Tendulkar-Anderson Trophy का अनावरण, जानें 17 साल बाद क्यों बदला गया पटौदी ट्रॉफी का नाम
सचिन तेंदुलकर और जेम्स एंडरसन ने गुरुवार को नई एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी का अनावरण किया। भारत और इंग्लैंड के बीच द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज में जीतने वाली टीम को यह ट्रॉफी दी जाएगी। इससे पहले इस ट्रॉफी को पटौदी ट्रॉफी के नाम से जाना जाता था। पटौदी ट्रॉफी की शुरुआत 2007 में हुई थी। पटौदी सीनियर इंग्लैंड और भारत के लिए क्रिकेट खेले थे।

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। सचिन तेंदुलकर और जेम्स एंडरसन ने गुरुवार को नई 'एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी' का अनावरण किया। भारत और इंग्लैंड के बीच द्विपक्षीय टेस्ट सीरीज में जीतने वाली टीम को यह ट्रॉफी दी जाएगी। इससे पहले इस ट्रॉफी को पटौदी ट्रॉफी के नाम से जाना जाता था। पटौदी ट्रॉफी की शुरुआत 2007 में हुई थी। पटौदी सीनियर इंग्लैंड और भारत के लिए क्रिकेट खेले थे। वहीं टाइगर पटौदी ने भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी की थी।
महान क्रिकेटरों के साइन ट्रॉफी पर
ट्रॉफी में तेंदुलकर के प्रतिष्ठित कवर ड्राइव और एंडरसन के सिग्नेचर बॉलिंग एक्शन की छवि के साथ-साथ दोनों महान क्रिकेटरों के साइन हैं। दोनों क्रिकेट बोर्डों के एक संयुक्त बयान में कहा गया है, "एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के बीच एक संयुक्त पहल है, जो अब इंग्लैंड और भारत के बीच होने वाली सभी भविष्य की टेस्ट सीरीज का प्रतिनिधित्व करेगी। इससे पहले इंग्लैंड में सीरीज पटौदी ट्रॉफी के लिए और भारत में एंथनी डी मेलो ट्रॉफी के लिए खेली जाती थी।"
The two most capped players in Test cricket history…
Now with their very own trophy 😍🏆 pic.twitter.com/ovhFLETR4S
— England Cricket (@englandcricket) June 19, 2025
2007 से हुई थी पटौदी ट्रॉफी की शुरुआत
पटौदी परिवार भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज से जुड़ा रहेगा। 2025 के संस्करण से शुरू होने वाले प्रत्येक इंग्लैंड-भारत टेस्ट सीरीज के विजेता कप्तान को एक नया पटौदी पदक दिया जाएगा। 2007 से शुरू हुई पटौदी ट्राफी में भारत ने इंग्लैंड को 1-0 से हराया था। इसके बाद 2011, 2014 और 2018 में खेली गई सीरीज पर इंग्लैंड ने कब्जा जमाया था। 2021 में खेली गई सीरीज 2-2 से ड्रॉ रही। सीरीज का 1 मैच कोरोना के कारण बाद में खेला गया था, जिसमें इंग्लैंड की जीत हुई थी।
सचिन तेंदुलकर टेस्ट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। उन्होंने अपने करियर में खेले 200 टेस्ट की 329 पारियों में 53.78 की औसत से 15921 रन बनाए थे। इस दौरान उन्होंने 51 शतक के साथ ही 68 अर्धशतक भी लगाए। दूसरी ओर जेम्स एंडरसन ने अपने करियर में खेले 188 टेस्ट में 704 विकेट अपने नाम किए थे। वह टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज हैं।
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