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    IND vs NZ: 24 साल बाद...घर पर भारत के साथ हुआ ऐसा, पहले टेस्ट में बने अनचाहे रिकार्ड्स पर एक नजर

    Updated: Sun, 20 Oct 2024 08:15 PM (IST)

    न्यूजीलैंड ने भारत को पहली पारी में 46 रनों पर ढेर कर दिया था। इसके बाद रचिन रवींद्र के 134 और डेवन कॉनवे के 91 रनों की मदद से न्यूजीलैंड ने अपनी पहली पारी में 402 रन बनाए। भारत ने दूसरी पारी में सरफराज खान के 150 और ऋषभ पंत के 99 रनों के बूते 462 रन बनाकर न्यूजीलैंड को आसान टारगेट दिया था।

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    बेंगलुरू में पहले टेस्ट के दौरान बने अनचाहे रिकॉर्ड। फोटो- BCCI

    स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। न्यूजीलैंड की भारत में 36 साल बाद पहली टेस्ट जीत है। इससे पहले कीवी टीम ने 1988-89 में खेली गई सीरीज में भारत को उसके घर में टेस्ट में हराया था। यह न्यूजीलैंड की भारत की में सिर्फ तीसरी टेस्ट जीत है। वहीं, पिछले 20 सालों में यह दूसरी बार है, जब भारत एक ही साल में घर पर दो टेस्ट हारा है। इसी साल इंग्लैंड ने भारत को हराया था।

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    गौरतलब हो कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच बेंगलुरू में खेले गए तीन टेस्ट मैच की सीरीज के पहले मैच में भारत को आठ विकेट से हार का सामना करना पड़ा। यह हार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के मौजूद सत्र में भारत के अभियान को तो प्रभावित करेगी ही, लेकिन इस मैच में कई ऐसे अनचाहे आंकड़े भी बने हैं जो भारत के हिस्से आए हैं। एक नजर इन आंकड़ों पर डालते हैं।

    बेंगलुरू टेस्ट में बने अनचाहें रिकॉर्डः-

    20 सालों में यह दूसरी बार है, जब भारत एक साल में घर पर दो टेस्ट हारा है। बेंगलुरू में आठ विकेट की हार इस साल घर पर उनकी दूसरी हार थी। जनवरी 2024 में भारत को इंग्लैंड के खिलाफ हैदराबाद में भी हार मिली थी। इससे पहले वे 2012 में घर पर इंग्लैंड के खिलाफ लगातार दो टेस्ट हारे थे।

    यह 24 सालों में पहली बार हुआ है, जब किसी मेहमान टीम ने भारत में किसी टेस्ट में 100 से अधिक का टारगेट चेज किया है। इससे पहले साउथ अफ्रीका ने यह कारनामा मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 2000 में किया था। तब से लेकर अब तक भारत ने घर पर 32 में से 23 बार 100 से अधिक के लक्ष्य का बचाव किया था, जिसमें नौ मैच ड्रॉ हुए रहे हैं।

    स्पिनर्स ने लुटाए रन

    बेंगलुरु टेस्ट में भारतीय स्पिनर्स ने 4.83 की इकोनॉमी से रन खर्च किए। इससे पहले, सिर्फ एक टेस्ट में भारतीय स्पिनर्स ने 300 से अधिक गेंद डालते हुए, इससे अधिक की इकानॉमी से रन खर्च किए थे। उन्होंने 2010 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 5.60 की इकोनॉमी से रन दिए थे। भारतीय स्पिनर्स ने इस साल विशाखापटनम में इंग्लैंड के खिलाफ 4.53 की इकोनॉमी से रन दिए थे।

    2005 के बाद बेंगलुरू में हुआ ऐसा

    इससे पहले भारत बेंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में 2005 में कोई टेस्ट मैच हारा था। भारत ने इसके बाद इस वेन्यू पर कुल आठ टेस्ट मैच खेले थे, जिसमें पांच में उसे जीत मिली थी और तीन मैच ड्रॉ हुए थे। न्यूजीलैंड ने इससे पहले बेंगलुरू में तीन टेस्ट मैच खेले थे और तीनों में उसे हार मिली थी।

    बेंगलुरू में दोनों टीम के स्पिनर्स ने 4.93 की इकानॉमी से रन दिए। यह एक ऐसा टेस्ट जिसमें स्पिनर्स ने 600 से अधिक गेंदें डाली हों, उस लिहाज से यह दूसरी सर्वाधिक इकानॉमी है। इससे पहले 2006 में भारत-पाकिस्तान लाहौर टेस्ट में स्पिनर्स ने 5.13 की इकानॉमी से रन दिए थे।

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