जब वीरेंद्र सहवाग बने मुल्तान के सुल्तान, टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक ठोककर रचा था इतिहास
वीरेंद्र सहवाग ने आज ही के दिन साल 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ तिहरा शतक ठोककर इतिहास रचा था और वे मुल्तान के सुल्तान बने थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारत की टीम सदभावना के रूप में पाकिस्तान वनडे और टेस्ट सीरीज खेलने के लिए साल 2004 की शुरुआत में गई। पहले वनडे और फिर दोनों देशों के बीच टेस्ट सीरीज की शुरुआत हुई। तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला मुल्तान में 28 मार्च से शुरू हुआ। इसी मैच में वीरेंद्र सहवाग ने पाकिस्तान के खिलाफ तिहरा शतक ठोककर इतिहास रचा था और वे मुल्तान के सुल्तान बने थे।
दरअसल, 28 मार्च को शुरू हुए इस टेस्ट मैच में भारतीय टीम के कप्तान राहुल द्रविड़ ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। आकाश चोपड़ा और वीरेंद्र सहवाग की जोड़ी ने मैदान पर कदम रखा और धीमे-धीमे रन बनाने शुरू किए। भारत का स्कोर बिना विकेट गिए 150 के पार हो गया। इस बीच वीरेंद्र सहवाग ने अपने टेस्ट करियर का छठा शतक पूरा कर लिया, लेकिन 160 रन के टीम के स्कोर पर 42 रन पर बल्लेबाजी कर रहे आकाश चोपड़ा आउट हो गए।
पहले दिन पूरा किया था दोहरा शतक
मैच के पहले दिन की बात करें तो वीरेंद्र सहवाग दोहरा शतक जड़कर नाबाद लौटे। मैच के दूसरे दिन यानी 29 मार्च 2004 को यानी आज ही के दिन वीरेंद्र सहवाग अपनी बल्लेबाजी जारी रखते हुए 250 के पार पहुंच गए और फिर उन्होंने लंच के बाद अपना तिहरा शतक पूरा कर लिया। सहवाग ने 364 गेंदों में 38 चौके और 6 छक्कों की मदद से अपने टेस्ट करियर का पहला तिहरा शतक ठोका। इसी के साथ वे भारत के पहले ऐसे खिलाड़ी बन गए, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 300 रन की पारी खेली।
वीरेंद्र सहवाग 375 गेंदों में 39 चौके और 6 छक्कों की मदद से 309 रन की पारी खेलकर आउट हो गए। पाकिस्तान की सरजमीं पर ये सबसे बड़ा स्कोर था। इसके अलावा भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट में कभी भी तिहरा शतक नहीं लगा था, लेकिन वीरू ने ये काम कर दिखाया था। इसी के साथ वे मुल्तान के सुल्तान कहलाए। इस मैच में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को पारी और 52 रन से मात दी थी, लेकिन एक विवाद भी इस मैच में सामने आया था जब सचिन 194 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे और कप्तान राहुल द्रविड़ ने पारी की घोषणा कर दी थी।
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