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    Natwest Final: टीम इंडिया की वह जीत जो भारतीय क्रिकेट की आक्रमकता की तस्वीर बन कर फैंस के दिलों में छप गई

    By Sameer ThakurEdited By:
    Updated: Wed, 13 Jul 2022 01:47 PM (IST)

    Natwest Final 2002 का साल जब भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ नेटवेस्ट ट्राफी के फाइनल में ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी। भारत के सामने 326 रनों का बड़ा लक्ष्य था जिसे भारत ने 8 विकेट खोकर हासिल कर लिया।

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    Natwest Final: सौरव गांगुली, पूर्व कप्तान भारतीय क्रिकेट टीम (डिजाइन फोटो)

    नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। 13 जुलाई 2002 का दिन भारतीय क्रिकेट के लिए एक ऐसा दिन है जो फैंस के दिलो-दिमाग में किसी याद की तरह छप चुकी है। इस दिन भारतीय टीम, इंग्लैंड के खिलाफ सबसे बड़े लक्ष्य को हासिल करके केवल जीती नहीं थी बल्कि यह एक एलान था कि हमें हल्के में लेने की भूल न की जाए।

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    नेटवेस्ट ट्राफी का फाइनल भारत की ऐतिहासिक जीत के साथ-साथ कप्तान सौरव गांगुली की लार्ड्स की बालकनी में टी-शर्ट लहराते हुए उनकी आक्रमक तस्वीर टीम इंडिया के उस बदलाव की कहानी थी कि हमने देश से बाहर जीतना सीख लिया है।

    नेटवेस्ट ट्राफी का फाइनल मुकाबला

    मौका था नेटवेस्ट ट्राफी के फाइनल का जहां इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मार्कस ट्रेसकाथिक और नासिर हुसैन की शानदार शतकीय पारी के दम पर 5 विकेट खोकर 325 रन बनाए और भारत के सामने 326 रनों का असंभव सा लक्ष्य रखा। इंग्लैंड टीम को शायद ही लगा होगा कि भारतीय टीम इस लक्ष्य को हासिल कर पाएगी लेकिन ऐसा हुआ और यह जीत भारतीय क्रिकेट में एक खूबसूरत तस्वीर की फैंस के दिलों में बस गई।

    कैफ और युवराज की करिश्माई साझेदारी

    326 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को एक अच्छी शुरुआत की दरकार थी जो सौरव गांगुली और वीरेंद्र सहवाग ने दी। दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 106 रन जोड़े। कप्तान गांगुली 60 रन बनाकर आउट हुए। उसके बाद तो विकटों की झड़ी लग गई। टीम इंडिया की आखिरी उम्मीद 146 के स्कोर पर सचिन के रूप में आउट हुई लेकिन मोहम्मद कैफ और युवराज के दिमाग में कुछ और ही चल रहा था।

    दोनों ने मिलकर छठे विकेट के लिए 121 रन जोड़े और भारत की मैच की मैच जीतने की उम्मीदों को जिंदा रखा। हालांकि 267 के स्कोर पर 69 रन बनाकर युवराज आउट हो गए लेकिन कैफ ने उम्मीद नहीं छोड़ी। उन्होंने हरभजन के साथ मिलकर 47 रन की साझेदारी की और नाबाद 87 रन की पारी खेलकर भारत को ऐतिहासिक जीत दिला दी। टीम इंडिया के आखिरी विजयी रन लेते ही नजारा देखने लायक था जब लार्ड्स की बालकनी में कप्तान गांगुली ने अपनी टी-शर्ट उतारी और सेलिब्रेट करने लगे।

    गांगुली ने ऐसा करके इंग्लैंड के आलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटाफ को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया था। फ्लिंटाफ ने भारत में इंग्लैंड की जीत पर अपनी टी-शर्ट खोलकर हवा में लहराया था। गांगुली ने फ्लिंटाफ को उसी के लहजे में जवाब दिया। टीम इंडिया की यह जीत आज भी फैंस के दिलो-दिमाग में ताजा है।