धौनी ने खोला राज, इस वजह से सचिन और कोहली की तरह नहीं लगाते हेलमेट पर तिरंगा
फटाफट चलते क्रिकेट में अंपायर भी इसकी अनुमति नहीं देंगे, क्योंकि इसमें समय ज्यादा खर्च होगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। आपने सचिन तेंदुलकर को बल्लेबाज़ी करते देखा होगा। आपने विराट कोहली को भी बल्लेबाजी करते देखते हैं। इन दोनों बल्लेबाजों के हेलमेट पर अपने देश के तिरंगे को भी देखा होगा, लेकिन क्या आपने सोचा है कि महेंद्र सिंह धौनी विकेटकीपिंग करते हुए जो हेलमेट पहनते हैं उस पर तिरंगा क्यों नहीं होता। नहीं न, तो हम आपको बताते हैं कि धौनी के हेलमेट पर तिरंगा क्यों नहीं होता?
इस वजह से नहीं होता धौनी के हेलमेट पर तिंरगा
महेंद्र सिंह धोनी जब विकेट के पीछे खड़े होते हैं तो विकेटकीपिंग करते हुए धोनी को कभी टोपी तो कभी हेलमेट पहनना होता है। खासतौर पर वनडे और टी-20 में गेंदबाज तेजी से बदलते हैं। तेज गेंदबाज के समय उन्हें हेलमेट पहनना होता है और स्पिनर के समय वो टोपी पहन लेते हैं।
वैसे भी टी-20 ऐसा फॉर्मेट हैं जहां खेल बड़ी तेज़ी से खेला जाता है तो धौनी बार-बार हेलमेट के लिए 12वें खिलाड़ी की सेवाएं नहीं लेते हैं। फटाफट चलते क्रिकेट में अंपायर भी इसकी अनुमति नहीं देंगे, क्योंकि इसमें समय ज्यादा खर्च होगा। इसलिए धौनी टोपी और हेलमेट, दोनों लेकर मैदान पर आते हैं।
न हो राष्ट्रीय ध्वज का अपमान
राष्ट्रीय ध्वज का अपमान न हो, इसलिए उन्होंने इस हेलमेट पर तिरंगा नहीं लगाया है। नियमानुसार, जिन चीजों पर राष्ट्रीय ध्वज लगा होता है, उन्हें जमीन पर नहीं रखते हैं। इस तरह धौनी अपने राष्ट्रीय प्रतीक का सम्मान करते हैं, इसलिए बगैर तिरंगे वाले हेलमेट पहनते हैं।
ये भी है एक वजह
जब तेज़ गेंदबाज़ बॉलिंग करते हैं तो धौनी हेलमेट पहनकर विकेट के पीछे खड़े हो जाते हैं और कैप को वो अपनी कमर पर अपने पैजामे में दबा लेते हैं, लेकिन जब स्पिनर गेंदबाज़ी करते हैं तो वो हेलमेट को पैंट के पीछे दबा नहीं सकते और तिरंगा लगे हेलमेट को जमीन पर रख नहीं सकते। इस तस्वीर में देखिए धौनी एक तेज़ गेंदबाज़ी के बॉलिंग पर विकेटकीपिंग कर रहे हैं और उन्होंने अपनी टोपी को कमर पर पैजामें में दबाया हुआ है और उनके हेलमेट पर भी तिरंगा नहीं है।