जसप्रीत बुमराह के टेस्ट करियर पर तलवार, BCCI का नया नियम बन सकता है मुसीबत, क्या संन्यास लेंगे जस्सी?
टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर को इंग्लैंड दौरे पर काफी आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था। इसका एक कारण वर्कलोड मैनजमेंट था जिसके चलते जसप्रीत बुमराह सिर्फ तीन मैच ही खेले थे। इसे लेकर काफी सवाल भी उठे थे और अब गंभीर चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर के साथ मिलकर एक नया नियम लाने पर विचार कर रहे हैं।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम जब इंग्लैंड जा रही थी तब ये बात साफ थी कि जसप्रीत बमुराह इस दौरे पर सिर्फ तीन ही टेस्ट मैच खेलेंगे। हुआ भी ऐसा ही। इसका कारण उसका वर्कलोड मैनेजमेंट था। इसी कारण बुमराह आखिरी टेस्ट मैच में नहीं खेले। हालांकि, अब बीसीसीआई एक ऐसा नियम लाने जा रहा है जिससे बुमराह को अपने करियर पर विचार करना पड़ सकता है।
इसके पीछे मकसद खिलाड़ियों को वर्कलोड के नाम पर अपनी मनमर्जी करने से रोकना है। खिलाड़ी इसी कारण अपनी हिसाब से मैचों का चुनाव करते हैं और उसी हिसाब से खेलते हैं। कोच गौतम गंभीर और चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर इसके खिलाफ हैं।
इस बात की हो रही है चर्चा
समाचार एजेंसी पीटीआई की मानें तो बीसीसीआई ऐसा नियम लाने पर विचार कर रहा है जिससे खिलाड़ी अपने मन मुताबिक सीरीज या मैच खेलने का चुनाव नहीं कर सकते। टीम के हेड कोच गौतम गंभीर, चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली चयन समिति औ मैनेजमेंट के कई बड़े अधिकारी इस बात को लेकर सहमत हैं कि खिलाड़ियों को अपनी मनमर्जी करने से रोका जाए। इस संबंध में खिलाड़ियों को ऐसा न करने की चेतावनी देने की बात भी कही गई है।
अगर ये नियम लागू होता है तो बुमराह को परेशानी हो सकती है। वर्कलोड का हवाला देते हुए ही बुमराह ने इंग्लैंड दौरे पर तीन मैच खेले और वह द ओवल में खेले गए आखिरी मैच से दूर रहे।
क्या बुमराह लेंगे संन्यास?
बुमराह का शरीर चोटों से ग्रसत है और इसी कारण वह अपने शरीर के हिसाब से मैचों का चुनाव करते हैं। अब अगर बीसीसीआई ऐसा कोई नियम लाता है जिसमें खिलाड़ियों को अपने मुताबिक खेलने वाले मैचों का चुनाव न करने दिया जाए तो बुमराह को परेशानी हो सकती है। उनका शरीर इसकी इजाजत नहीं देगा तो संभवतः बुमराह संन्यास का मन बना भी सकते हैं।
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