IND vs ENG: तीन बदलाव के साथ उतर सकता है भारत, इस स्टार को मिल सकता है डेब्यू का मौका
भारतीय क्रिकेट टीम को इंग्लैंड के खिलाफ खेले गए पहले टेस्ट मैच में हार का सामना करना पड़ा था। इस हार के बाद टीम इंडिया से कुछ खिलाड़ियों की छुट्टी हो सकती है। दूसरा टेस्ट मैच दो जुलाई से बमिंघम में शूरू हो रहा है और इसमें कुछ बड़े फैसले देखने को मिल सकते हैं।
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली : लीड्स में खेले गए एंडरसन-तेंदलुकर ट्रॉफी के पहले टेस्ट मैच में हार के बाद भारतीय टीम बर्मिंघंम पहुंच चुकी हैं, जहां दो जुलाई से दूसरा टेस्ट मैच खेला जाना है। बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर भारतीय टीम आज तक जीत नहीं पाई है। भारतीय टीम शुक्रवार को अभ्यास करने पहुंचीं, हालांकि अभ्यास सत्र तक मीडिया की पहुंच बहुत ही सीमित थी।
अभ्यास सत्र के दौरान पहले मैच से बाहर रहे आकाशदीप को मुख्य कोच गौतम गंभीर के साथ लंबी बात करते हुए देखा गया। जसप्रीत बुमराह टीम के साथ आए तो, लेकिन उन्होंने अभ्यास नहीं किया। बुमराह को कार्यभार प्रबंधन के तहत इस मैच में विश्राम दिया जाएगा।
हो सकते हैं तीन बदलाव
सूत्रों की मानें तो एजबेस्टन में भारतीय टीम प्रबंधन तीन अहम बदलाव कर सकता है। बुमराह की अनुपस्थिति में आकाश दीप का अंतिम एकादश में खेलना तय है, वहीं पिछले मैच में केवल 16 ओवर गेंदबाजी करने वाले और बल्ले से बेहद ही साधारण प्रदर्शन करने वाले शार्दुल ठाकुर का बाहर होना तय है। शार्दुल की जगह ऑलराउंडर नीतीश कुमार रेड्डी को अंतिम एकादश में जगह मिलेगी।
इसके अलावा माना जा रहा है कि दूसरे टेस्ट से प्रसिद्ध कृष्णा को भी विश्राम दिया जा सकता है। लीड्स में प्रसिद्ध पांच विकेट तो चटकाए थे, लेकिन उन्होंने काफी रन भी लुटाए थे। इंग्लिश बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में उन्हें जमकर निशाना बनाया था। अगर प्रसिद्ध को विश्राम दिया जाता है तो उनकी जगह अर्शदीप को टेस्ट पदार्पण करने का मौका मिल सकता है। सूत्रों के अनुसार, एजबेस्टन में भी भारतीय टीम एक ही स्पिनर के साथ उतरेगी। इसका मतलब है कि कुलदीप यादव को फिलहाल बेंच पर बैठना होगा। रवींद्र जडेजा के बल्लेबाजी कौशल को देखते हुए टीम प्रबंधन उन्हें बनाए रखेगा। हालांकि लीड्स टेस्ट में जडेजा ने दोनों पारियों में केवल 36 रन बनाए थे और एक ही विकेट ले पाए थे।
बुमराह की अनुपस्थिति में गेंदबाजों को लाइन लेंथ पर देना होगा ध्यान
जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति में अन्य तेज गेंदबाजों को अपनी लाइन और लेंथ पर नियंत्रण बनाए रखना महत्वपूर्ण होगा। बुमराह की अनुपस्थिति भारत को कितनी भारी पड़ सकती है, इसका एक नजारा लीड्स में पहले टेस्ट मैच के 65वें और 82वें ओवर के बीच देखने को मिला जब इस तेज गेंदबाज ने गेंदबाजी नहीं की थी।
जब बुमराह ने 19-3-57-0 के कुल गेंदबाजी विश्लेषण के साथ उस स्पेल का अंत किया, तब 371 रन के लक्ष्य का पीछा कर रहे इंग्लैंड का स्कोर चार विकेट पर 286 रन था और उन्हें एक और ओवर के लिए नहीं बुलाया गया। शायद, कप्तान शुभमन गिल उन्हें दूसरी नई गेंद के लिए बचाकर रखना चाहते थे, जो 15 ओवर बाद ली जानी थी और यह भारत के अपने प्रमुख तेज गेंदबाज के कार्यभार प्रबंधन योजना के अनुरूप भी था।
इंग्लैंड अभी भी जीत से 85 रन दूर था और अगर इन ओवर में कुछ विकेट गिर जाते तो 80वें ओवर में बुमराह की वापसी के लिए पूरी तरह से मंच तैयार हो जाता। लेकिन जब तक 80 ओवर हुए तब तक इंग्लैंड ने पांच विकेट पर 349 रन बना लिए थे। उसने इन 15 ओवर में 63 रन बनाए थे, जो कि प्रति ओवर चार रन से अधिक की दर थी। ऐसे में बुमराह के लिए भी स्थिति को संभालना संभव नहीं था।
अब भारत को एजबेस्टन में 31 वर्षीय बुमराह की अनुपस्थिति की वास्तविकता के साथ समझौता करना होगा। भारत के अन्य तेज गेंदबाज टुकड़ों में ही अच्छा प्रदर्शन कर पाए। अब एजबेस्टन में उन्हें कर अपनी लाइन और लेंथ पर ध्यान देना होगा।
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