'उन्हें संन्यास के लिए पुश मत करो', पूर्व भारतीय स्टार ने जसप्रीत बुमराह पर दिया बड़ा बयान
हाल ही में भारतीय टीम ने इंग्लैंड का दौरा किया था। इस दौरान दोनों टीमों के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई थी। यह सीरीज 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुई थी। भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते इस सीरीज में 3 टेस्ट मैच ही खेले थे। ऐसे में उनकी काफी आलोचना हुई थी।
स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। हाल ही में भारतीय टीम ने इंग्लैंड का दौरा किया था। इस दौरान दोनों टीमों के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेली गई थी। यह सीरीज 2-2 की बराबरी पर समाप्त हुई थी। भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते इस सीरीज में 3 टेस्ट मैच ही खेले थे। ऐसे में उनकी काफी आलोचना हुई थी। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज आकाश चोपड़ा ने कहा कि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को भविष्य में अपने मैच चुनने की छूट मिलनी चाहिए।
आकाश चोपड़ा ने कहा कि उनका मानना है कि बुमराह को अपनी फिटनेस बनाए रखने के लिए सभी मैच नहीं खेलने चाहिए। चोपड़ा ने कहा, "मैंने संजय मांजरेकर का लेख भी पढ़ रहा था। हिंदुस्तान टाइम्स में उन्होंने लिखा था कि टीम को बुमराह के लिए खुद को ढालना नहीं चाहिए, बल्कि बुमराह को टीम के हिसाब से ढलना चाहिए। मुझे पता है कि क्या किया जाना चाहिए, इस बारे में कई राय हैं। सच कहूं तो मुझे नहीं लगता कि वह सभी टेस्ट मैच खेलेंगे।"
उन्होंने कहा, "वह चुन-चुनकर खेलेंगे। मेरा मानना है कि यह सही है या गलत, यह कोई नैतिक बहस नहीं है। अगर आपके पास उस स्तर का कोई खिलाड़ी उपलब्ध है, तो उसे जब भी मौका मिले, खिलाएं।" चोपड़ा ने कहा कि अगर बुमराह बल्लेबाज होते तो उनकी 'चुन-चुनकर खेलने' की नीति एक समस्या हो सकती थी। उन्होंने सभी से रिक्वेस्ट की कि उन्हें जल्दी संन्यास लेने के लिए मजबूर न किया जाए।
उन्होंने कहा, "जसप्रीत बुमराह को एक गेंदबाज के तौर पर आप गेंदबाजी संयोजन में बहुत आसानी से बदल सकते हैं। अगर बुमराह बल्लेबाज होते और कहते कि वह दो मैच खेलेंगे और उसके बाद नहीं खेलेंगे, तो यह एक समस्या है। तीन या चार टेस्ट मैचों की सीरीज में गेंदबाजों को हर हाल में रोटेट करना जरूरी है।"
आकाश चोपड़ा ने कहा, "बुमराह जैसा कोई गेंदबाज नहीं है। उन्हें जबरदस्ती जल्दी संन्यास लेने के लिए मजबूर न करें क्योंकि वह 24 कैरेट शुद्ध सोना हैं। वह कोहिनूर हीरा हैं। वह जितना ज्यादा खेलेंगे, उतना ही अच्छा होगा। मुझे नहीं लगता कि वह ज्यादा टेस्ट क्रिकेट खेलेंगे, लेकिन जब तक वह खेलते रहें, मैं यही कहूंगा कि उन्हें टिके रहना चाहिए। यही मेरी भावना है।"
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