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    11 साल पहले मैनचेस्टर में मिला था गहरा जख्म, 6 भारतीय बल्लेबाजों का नहीं खुला था खाता; क्या इतिहास पलट पाएंगे गिल?

    Updated: Sat, 19 Jul 2025 07:48 PM (IST)

    भारत और इंग्लैंड की टीम 11 साल बाद मैनचेस्टर में आमने-सामने होंगी। साल 2014 में जब दोनों टीमें यहां टेस्ट मैच खेलने उतरी थीं तब मेजबान इंग्लैंड ने भारत को गहरा जख्म दिया था। भारतीय टीम को पारी और 54 रन से शिकस्त का सामना करना पड़ा था। अब गिल ब्रिगेड उस हार का बदला लेने के लिए तैयार है।

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    मैनचेस्टर में भारतीय टीम को मिली थी करारी शिकस्त।

     उमेश कुमार, नई दिल्ली। साल 2014... तारीख थी 9 अगस्त। स्टुअर्ट ब्रॉड और जेम्स एंडरसन की घातक गेंदबाजी के आगे भारतीय बल्लेबाजी फेल हो चुकी थी। इंग्लैंड ने भारतीय टीम को पारी और 54 रन से मात दे दी थी। यह आखिरी बार था जब, भारतीय टीम मैनचेस्टर में टेस्ट मैच खेलने उतरी थी। विराट कोहली और गौतम गंभीर उस वक्त भारतीय टीम का हिस्सा थे।

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    अब लगभग 11 साल बाद 23 जुलाई को भारतीय टीम मैनचेस्टर में चौथे टेस्ट मैच के दौरान इंग्लैंड के सामने होगी। पिछली बार जब इंडिया टीम मैनचेस्टर में उतरी थी, तब गौतम गंभीर टीम के सलामी बल्लेबाज थे और अब वह टीम के हेड कोच हैं। यंग इंडिया के साथ मिलकर वह उस हार का बदलना लेना चाहेंगे। आईए जानते हैं उस टेस्ट मैच में क्या-क्या हुआ था।

    6 बल्लेबाज नहीं खोल पाए थे खाता

    मैनचेस्टर में एमएस धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम 7 अगस्त 2014 को चौथे टेस्ट मैच में इंग्लैंड के सामने थी। धोनी ने टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। यह फैसला तब गलत साबित हो गया। जब भारत ने 63 रन के स्कोर पर 6 विकेट गंवा दिए। जेम्स एंडरसरन और स्टुअर्ट ब्रॉड की आग उगलती गेंदों के सामने कोई भारतीय बल्लेबाज टिक नहीं पा रहा था।

    ऐसे में कप्तान धोनी को पहले रहाणे फिर आर अश्विन का साथ मिला। दोनों के साथ धोनी अर्धशतकीय साझेदारी की और टीम का स्कोर जैसे-तैसे 100 के पार पहुंचा दिया। अश्विन 40 रन बनाकर आउट हुए। धोनी ने 71 रन की पारी खेली। इन दोनों के अलावा अजिंक्य रहाणे ने 24 रन का योगदान दिया।

    सलामी बल्लेबाज मुरली विजय (0), गौतम गंभीर (4), चेतेश्वर पुजारा (0), विराट कोहली (0), रवींद्र जडेजा (0), भुवनेश्वर कुमार (0), वरुण एरोन (1) और पंकज सिंह दहाई का आंकड़ा तक नहीं छू सके। ब्रॉड ने 25 रन देकर 6 विकेट चटकाए, जबकि एंडरसन को 3 सफलता मिली। भारतीय टीम पहली पारी में टी ब्रेक तक 152 रन बनाकर सिमट गई।

    तीसरे दिन मैच हुआ समाप्त

    इसके जवाब में इंग्लैंड ने ईयान बेल, जो रूट और जोस बटलर की अर्धशतकीय पारियों की बदौलत 367 रन बनाए। भुवनेश्वर कुमार और वरुण एरोन ने तीन-तीन विकेट लेकर पलटवार करने की कोशिश की। तीसरे दिन लंच ब्रेक के बाद भारत की दूसरी पारी शुरू हो गई। टी ब्रेक तक भारत ने 1 विकेट गंवाकर 33 रन बना लिए थे। क्रीज पर गौतम गंभीर और चेतेश्वर पुजारा थे।

    ड्रिंक्स ब्रेक तक पहुंचते-पहुंचते भारत ने 70 के स्कोर पर 6 विकेट गंवा दिए और 43 ओवर में 161 रन बनाकर टीम सिमट गई। इंग्लैंड ने चार गेंदबाजों के साथ गेंदबाजी की, क्योंकि चोट की वजह से स्टुअर्ट ब्रॉड बॉलिंग करने नहीं आए। मोईन अली ने 4 विकेट चटकाए। एंडरसन और क्रिस जोर्डन को 2-2 विकेट मिला। भारत ने पारी और 54 रन से शिकस्त झेली।

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