IND vs ENG: कप्तान शुभमन गिल और कोच गंभीर का भविष्य सुनिश्चित करने वाली वो असाधारण 53 गेंदें...
गौतम गंभीर जब से टीम इंडिया के कोच बने हैं टेस्ट में भारत को ज्यादा सफलता नहीं मिली है। इंग्लैंड दौरे पर भी उनके फैसलों पर सवाल उठे थे। शुभमन गिल पहली बार टीम की कप्तानी कर रहे थे और उनका भविष्य भी दांव पर था लेकिन 53 गेंदों ने उनके भविष्य को बचा लिया है।

अभिषेक त्रिपाठी, लंदन। पांचवें टेस्ट के पांचवें दिन भारतीय टीम उस दोराहे पर खड़ी थी, जहां प्रसिद्ध कृष्णा और मोहम्मद सिराज वो 53 असाधारण गेंदें नहीं डालते तो सीरीज का नतीजा इंग्लैंड के पक्ष में 3-1 होता और इसके बाद कोच गौतम गंभीर व नए कप्तान शुभमन गिल की राहें कठिन हो जातीं क्योंकि रोहित शर्मा और विराट कोहली युग से निकलने की कोशिश कर रहे कप्तान और कोच के आलोचक पहले से ही बहुत मुखर हैं।
चोटिल खिलाड़ियों की फौज से युद्ध जीतने की कोशिश कर रही दोनों टीमों के बीच सिर्फ 35 रनों और चार विकेटों का अंतर था। आसमान में छाए बादलों के बीच मैनचेस्टर में ऋषभ पंत ने टूटे पंजे के साथ वीरता का परिचय दिया था तो यहां पर टूटे कंधे के साथ क्रिस वोक्स ने इस मैच को चरमोत्कर्ष तक पहुंचा दिया।
किसी को भरोसा नहीं था कि भारतीय टीम इस मुकाम से मैच जीत लेगी लेकिन मोहम्मद और कृष्णा की जोड़ी चमत्कार करने के लिए ही यहां आई थी। सोमवार को उनकी 53 गेंदों ने भारत को ओवल स्टेडियम में छह रन की जीत दिलाने के साथ 2-2 से सीरीज ही बराबर नहीं करवाई बल्कि आने वाले समय में भारतीय टीम गिल की कप्तानी में ही खेलती रहेगी ये भी तय कर दिया।
मैदानी कर्मी ने चलाया हैवी रोलर
पांच मैचों की सीरीज पांच दिन तक गई और दो सर्वश्रेष्ठ टीमें बराबरी पर रहीं इसने टेस्ट क्रिकेट के भविष्य पर चल रही बहस पर भी विराम लगा दिया। ओवल के मुख्य मैदानकर्मी ने इस सीरीज के आखिरी दिन सबुह-सुबह हैवी रोलर चलाया था जिससे आमतौर पर खेल के शुरुआती 30 मिनट में बल्लेबाजी थोड़ी आसान हो जाती है लेकिन सिराज यहां पर इंग्लैंड की राह कठिन करने के लिए आए थे।
भारत 22 गेंद के बाद नई गेंद ले सकता था लेकिन उसने ऐसा नहीं किया क्योंकि गिल को विश्वास था कि प्रसिद्ध और सिराज पुरानी गेंद से ही चार विकेट ले लेंगे। कृष्णा की दिन की शुरुआती दो गेंदों पर चौका जड़कर जेमी ओवरटन (09) खुश थे लेकिन सिराज ने खतरनाक जेमी स्मिथ (02) को आउट कर दिया। अपने अगले ओवर में सिराज ने ओवरटन को तेजी से अंदर आती गेंद पर पगबाधा किया। ओवरटन ने डीआरएस का सहारा लिया लेकिन अंपायर कॉल के कारण उन्हें वापस पवेलियन लौटना पड़ा।
एटकिंसन के पास नहीं था विकल्प
प्रसिद्ध ने इसके बाद जोश टंग (00) को फुल लेंथ की गेंद पर बोल्ड करके इंग्लैंड का स्कोर नौ विकेट पर 357 रन किया। हाथ में स्लिंग बांधकर उतरे वोक्स बल्लेबाजी करने की स्थिति में नहीं थे इसलिए एटकिंसन के पास बड़े शॉट खेलने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। लक्ष्य इकाई में पहुंच गया था। एटकिंसन ने दो बार अंतिम गेंद पर रन लेकर स्ट्राइक अपने पास रखी लेकिन अंतत: सिराज ने लो फुलटॉस पर उनका स्टंप उखाड़कर सीरीज का अविश्वसनीय अंत किया।
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