IND vs ENG: आखिरी टेस्ट से पहले ओवल में मचा बवाल, गंभीर ने पिच क्यूरेटर को लगाई लताड़, जानिए पूरा विवाद
भारत और इंग्लैंड के बीच द ओवल में खेले जाने वाले पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच से पहले काफी बखेड़ा खड़ा हो गया है। ये पिच क्यूरेटर की टीम इंडिया के नेट सेशन में फिजूल की दखलअंदाजी से हुआ है। उनका व्यवहार टीम इंडिया के साथ अलग और इंग्लैंड की टीम के साथ अलग था।

अभिषेक त्रिपाठी, मैनचेस्टर। अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुकी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के आखिरी मैच से पहले मंगलवार को भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने ओवल स्टेडियम के मुख्य मैदान कर्मी ली फोर्टिस को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने कहा कि आप मैदानकर्मी हैं, हमें ये मत बताएं कि हमें क्या करना है।
सीरीज में 1-2 से पीछे चल रही भारतीय टीम को गुरुवार से यहां पर इंग्लैंड के विरुद्ध आखिरी मुकाबला खेलना है। भारतीय टीम इस मैच को जीतकर सीरीज 2-2 से ड्रॉ करा सकती है। मैनचेस्टर में चौथा टेस्ट ड्रॉ कराने के बाद सीरीज को बचाए रखने के लिए लंदन पहुंची भारतीय टीम मंगलवार को यहां वैकल्पिक अभ्यास करने पहुंची थी। इंग्लैंड टीम के मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम और भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर व बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक लगभग एक समय ही पिच देखने पहुंचे। ली मैकुलम को तो आराम से पिच दिखा रहे थे लेकिन भारतीय कोच को लेकर उनका व्यवहार ठीक नहीं था।
इसके बाद भारतीय टीम मैदान में ही स्क्वायर (मुख्य पिच के आसपास का एरिया) के पास बनी अभ्यास पिच में नेट प्रेक्टिस करने लगी।
फोर्टिस ने की रोक-टोक
फोर्टिस ने तब जाकर भारतीय खिलाड़ियों से कहा कि स्क्वायर से ढाई मीटर दूर रहें। भारत के सहयोगी स्टाफ ने ली को कहा कि प्रशिक्षण के लिए उपलब्ध कराई गई तीन अभ्यास पिचों के आसपास के क्षेत्र से दूर रहना मुश्किल है। यही नहीं इसके बाद जब सहयोगी स्टाफ भारतीय टीम के लिए पानी और एनर्जी ड्रिंक से भरा कूलिंग बॉक्स लेकर आ रहा था तो फिर ली उनको कहने लगे कि ये इधर से मत ले जाओ जबकि उसको ले जाने के लिए यही रास्ता था। इस पर गंभीर भड़क गए।
गंभीर ने सीधे फोर्टिस को अंगुली दिखाते हुए कहा कि यह कोई एंटीक नहीं है। यह सिर्फ एक क्रिकेट पिच है। आप सिर्फ मैदानकर्मी हैं और हमें यह मत बताएं कि हमें अभ्यास कैसे करना है। जब इस बारे में फोर्टिस से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने गंभीर को लेकर कहा कि क्या ये छोटी-छोटी बात पर चिढ़ जाने वाले व्यक्ति हैं? क्या वह सही आदमी हैं? मैं इससे पहले कभी गंभीर से मिला नहीं। बड़ा मैच होने वाला है, हमें उस पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। आप उनसे पता कीजिए कि यहां क्या हुआ? आप लोगों ने देखा है कि यहां क्या हुआ है?
कोटक ने दिया बयान
इसके बाद प्रेस कांफ्रेंस करने आए भारतीय टीम के बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक ने कहा कि उन्हें पिच से एक निश्चित दूरी बनाए रखने के लिए कहा जाना अजीब लगा जबकि हमने स्पाइक्स नहीं पहने थे। जब गंभीर और मैं पिच को देखने गए तो ग्राउंड स्टाफ के एक सदस्य ने कहा कि कम से कम 2.5 मीटर दूर रहो, जो थोड़ा आश्चर्यजनक था क्योंकि यह पिच है। एक दिन बाद इसमें मैच शुरू होगा। यह पांच दिवसीय टेस्ट होगा, और हम अपने जॉगर्स पहनकर खड़े थे, इसलिए हमें थोड़ा अजीब लगा।
उन्होंने कहा, ग्राउंड्समैन ने कहा कि हम साइड पिच (जहां पर शार्ट लेग खड़ा होता है) पर घास बड़ी करना चाहते हैं, अब पता नहीं वह एक दिन में कितनी घास उगा लेते। हम बस उस विकेट को देख रहे थे। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। कोटक ने संकेत दिया कि फोर्टिस के बातचीत के लहजे की वजह से गुस्सा भड़क गया होगा। यह एक क्रिकेट पिच है। यह कोई 200 साल पुरानी नहीं है जो इसे तोड़ा नहीं जा सकता।
फोर्टिस द्वारा गंभीर को चिड़चिड़ा और बदमिजाज कहने पर कोटक ने कहा कि मैं वास्तव में कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता क्योंकि यह उनकी राय है और इस दुनिया में हर किसी की अपनी राय होती है। लेकिन मुझे लगता है कि वहाँ टेस्ट मैच के ठीक एक दिन बाद रबर स्पाइक वाले विकेट को देखकर कुछ भी गलत नहीं है। क्यूरेटर को भी यह समझने की जरूरत है कि वह जिनसे बात कर रहे हैं, वे बेहद कुशल और बुद्धिमान लोग हैं। अगर आप अभी उस मैदान पर जाएं, जहां हमने अभ्यास किया था, तो आपको आउटफील्ड में किसी गेंदबाज के स्पाइक्स के निशान भी नहीं दिखाई देंगे। हम स्प्रे करते रहते हैं। मुख्य कोच की तरफ से कहा जाता है कि हम कोशिश करें कि मैदान को नुकसान न पहुंचे इसलिए जब आप बहुत बुद्धिमान और उच्च कुशल लोगों के साथ काम कर रहे हों तो आप सुरक्षात्मक हो सकते हैं लेकिन आपको घमंडी नहीं लगना चाहिए।
इंग्लैंड टीम को कुछ नहीं कहा
मैकुलम और इंग्लैंड पुरुष टीम के मैनेजिंग डायरेक्टर रॉब की के पिच को देखने पर क्या फोर्टिस ने इसी तरह का व्यवहार किया था, पर कोटक ने कहा कि हमारे सामने उन्होंने उन लोगों को कुछ नहीं कहा था। कोई आधिकारिक शिकायत करने पर उन्होंने कहा कि हम ऐसा कुछ नहीं करने जा रहे हैं। जब हमारा सहयोगी स्टाफ कूलिंग बॉक्स लेकर आ रहा था तो रोलर पर बैठे फोर्टिस ने चिल्लाकर कहा कि इसे वहां न ले जाएं। अब मेरे हिसाब से उस कूलिंग बॉक्स का वजन 10 किलो होगा। वहां पर 70-80 किलो के खिलाड़ी टहल रहे तब कुछ नहीं हो रहा तो उस बॉक्स से क्या होगा। सारा सहयोगी स्टाफ मुख्य कोच के अधीन आता है। इसके बाद गंभीर को बोलने पर मजबूर होना पड़ा। गंभीर ने कहा कि सहयोगी स्टाफ से इस तरह बात मत करें।
पिच के लिए पजेसिव व प्रोटेक्टिव होना अच्छा है लेकिन इतना ज्यादा भी नहीं होना चाहिए। सच बताऊं तो ओवल आने से पहले ही टीम के ज्यादातर लोग जानते थे कि इन क्यूरेटर के साथ काम करना आसान नहीं होगा। मुझे यकीन है कि आप भी इस बात से वाकिफ होंगे।
मालूम हो कि जब भारतीय महिला टीम हाल में यहां मैच खेलने आई थी तो उनके साथ भी फोर्टिस ने इसी तरह का व्यवहार किया था। हालांकि यह वही फोर्टिस हैं जिन्हें इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड से पिछले तीन साल से सर्वश्रेष्ठ बहुदिनी पिच (टेस्ट व काउंटी) बनाने का अवॉर्ड मिल रहा है।
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