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    Sneh Rana Interview: गोल्ड से ज्यादा मायने रखता है यह सिल्वर मेडल : स्नेह राणा

    By Sanjay SavernEdited By:
    Updated: Thu, 11 Aug 2022 07:48 PM (IST)

    स्नेह राणा ने कहा कि कामनवेल्थ गेम्स में अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हुए पदक जीतना गौरव की बात है। यह मेरे लिए बहुत खुशी का पल है। कामनवेल्थ गेम्स म ...और पढ़ें

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    भारतीय महिला क्रिकेटर स्नेह राणा (एपी फोटो)

    इंग्लैंड के बर्मिंघम में कामनवेल्थ गेम्स में रजत पदक जीतकर देश का मान बढ़ाने वाली भारतीय महिला क्रिकेट टीम की आलराउंडर स्नेह राणा का अपने गृहनगर देहरादून पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। उनके चेहरे से झलक रही खुशी बता रही थी कि वह अपने प्रदर्शन से संतुष्ट हैं। राणा ने बताया कि महिला क्रिकेट को पहली बार कामनवेल्थ गेम्स में शामिल किया गया और टीम ने फाइनल में जगह बनाई। फाइनल मैच में आस्ट्रेलिया से मिली नौ रनों की हार के कारण हमने रजत पदक जीता, लेकिन यह रजत पदक हमारे लिए स्वर्ण से ज्यादा मायने रखता है। स्नेह राणा से निशांत चौधरी ने की खास बातचीत, पेश हैं मुख्य अंश :

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    - कामनवेल्थ गेम्स में महिला क्रिकेट को पहली बार शामिल किया गया। आप रजत पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहीं। इस बारे में क्या कहना चाहती हैं ?

    - कामनवेल्थ गेम्स में अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हुए पदक जीतना गौरव की बात है। यह मेरे लिए बहुत खुशी का पल है। कामनवेल्थ गेम्स में महिला क्रिकेट के शामिल होने से महिला क्रिकेट को नई पहचान मिली है।

    - भारतीय टीम स्वर्ण पदक जीतने के बहुत करीब थी। अंतिम ओवरों में विकेट पतन से रजत से संतोष करना पड़ा। इस बारे में क्या कहना चाहेंगी?

    - यह रजत पदक हमारे लिए स्वर्ण पदक से कहीं ज्यादा मायने रखता है। रन आउट या एलबीडब्ल्यू खेल का हिस्सा है, हमने जो भी गलतियां की उनसे सीख लेकर आगे बढ़ गए हैं। हम पहली बार में ही फाइनलिस्ट रहे, यह भी हमारी उपलब्धि है।

    - हरमनप्रीत कौर के विकेट के बाद आपने जब चौका लगाया तो जीत की आशा जागी। उस वक्त पूरे देश की निगाहें आप पर टिकी थी। आपके अंदर क्या चल रहा था?

    - बिल्कुल, हरमनप्रीत शानदार खेल रही थीं, उन्होंने सभी से दवाब हटा दिया था। मैं जीत के इरादे से मैदान में उतरी थी, लेकिन खेल में यह सब चलता रहता है। वो दिन हमारा नहीं था। हमने जो भी गलतियां मैदान पर की, उनसे सीख लेकर आगे बढ़े और रजत पदक जीतने का जश्न मनाया।

    - विश्व कप में पाकिस्तान के विरुद्ध अर्धशतक व दो विकेट और कामनवेल्थ गेम्स में भी 15 रन देकर दो विकेट। इस पर क्या कहना चाहेंगी?

    - नहीं, ऐसा कुछ नहीं है। मेरा प्रयास रहता है कि जरूरत के समय मैं अपनी टीम के लिए योगदान दूं और अपने देश के लिए मैच जीतने में सहयोग करूं। विपक्षी टीम के नाम से कोई फर्क नहीं पड़ता। हम मैदान में जीत के इरादे से उतरते हैं।