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Match Fixing Controversy: जब 'फिक्सिंग' में आया अजहर और कपिल देव का नाम, रो पड़े थे वर्ल्ड चैंपियन

फिक्सिंग में भारतीय क्रिकेट टीम के बड़े बड़े खिलाड़ियों का नाम सामने आया था। इसमें विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव और मोहम्मद अहजरुद्दीन जैसे बड़े खिलाड़ियों के नाम शामिल थे।

By Viplove KumarEdited By: Published: Thu, 13 Feb 2020 04:54 PM (IST)Updated: Thu, 13 Feb 2020 04:54 PM (IST)
Match Fixing Controversy: जब 'फिक्सिंग' में आया अजहर और कपिल देव का नाम, रो पड़े थे वर्ल्ड चैंपियन
Match Fixing Controversy: जब 'फिक्सिंग' में आया अजहर और कपिल देव का नाम, रो पड़े थे वर्ल्ड चैंपियन

नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट पर फिक्सिंग का कलंक लगने के बाद की दिग्गजों का नाम सामने आया था। गुरुवार को साल 2000 में हुए मैच फिक्सिंग मामले के मुख्य आरोपी और सट्टेबाज संजीव चावला को भारत वापस लाया गया। चावला, फिक्सिंग में नाम आने के बाद से लगभग दो दशक तक लंदन था। उसे कोर्ट में पेश करके 15 दिन की रिमांड पर लिया गया है। 

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फिक्सिंग में भारतीय क्रिकेट टीम के बड़े बड़े खिलाड़ियों का नाम सामने आया था। इसमें विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव, पूर्व कप्तान मोहम्मद अहजरुद्दीन, अजय जडेजा , नवजोत सिंह सिद्धु, ऑलराउंडर मनोज प्रभाकर, पूर्व विकेटकीपर नयन मोंगिया जैसे बड़े खिलाड़ियों के नाम शामिल थे।

फिक्सिंग में नाम आने पर रो पड़े थे कपिल

कपिल देव के शानदार करियर का अंत कुछ अनुसलझे सवाल के साथ हुआ था। कपिल के उपर मैच फिक्सिंग में उछला था और उनके कुछ आरोपियों के साथ संबंध की बता सामने आई थी। 2000-01 में उनपर मैच फिक्सिंग जैसे गंभीर आरोप लगे थे। पूर्व तेज गेंदबाज और विश्व कप विजेता कप्तान से जब एक कार्यक्रम में टीवी पर सवाल किया गया था तो वो लाइव शो में रो पड़े। कपिल ने फिक्सिंग के आरोप पर सफाई देते रोते-रोते कहा था कि मैच फिक्सिंग से मेरा कोई भी वास्ता नहीं है।

अजहर पर लगा था आजीवन प्रतिबंध

2000 में उठे मैच फिक्सिंग विवाद में पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन पर आजीवन प्रतिबंध लगाया गया था। 12 साल तक कानूनी लड़ाई लड़ने के बाद आखिरकार आंध्रप्रदेश हाईकोर्ट ने उन्होंने बेदाग बताया और बीसीसीआई के इस आरोप को गलत करार दिया।

अजय जडेजा पर लगा था 5 साल का बैन

टीम इंडिया के शानदार फील्डर और स्टाइलिश बल्लेबाज अजय जडेजा पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगा था। उनपर इस मामले में 5 साल का बैन लगया गया था। हालांकि जडेजा को घरेलू क्रिकेट खेलने की इजाजत मिल गई थी और उन्होंने दिल्ली के टीम की कप्तानी भी की थी।

मनोज प्रभाकर का नाम फिक्सिंग में आया

2000 में हुए इस बहुचर्चित मैच फिक्सिंग विवाद के में टीम के ऑलराउंडर मनोज प्रभाकर का नाम भी सामने आया था। उन्होंने हर्सल गिब्स के साथ इस मामले में करीबी रिश्ते को माना था वहीं कपिल देव का नाम लेने की वजह से दोनों के बीच कड़वाहट पैदा हुई थी। पिछले साल प्रभाकर ने भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के पद के लिए भी आवेदन दिया था।


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