16 साल के स्वास्तिक ने 167 गेंदों पर 585 रन की पारी खेलकर बनाया नया वर्ल्ड रिकॉर्ड
गाजियाबाद के स्वास्तिक चिकारा ने क्लब क्रिकेट में सीमित ओवर के मैच में 585 रन बनाकर विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया।
शाहनवाज अली, गाजियाबाद। दीवान क्रिकेट ग्राउंड में चल रहे 19वें शहीद रामप्रसाद बिस्मिल स्मृति ओपन क्रिकेट टूर्नामेंट में दो विश्व रिकॉर्ड बने हैं। माही क्रिकेट क्लब की ओर से खेलते हुए गाजियाबाद के स्वास्तिक चिकारा ने क्लब क्रिकेट में सीमित ओवर के मैच में 585 रन बनाकर विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया। इससे पूर्व दक्षिण अफ्रीका के शेन डेड्सवेल ने 2017 में 490 रन बनाकर यह कीर्तिमान बनाया था।
वहीं, टीम ने सीमित ओवर के मैच में 704 बनाकर सर्वाधिक टीम स्कोर का क्लब क्रिकेट का विश्व रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है। इससे पूर्व यह रिकॉर्ड यूनाइटेड क्लब टीम के नाम दर्ज था। अमेरिका के रिचमंड कैलिफोर्निया में वर्ष 2006 में यूनाइटेड क्लब ने बे एरिया के खिलाफ 45 ओवर के मैच में 630 रन बनाए थे।
माही अकादमी के ओपनर 16 वर्षीय स्वास्तिक ने 167 गेंदों पर 52 छक्कों और 55 चौकों की मदद से 40 ओवर के मैच में 585 रन बनाकर विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया। साथ ही वह दुनिया में सबसे कम उम्र में यह रिकॉर्ड बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। इससे पूर्व यह रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के शेन डेड्सवेल के नाम दर्ज था, जिन्होंने 20 साल की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी। डेड्सवेल ने दक्षिण अफ्रीका के शहर पोचेस्ट्रूम में नॉर्थ-वेस्ट यूनीवर्सिटी पुके की तरफ से खेलते हुए 50 ओवर के मैच में पोर्स ड्रॉप क्लब के खिलाफ वर्ष 2017 में 490 रन बनाए थे। इस मैच में उनकी टीम ने 387 रनों से जीत हासिल की थी। पोर्स ड्रॉप की टीम नौ विकेट पर 290 रन ही बना सकी थी।
वहीं भारत में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड इससे पूर्व भी स्वास्तिक के नाम ही दर्ज है। उन्होंने 40 ओवर के मैच में 148 गेंदों पर 356 रन बनाए थे। किसी भी टीम की ओर से सर्वाधिक रन बनाने के रिकॉर्ड की बात करें तो यह विश्व रिकॉर्ड भी गाजियाबाद में दीवान क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए मैच में बना, जिसमें माही अकादमी की टीम ने वर्ष 2006 में अमेरिका के रिचमंड कैलिफोर्निया में 45 ओवर के मैच में यूनाइटेड क्लब ने बनाए गए 630 रन के स्कोर को पीछे छोड़ते हुए 704 रन बनाए।
मूल रूप से हरियाणा के हैं स्वास्तिक : मूल रूप से हरियाणा के जनपद झज्जर में खेड़ी आसरा गांव के रहने वाले स्वास्तिक बचपन से गाजियाबाद के अटौर नंगला (राजनगर एक्सटेंशन) में रहते हैं। उनके पिता सुरेंद्र चिकारा दिल्ली पुलिस में कार्यरत हैं। पिता खुद क्रिकेट के शौकीन हैं। उन्होंने अपने शौक को अपने बेटे स्वास्तिक का करियर बनाने की सोची और चार साल की उम्र में ही उन्हें बल्ला थमा दिया। स्वास्तिक ने शौकिया खेलने वाले अपने पिता सुरेंद्र चिकारा की को¨चग में क्रिकेट का ककहरा सीखा।
22 दोहरे व सात तिहरे शतक : गाजियाबाद में चल रहे लीग टूर्नामेंट में स्वास्तिक के नाम रिकॉर्ड 585 रन के अलावा कई अन्य रिकॉर्ड भी दर्ज हैं। इससे पूर्व वह ओपन क्रिकेट टूर्नामेंट के अलावा अंडर-14 व अंडर-16 प्रतियोगिताओं में 22 दोहरे शतक व सात तिहके शतक लगा चुके हैं। उनके पिता के मुताबिक, स्वास्तिक ओपन क्रिकेट टूर्नामेंट में अभी तक करीब 100 से अधिक शतक बना चुके हैं। स्वास्तिक वर्ष 2018 व 2019 में लगातार दो बार यूपीसीए का अंडर-16 कैंप कर चुके हैं। स्वास्तिक का सपना भारतीय टीम में शामिल होना है।
10 बीघा जमीन पर घर और मैदान में हैं 12 पिच : स्वास्तिक के पिता सुरेंद्र सिंह भारतीय एथलीट रहे हैं। वह सर्विसेज के अलावा देश के लिए पांच और 10 हजार मीटर की दौड़ में भाग ले चुके हैं। अटौर नंगला में करीब 10 बीघा में उनके घर के अलावा स्वास्तिक के लिए जिम, फ्लड लाइट युक्त ग्राउंड पर दर्जनभर पिच हैं। इसमें इन स्विंग, आउट स्विंग, फास्ट एवं स्पिन के लिए अलग-अलग पिच हैं।