IPL 2025: फ्रेंचाइजियों को पसंद हैं 'देसी' कप्तान, 10 में से नौ टीमों के कप्तान भारतीय; आंकड़े दे रहे गवाही
आईपीएल 2025 की शुरूआत 22 मार्च से होगी। 10 टीमें खिताब जीतने के लिए अभ्यास में जुटी हुई हैं। इस साल फ्रेंचाइजी ने देसी कप्तानों पर विश्वास जताया है क्योंकि 10 में से 9 फ्रेंचाइजियों के कप्तान भारतीय हैं। केवल पैट कमिंस विदेशी खिलाड़ी हैं जो सनराइजर्स हैदराबाद की कमान संभालेंगे। आईपीएल खिताब जीतने में भारतीय खिलाड़ियों का रिकॉर्ड जबरदस्त है।

जेएनएन, नई दिल्ली। 18वें आईपीएल के शुरू होने में अब केवल दो दिन शेष हैं। सभी 10 टीमें अपने-अपने घरेलू मैदान पर अभ्यास में जुटी हैं, और इस बार खिताब को अपने नाम करने के लिए रणनीतियां तैयार कर रही हैं। इसमें सबसे प्रमुख भूमिका टीमों के कप्तान की होने वाली है।
हालांकि, विगत वर्षों से तुलना करें तो यह पहली बार है जब 10 में से नौ टीमों ने अपना दांव देसी कप्तानों पर लगाया है। केवल सनराइजर्स हैदराबाद एकमात्र टीम है, जिन्होंने गत वर्ष फाइनल में पहुंचाने वाले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस को अपनी टीम का नेतृत्व फिर सौंपा है। शेष सभी टीमों की कमान भारतीय खिलाड़ियों के हाथों में ही है।
युवा सोच पर है विश्वास
आईपीएल के इतिहास के सबसे सफल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा जैसे दिग्गज इस बार भी अपनी फ्रेंचाइजी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, लेकिन भविष्य को ध्यान में रखते हुए टीम की कमान अब फ्रेंचाइजियों ने युवा हाथों में ही सौंप दी है। चेन्नई सुपरकिंग्स का नेतृत्व जहां रुतुराज गायकवाड़ कर रहे हैं, मुंबई इंडियंस की कमान हार्दिक पांड्या के हाथों में है।
हालांकि, इन दोनों ने पिछले वर्ष भी टीम की कमान संभाली थी, परंतु अपनी टीमों को उनकी विरासत के अनुसार सफलता नहीं दिला पाए थे। हार्दिक के नेतृत्व में लगातार दो फाइनल खेलने वाली गुजरात टाइटंस का भी पिछले सत्र में शुभमन गिल की अगुआई में प्रदर्शन बहुत खास नहीं रहा था। ऐसे में इस बार उनके नेतृत्व कौशल पर भी सभी की नजरें होंगी।
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तीन टीमें नहीं जीत पाईं खिताब
रायल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने भी इस बार युवा रजत पाटीदार को अपना कप्तान बनाया है। दिग्गज भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली ने फ्रेंचाइजी के इस निर्णय की बहुत सराहना की है, लेकिन अब ये भविष्य ही बताएगा की वह पहली बार आरसीबी को खिताब दिलाने में सफल होते हैं या नहीं।
इधर, दिल्ली कैपिटल्स, लखनऊ सुपरजायंट्स और पंजाब किंग्स ने भी कप्तानी में फेरबदल कर युवाओं पर ही भरोसा ही जताया है। दिल्ली कैपिटल्स ने अक्षर पटेल, लखनऊ सुपरजायंट्स ने ऋषभ पंत और पंजाब किंग्स ने श्रेयस अय्यर को टीम की कमान सौंपी है।
पंजाब पहली बार बनेगा चैंपियन?
तीनों ही टीम अब तक चैंपियन नहीं बनी है, हालांकि श्रेयस ने अपनी कप्तानी में गत वर्ष कोलकाता नाइटराइडर्स को चैंपियन बनाया था पर अब ये देखना अहम होगा कि उनकी रणनीतियां क्या पंजाब किंग्स को पहला खिताब दिला पाती हैं या नहीं?
राजस्थान रॉयल्स ने भी युवा संजू सैमसन पर फिर भरोसा जताया है। वह अपनी गलतियों से सीख कर इस बार फिर दमदार प्रदर्शन करने की पूरी कोशिश करेंगे।
पंत सबसे महंगे तो रहाणे सबसे सस्ते कप्तान
कप्तानों की चर्चा में सबसे विशेष बात यह है कि इस बार आईपीएल की मेगा नीलामी में सबसे अधिक दांव भी कप्तानों पर ही लगाया गया है। लखनऊ सुपरजायंट्स ने ऋषभ पंत पर रिकॉर्ड 27 करोड़ रुपये, तो पंजाब किंग्स ने श्रेयस अय्यर पर 26.75 करोड़ रुपये खर्च कर दिए।
रिटेन किए गए कप्तानों में भी सनराइजर्स ने पैट कमिंस, चेन्नई सुपरकिंग्स ने रुतुराज गायकवाड़ और राजस्थान रॉयल्स ने संजू सैमसन (18 करोड़ रुपये), गुजरात टाइटंस ने शुभमन गिल और दिल्ली कैपिटल्स ने अक्षर पटेल (16.5 करोड़ रुपये), मुंबई इंडियंस ने हार्दिक पांड्या (16.35 करोड़ रुपये) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने रजत पाटीदार (11 करोड़ रुपये) पर जबरदस्त पैसे खर्च किए हैं।
हालांकि, गत चैंपियन कोलकाता नाइटराइडर्स एक मात्र ऐसी टीम है, जिन्होंने अपने कप्तान पर केवल 1.5 करोड़ रुपये खर्च किए। केकेआर ने टीम का दायित्व अनुभवी अजिंक्य रहाणे के हाथों में सौंपा है। सभी कप्तानों में 36 वर्षीय रहाणे सबसे उम्रदराज भी हैं।
पैट पर सनराइजर्स को विश्वास
ऑस्ट्रेलियाई आलराउंडर और कप्तान पैट कमिंस ने पहले ही सत्र में अपनी कप्तानी की जबरदस्त छाप छोड़ी। सनराइजर्स हैदराबाद को फाइनल में पहुंचाने वाले पैट कमिंस पहले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान नहीं हैं। इससे पहले, डेविड वॉर्नर ने टीम के लिए यह कारनामा किया था, इसलिए सनराइजर्स हैदराबाद इस बार एकमात्र टीम है, जो विदेशी कप्तान पर दांव लगाने को तैयार है।
देसी कप्तानों का रहा है बोलबाला
आईपीएल के 17 सत्रों के इतिहास पर गौर करें तो शुरुआती दो सत्र 2008 एवं 2009 और 2016 को छोड़ दें तो अब तक सभी खिताब देसी कप्तानों ने ही जीते हैं। इनमें सबसे सफल महेंद्र सिंह धोनी और रोहित शर्मा हैं, जिन्होंने पांच-पांच बार अपनी टीमों चेन्नई सुपरकिंग्स और मुंबई इंडियंस को चैंपियन बनाया है।
कोलकाता नाइटराइडर्स अब तक तीन बार चैंपियन बनी है, परंतु तीनों ही बार उनके कप्तान देसी ही रहे हैं। भारतीय टीम के वर्तमान मुख्य कोच गौतम गंभीर ने दो बार बतौर कप्तान और एक बार बतौर कोच टीम को सफल बनाया है। वहीं, पिछले सत्र में श्रेयस अय्यर ने केकेआर को चैंपियन बनाया था।
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान सफल
2022 में हार्दिक पांड्या ने गुजरात टाइटंस को चैंपियन बनाया था। कमाल की बात यह है कि अब तक तीन ही बार विदेशी कप्तानों ने खिताब जीता है और तीनों ही ऑस्ट्रेलियाई थे। 2008 में राजस्थान रॉयल्स को चैंपियन बनाने वाले शेन वॉर्न थे, जबकि 2009 में डेक्कन चार्जर्स को जिताने वाले एडम गिलक्रिस्ट और 2016 में सनराइजर्स हैदराबाद को चैंपियन बनाने डेविड वॉर्नर थे।
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