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    IND vs ENG: भारतीय गेंदबाजों का बुरा हाल, फील्डरों ने कटाई नाक, ऐसे कैसे होगा इंग्लैंड फतह?

    हेडिंग्ले में इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच पहली पारी में भारतीय गेंदबाजों और फील्डरों ने काफी निराश किया। जसप्रीत को दूसरे छोर के साथ नहीं मिला और वह अकेले लड़ते दिखाई दिए। 

    By Abhishek Upadhyay Edited By: Abhishek Upadhyay Updated: Sun, 22 Jun 2025 09:49 PM (IST)
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    जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली : पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के शुरुआती टेस्ट में ही भारतीय गेंदबाजी आक्रमण की पोल खुल गई। जसप्रीत बुमराह के अलावा प्रसिद्ध कृष्णा ने तीन विकेट जरूर लिए लेकिन उन्होंने बेइंतहां रन लुटाए। लीड्स में मोहम्मद सिराज को ऊपरी क्रम के बल्लेबाज तो छोड़ो निचले क्रम के गेंदबाज भी मार रहे थे। डर तो इस बात का है कि वर्क लोड के कारण जिस मैच में बुमराह नहीं खेलेंगे उस मैच में भारतीय टीम का क्या होगा?

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    यही नहीं भारतीय क्षेत्ररक्षक कोढ़ में खाज साबित हुए। उन्होंने पांच से छह कैच छोड़े और जिन बल्लेबाजों के कैच छोड़े वही बाद में जाकर घातक साबित हुए। दूसरे दिन तीन विकेट लेने वाले बुमराह ने तीसरे दिन चायकाल से पहले इंग्लैंड के आखिरी दो विकेट लेकर उनकी पहली पारी 465 रनों पर समाप्त की। भारत को छह रन की बढ़त जरूर मिली लेकिन अगर गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण अच्छा होता तो मेजबान टीम बहुत पहले ही ऑलआउट हो जाती।

    भारतीय गेंदबाज फेल, इंग्लैंड बल्लेबाज हावी

    भारत ने पहली पारी में 4.16 के रन रेट से रन बनाए थे तो इंग्लैंड ने 4.61 के रन रेट से स्कोर को आगे बढ़ाया। प्रसिद्ध ने 6.40, शार्दुल ने 6.33 और सिराज ने 4.51 के इकोनामी रेट से रन लुटाए। शार्दुल की हालत तो यह थी कि भारत ने कुल 100.4 ओवर फेंके लेकिन कप्तान शुभमन गिल ने उन्हें सिर्फ छह ओवर दिए। पहले टेस्ट के तीसरे दिन भी इंग्लिश बल्लेबाज तेजी से रन बनाने की रणनीति के साथ मैदान पर उतरे थे। लंच से पहले भारतीय गेंदबाजों को दो सफलता भी मिली। विकेट पर डटे ओली पोप (106) रविवार को ज्यादा देर नहीं टिक पाए। प्रसिद्ध कृष्णा ने उनको चलता किया। बेन स्टोक्स कप्तानी पारी नहीं खेल पाए। पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए हैरी ब्रूक ने भारतीय गेंदबाजों का डटकर सामना किया लेकिन वह अपने शतक से सिर्फ एक रन दूर रह गए। उनको 99 रन पर प्रसिद्ध कृष्णा ने पवेलियन भेजा।

    किस्मत भी अजीब होती है। ब्रूक का शून्य पर कैच छूटा लेकिन अपने नौवें शतक से एक रन पहले वह आउट हो गए। तीसरे दिन तीन विकेट पर 209 रनों से आगे खेलने उतरी इंग्लिश टीम 256 रन जोड़कर ऑलआउट हुई।

    ब्रूक को खाता खोलने से पहले मिला था मौका

    भारत के विरुद्ध जानदार पारी खेलने वाले हैरी ब्रूक को खाता खोलने से पहले ही जीवनदान मिला था। बुमराह की जिस गेंद पर ब्रूक आउट हुए थे वह नोबाल हो गई थी। उनका 46 और 82 रन के निजी स्कोर पर कैच छूटा। हैरी ने इसका फायदा भी उठाया लेकिन प्रसिद्ध उनको शतक नहीं बनाने दिया। इस मुकाबले से पहले ब्रूक का टेस्ट में भारत के विरुद्ध उच्चतम स्कोर नाबाद 97 रन था। भारत के विरुद्ध कप्तानी कर रहे बेन स्टोक्स छाप छोड़ने में नाकाम रहे। जेमी स्मिथ भी अर्धशतक जड़ने से चूक गए।

    लगातार छोड़ रहे कैच भारतीय खिलाड़ी

    इंग्लैंड के बल्लेबाजों के सामने भारतीय तेज गेंदबाज बुमराह सटीक लाइन-लेंथ के साथ गेंदबाजी करते रहे लेकिन टीम के साथी मौके पर कैच छोड़ते रहे। शनिवार को बुमराह की गेंद पर भारतीय क्षेत्ररक्षकों ने तीन कैच छोड़े और रविवार को 85वें ओवर की अंतिम गेंद पर यशस्वी जायसवाल ने उनके ही ओवर में ब्रूक का कैच छोड़ा। इसमें तीन जायसवाल और एक जडेजा ने छोड़ा।

    ऐसा लग रहा है जायसवाल के हाथ में ग्लिसरीन लगी थी। एक पारी में किसी भारतीय गेंदबाज की गेंदों पर छोड़े गये संयुक्त रूप से सबसे अधिक कैच हैं। जायसवाल भी एक पारी में सबसे ज्यादा कैच छोड़ने वाले भारतीयों में संयुक्त रूप से सबसे आगे पहुंच गए हैं। अगर जायसवाल स्लिप पर कैच नहीं कर पा रहे तो उन्हें कहीं और फील्डिंग पर लगाना चाहिए।