बॉल टेंपरिंग की सजा में 1 साल बैन के बाद स्मिथ-वार्नर के करियर पर पड़ेगा ये असर
बीसीसीआइ ने कहा कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के फैसले के बाद इन दोनों खिलाड़ियों को IPL में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
नई दिल्ली, जेएनएन। बॉल टेंपरिंग मामले में सीए के सीईओ जेम्स सदरलैंड ने स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और कैमरन बेनक्राफ्ट को सजा सुना दी है। सदरलैंड ने पूरे मामले में दोषी पाए जाने पर स्टीव स्मिथ और वॉर्नर पर इंटरनेशनल क्रिकेट से एक साल का बैन लगाया है तो वहीं बॉल टेंपरिंग करने वाले बेनक्राफ्ट को नौ महीने के लिए सस्पेंड किया है।
आपको बता दें कि साल 2019 के विश्वकप में इन खिलाड़ियों के न खेलने का खतरा नहीं है। साल 2019 में होने वाला विश्वकप 30 मई से शुरू होगा और तब तक इनकी सजा पूरी हो चुकी होगी।
बॉल टेंपरिंग के बाद वॉर्नर और स्मिथ IPL से भी हुए बाहर
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की सुनाई गयी सजा के बाद स्मिथ और वॉर्नर को उनके क्रिकेट खेलने पर एक और बड़ा झटका लगा है जब बीसीसीआइ ने इन दोनों खिलाड़ियों के आइपीएल में खेलने पर भी बैन लगा दिया। बीसीसीआइ ने कहा कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के फैसले के बाद इन दोनों खिलाड़ियों को IPL में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
जानिये एक साल के बैन के बाद दोनों पर क्या असर पड़ेगा
बैन के बाद वापसी होगी मुश्किल
स्टीकव स्मिकथ और डेविड वार्नर ऑस्ट्रेलिया टीम के मैच जिताऊ खिलाड़ी हैं जो सिर्फ मैच जीतने के लिये ही मैदान पर उतरते हैं। इन खिलाड़ियों को मैच जीतने पर बहुत खुशी होती है और हारने पर उतना ही दुख भी। अगर बॉल टेंपरिंग विवाद तो हटाकर देखें तो दोनों ही खिलाड़ी प्रतिभा के धनी हैं। एक ओर डेविड वार्नर जहां विस्फोटक बल्लेबाजी के लिये जाने जाते हैं तो वहीं स्मिथ भारतीय कप्तान विराट कोहली की तरह बल्लेबाजी के लिये जाने जाते हैं। दोनों ही खिलाड़ियों ने कई बार अकेले अपने ही दम पर जीत दिलाई है। बीता हुआ साल 2017 दोनों खिलाड़ियों के लिए काफी खास गुजरा था, जिसके दौरान इन दोनों ने खूब रन बटोरे अब बैन लगने के कारण इनके बल्ले की धार कुंद पड़ जाएगी।
प्रतिस्पर्धा में पीछे हो जाएंगे वॉर्नर और स्मिथ
ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्मिथ की तुलना हमेशा भारत के विराट कोहली से की जाती है दोनों के बीच कड़ी टक्कर भी चलती है। दोनों ही बेहतरीन और काबिल बल्ले बाज हैं। अगर बात वनडे और टी-20 की हो तो विराट स्मिथ से एक कदम आगे हैं, लेकिन टेस्टा मैचों में स्टी व स्मि2थ विराट पर भारी पड़ते हैं। ऐसा इसलिये क्योंकि स्मिथ ने विराट से कम मैच खेलकर ही उनसे ज्यादा रन बनाए हैं। औसत के मामले में भी वो विराट को पीछे छोड़ते हैं। अब एक साल के बैन के बाद जब वो मैदान पर उतरेंगे तो विराट के पास उन्हें पीछे छोड़ने का बेहतरीन अवसर होगा।
भविष्य में कप्तानी करने का मौका भी शायद ही मिले
बॉल टेंपरिंग मामले में स्मिभथ और वार्नर पर क्रिकेट खेलने से प्रतिबंध तो एक साल का लगा है लेकिन वो अगले दो सालों तक कप्तान नहीं बन सकेंगे वहीं वॉर्नर के लिये भविष्य में कप्तान बनना सपने के समान होगा। किसी भी खिलाड़ी का उसके करियर में कप्ताकन बनना बड़े गर्व की बात होती है। और ऑस्ट्रेलिया में तो कप्तान का तमगा वहां के पीएम के पद से भी ऊंचा है ऐसा इसलिए क्योंपकि ऑस्ट्रे लिया में प्रधानमंत्री पद बाद में बना, जबकि क्रिकेट उससे पहले से खेला जा रहा। ऑस्ट्रेंलिया की नेशनल क्रिकेट टीम 1877 में बन गई थी, जबकि इस देश को प्रधानमंत्री 24 साल बाद 1901 में मिला।
ऑस्ट्रेलिया में उभर रहे हैं युवा और होनहार खिलाड़ी
ऑस्ट्रेललिया एक ऐसा देश है जहां प्रतिभावान खिलाड़ोयों की फौज खड़ी है। ऑस्ट्रेलिया की टीम ऐसी क्रिकेट टीम है जो अपने इन फॉर्म बल्लेबाज को भी डग आउट में बाहर बैठा देती है। ऑस्ट्रेलियाई टीम में एक खिलाड़ी टीम से बाहर गया नहीं कि उसकी जगह उससे बेहतर खेलने वाला खिलाड़ी मिल जाता है। स्मि थ ऑस्ट्रे लियाई टीम के भरोसेमंद और महत्व पूर्ण बल्लेलबाज थे, अब जब एक साल तक वह टीम से बाहर रहेंगे तो उनकी जगह किसी नए खिलाड़ी को मौका जरूर दिया जाएगा। अब अगर वह खिलाड़ी अच्छा खेल गया तो स्टी व स्मिौथ की वापसी बहुत मुश्कि ल हो जाएगी।
बॉल टेंपरिंग में दोषी पाये जाने के बाद IPL करियर भी संकट में
बॉल टेंपरिंग विवाद के चलते दोनों खिलाड़ियों को को आइपीएल से भी बाहर कर दिया गया है। स्मि थ और वार्नर आईपीएल में भी खूब रन बनाते आए हैं। इनकी बेहतरीन बल्लेबाजी के दम पर इनकी टीमें कोई भी मैच पलटने का माद्दा रखती है। आइपीएल में बैन के साथ ही इनकी फ्रेंचाइजी ने इन खिलाड़ियों के साथ जो करोड़ों का अनुबंध किया, वो भी खत्मा हो जाएगा। यानि कि स्मिजथ और वार्नर को करोड़ों की चपत लग जाएगी। साथ ही एंडोर्समेंट के जरिए होने वाली कमाई पर भी इसका गहरा असर पड़ेगा।