिरी दिन पूरे 90 ओवर खेलने थे।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच लॉर्ड्स में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट के चौथे दिन इंग्लैंड टीम दूसरी पारी में 192 रन पर सिमट गई थी। ऐसे में भारत को जीत के लिए 193 रन बनाने थे। भारत को दूसरे दिन करीब 20 ओवर और आखिरी दिन पूरे 90 ओवर खेलने थे।
ऐसे में 193 रन का टारगेट ज्यादा नहीं लग रहा था। हालांकि, चौथे दिन स्टंप तक टीम इंडिया ने 4 विकेट खोकर 58 रन बनाए। नाइट वॉचमैन आकाशदीप के आउट होते ही स्टंप की घोषणा कर दी गई। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिरी नाइट वॉचमैन को भेजने की जरूरत क्यों पड़ी।
गिल के रूप में गिरा तीसरा विकेट
रविवार रात को जब कप्तान शुभमन गिल आउट हुए तो चौथे दिन का खेल खत्म होने में 20 मिनट ही बचे थे। भारत अपना तीसरा विकेट खो चुका था। केएल राहुल मैदान पर डटे हुए थे। इस बीच आकाशदीप मैदान पर बल्लेबाजी के लिए आए।
वह अपने दस्तानों और आर्म-गार्ड को ठीक कर रहे थे, जो ठीक से नहीं लगाए गए थे। इससे साफ था कि अंतिम समय पर उन्हें नाइट वॉचमैन के तौर पर भेजने का फैसला लिया गया। भारत रवींद्र जडेजा, नीतीश रेड्डी और वॉशिंगटन सुंदर जैसे बल्लेबाजो के साथ एक अहम खिलाड़ी ऋषभ पंत को बचाना चाहता था।
आकाश को भेजने का फैसला लिया
मुख्य कोच गौतम गंभीर और टीम प्रबंधन का आकाशदीप को भेजने का फैसला कुछ हद तक कामयाब रहा। उन्होंने राहुल का एक और विकेट गिरने से बचाया, लेकिन भारत ने स्टंप्स से दो गेंद पहले चौथा विकेट जरूर गंवा दिया। पूर्व भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने खुलासा किया कि पंत मैच के अंतिम क्षणों में बल्लेबाजी करना पसंद नहीं करते।
अश्विन ने सुनाई कहानी
अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, "मैं आपको एक कहानी सुनाता हूं। मीरपुर में हुआ वो टेस्ट मैच याद है जब भारत जीत के लिए 140 रनों के टारगेट का पीछा कर रहा था? मैं गेंदबाजी के बाद ड्रेसिंग रूम में बैठकर आराम कर रहा था। वहां बहुत गर्मी और उमस थी। मैं विश्लेषक के बगल में बैठा था और हेड कोच राहुल द्रविड़ थोड़ी दूर पर थे। पहले दो विकेट गिरने के बाद ऋषभ ने राहुल भाई से कहा, 'मैं बल्लेबाजी करने नहीं जा रहा हूं।'
अश्विन ने कहा, 30-40 मिनट का अच्छा खासा समय बचा था। लेकिन उन्होंने कहा कि मैं नहीं जा रहा हूं। जब अगला विकेट गिरा और चौथे नंबर के बल्लेबाज को बल्लेबाजी के लिए जाना था, तो वह बल्लेबाजी के लिए गए और मुझे लगता है कि उन्हें पहले अक्षर पटेल और फिर जयदेव उनादकट को नाइट वॉचमैन के रूप में बल्लेबाजी के लिए भेजना पड़ा।"
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