क्रिकेट डायरी: भारत में होने वाले 2021 टी-20 विश्व कप के लिए चार देश कर सकेंगे क्वालीफाई
आइसीसी ने बताया कि भारत में 2021 में होने वाले आइसीसी टी-20 विश्व कप के लिए 16 टीमों में से चार देश क्वालीफाई करके पहुंचेंगे।
दुबई, प्रेट्र। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) ने बताया कि भारत में 2021 में होने वाले आइसीसी टी-20 विश्व कप के लिए 16 टीमों में से चार देश क्वालीफाई करके पहुंचेंगे। यह टूर्नामेंट आठ टीमों की चैंपियंस ट्रॉफी वनडे प्रारूप की जगह लेगा, जिसका आयोजन इंग्लैंड में 2017 में किया गया था।
आइसीसी के अनुसार, 11 क्षेत्रीय क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट पांच आइसीसी क्षेत्रों (अफ्रीका, अमेरिका, एशिया, पूर्व एशिया पैसिफिक और यूरोप) में कराए जाएंगे, जिसमें से आठ टीमें दो वैश्विक क्वालीफाइंग प्रतियोगिताओं में से एक में जगह बनाएंगी। साथ ही टी-20 विश्व कप 2020 की निचले स्थान पर रहने वाली चार टीमें क्षेत्रीय क्वालीफायर में जुड़ जाएंगी। इनके साथ एक जनवरी 2020 तक 13वीं से 16वीं रैंकिंग की टीमें भी इस वैश्विक क्वालीफाइंग प्रतियोगिता में शामिल हो जाएंगी।
ये चार टीमें जिंबाब्वे, नेपाल, संयुक्त अरब अमीरात और हांगकांग हैं। इसका मतलब है कि चार टी-20 विश्व कप स्थान के लिए 16 टीमें दो वैश्विक क्वालीफायर में भाग लेंगी, जिसमें से प्रत्येक में से दो शीर्ष टीमें 2021 में होने वाले मुख्य टूर्नामेंट में पहुंचेंगी। 12 टीमें जो ऑस्ट्रेलिया में आइसीसी टी-20 विश्व कप 2020 के दूसरे दौर में जगह बनाएंगी, वे अगले साल होने वाली इस प्रतियोगिता में स्वत: ही प्रवेश कर लेंगी।
महिला विश्व कप 2021 फाइनल की मेजबानी करेगा क्राइस्टचर्च
ऑकलैंड, आइएएनएस। महिला वनडे विश्व कप 2021 का फाइनल मैच क्राइस्टचर्च में खेला जाएगा। क्राइस्टचर्च के अलावा न्यूजीलैंड के ऑकलैंड, वेलिंगटन, हैमिल्टन, टोरंगा, डुनेडिन में भी विश्व कप मैच होंगे। छह फरवरी से सात मार्च तक चलने वाले इस विश्व कप में कुल 31 मैच खेले जाएंगे। फाइनल क्राइस्टचर्च के हेगले ओवल मैदान पर होगा, जबकि सेमीफाइनल मैच हैमिल्टन और टोरंगा में खेले जाएंगे। आइसीसी ने इस बात की जानकारी दी।
महिला विश्व कप की सीईओ आंद्रिया नेल्सन ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि सभी 31 मैच सर्वश्रेष्ठ स्थलों पर खेले जाएं, ताकि ज्यादा से ज्यादा प्रशंसक टूर्नामेंट के साथ जुड़ सकें। न्यूजीलैंड की मौजूदा कप्तान सोफी डेविने ने गुरुवार को कहा कि घर में विश्व कप खेलना उनके लिए बेहतरीन मौका होगा। टूर्नामेंट का पूरा कार्यक्रम मार्च में घोषित होगा, जब टूर्नामेंट को आधिकारिक तौर पर लांच किया जाएगा। इंग्लैंड मौजूदा विजेता की तरह न्यूजीलैंड जाएगी। इंग्लैंड ने 2017 में अपने घर में भारत को हराकर विश्व कप जीता था।
दबाव को झेलना होगा विश्व कप में सफलता की कुंजी : हरमनप्रीत
मुंबई, प्रेट्र। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने गुरुवार को कहा कि ऑस्ट्रेलिया में होने वाले महिला टी-20 विश्व कप में दबाव का सामना करना ही सफलता की कुंजी होगा, जो उनकी टीम पिछले दो विश्व कप में नहीं कर सकी। इंग्लैंड और मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ त्रिकोणीय सीरीज के लिए रवाना होने से पहले हरमनप्रीत ने यह बात कही।
भारतीय टीम पिछले टी-20 विश्व कप और वनडे विश्व कप से सेमीफाइनल में बाहर हो गई थी। हरमनप्रीत ने कहा कि हम पिछले दो विश्व कप में काफी करीब पहुंचे, लेकिन हमें दबाव का सामना करना सीखना होगा। इस बार हम अधिक दबाव लेने की बजाय अपने खेल का मजा लेना चाहते हैं। हम यह सोचकर नहीं खेलेंगे कि यह बड़ा टूर्नामेंट है। हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना है, लेकिन दबाव नहीं लेना।
महिला टी-20 विश्व कप ऑस्ट्रेलिया में 21 फरवरी से आठ मार्च तक खेला जाएगा। भारत का सामना ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, न्यूजीलैंड और श्रीलंका से ग्रुप चरण में होगा। भारत के लिए 104 टी-20 मैच खेल चुकी हरमनप्रीत ने कहा कि टीम को दबाव के बारे में सोचने की बजाय अपने हुनर को निखारने पर फोकस करना होगा।
शेफाली वर्मा और रिचा घोष जैसे नए खिलाडि़यों को संदेश देने के बारे में पूछने पर हरमनप्रीत ने कहा कि उन्हें अपना स्वाभाविक खेल दिखाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम विश्व कप से पहले यह त्रिकोणीय सीरीज खेल रहे हैं जिससे तैयारी में काफी मदद मिलेगी। निजी प्रदर्शन के बारे में उन्होंने कहा कि बीता साल अच्छा नहीं रहा लेकिन 2020 में वह काफी सकारात्मक महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा कि आप हमेशा 100 फीसद प्रदर्शन नहीं कर सकते क्योंकि हमेशा हालात आपके अनुकूल नहीं रहते। इसे स्वीकार करना होगा।
फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलना देश के लिए खेलने से अलग : रमन
मुंबई, प्रेट्र : भारतीय महिला टीम के मुख्य कोच डब्ल्यूवी रमन नहीं मानते कि उन देशों को टी-20 विश्व कप में कोई फायदा मिलेगा जिनकी खिलाड़ी फ्रेंचाइजी लीग में खेलती हैं क्योंकि देश के लिए खेलना बिल्कुल अलग होता है। हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना और जेमिमाह रोड्रिग्ज तीन भारतीय क्रिकेटर हैं जो महिलाओं की प्रतिस्पर्धी बिग बैश लीग (डब्ल्यूबीबीएल) में खेल चुकी हैं, लेकिन अन्य टीमों में कई खिलाड़ी ऐसी हैं जो नियमित रूप से इस लोकप्रिय टी-20 प्रतियोगिता में खेलती हैं।
रमन ने कहा कि फ्रेंचाइजी क्रिकेट खेलना एक चीज है और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट खेलना दूसरी बात है जिसमें आपके देश की टीम खेलती है और यह बिल्कुल ही अलग तरह का खेल होता है। वे भले ही परिस्थितियों से वाकिफ हों, लेकिन इसका मंच अलग होता है। दबाव भी अलग तरह का होता है। इस त्रिकोणीय सीरीज में इंग्लैंड और मेजबान ऑस्ट्रेलियाई टीम भी शामिल है जो 31 जनवरी से शुरू हो रही है और इसके बाद अगले महीने टी-20 विश्व कप खेला जाएगा। कोच ने कहा कि भारत की टीम संतुलित है जिसमें अच्छी गहराई है, इसलिए इन सब चीजों को मिलाकर सब कुछ बराबरी का हो जाएगा भले ही उनके पास फ्रेंचाइजी के लिए खेलने का कितना भी अनुभव हो। उन्होंने कहा कि इससे (गहराई से) निश्चित रूप से हमें मनोवैज्ञानिक रूप से मदद मिलेगी।