इशांत शर्मा पूरा करेंगे टेस्ट मैचों का शतक, भारत के लिए ऐसा करने वाले बनेंगे दूसरे तेज गेंदबाज
India vs England भारतीय तेज गेंदबाज इशांत शर्मा अगर इंग्लैंड के खिलाफ तीसरा टेस्ट मैच खेलते हैं तो ये उनके करियर का 100वां टेस्ट होगा और वो बतौर भारतीय तेज गेंदबाज 100 टेस्ट मैच खेलने वाले दूसरे गेंदबाज बन जाएंगेे।
नई दिल्ली, जेएनएन। 32 वर्षीय इशांत शर्मा ने साल 2007 में राहुल द्रविड़ की कप्तानी में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत बांग्लादेश के खिलाफ मीरपुर में की थी। इसके बाद से इस भारतीय पेसर ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। इशांत ने इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज में टेस्ट क्रिकेट में अपने विकेटों का तिहरा शतक पूरा किया था। वह अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम में बुधवार से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू होने वाले डे-नाइट टेस्ट मैच में अपना शतक पूरा करेंगे। वह भारत के लिए 100 टेस्ट खेलने वाले दूसरे तेज गेंदबाज बनेंगे।
भारत और इंग्लैंड के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज अभी 1-1 से बराबर है। दाएं हाथ के गेंदबाज इशांत से पहले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज ऑलराउंडर कपिल देव यह उपलब्धि हासिल कर चुके हैं। ईशांत के नाम 99 टेस्ट में 302 विकेट हैं। उन्होंने अब तक 99 टेस्ट मैचों में कुल 302 विकेट अपने नाम किए हैं। इस दौरान एक पारी में उनकी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी 74 रन देकर सात विकेट है। ईशांत ने इस दौरान 18,420 गेंदें फेंकी है जिसमें 9731 रन खर्च किए हैं। 11 बार उन्होंने पारी में पांच विकेट हासिल किए हैं।
100 टेस्ट खेलने वाले 11वें भारतीय बनेंगे : यदि इशांत इंग्लैंड के खिलाफ डे-नाइट टेस्ट मैच खेलते हैं तो वह ऐसा करने वाले 11वें भारतीय बन जाएंगे। भारत की ओर से सचिन तेंदुलकर (200), राहुल द्रविड़ (163), सुनील गावस्कर (125), वीवीएस लक्ष्मण (134), वीरेंद्र सहवाग (103), सौरव गांगुली (113), दिलीप वेंगसरकर (116), कपिल देव (131), अनिल कुंबले (132) और हरभजन सिंह (103) ने टेस्ट मैचों का सैकड़ा लगाया है।
डे-नाइट टेस्ट में चटकाए नौ विकेट : इशांत ने अब तक सिर्फ एक डे-नाइट टेस्ट खेला है। कोलकाता में बांग्लादेश के खिलाफ हुए उस गुलाबी गेंद के मुकाबले में उन्होंने नौ विकेट हासिल किए थे। दाएं हाथ के तेज गेंदबाज इशांत ने उस मैच की पहली पारी में 22 रन देकर पांच तो दूसरी पारी में 56 रन देकर चार विकेट चटकाए थे।
45 टेस्ट मैचों से रहे बाहर : इस गेंदबाज का टीम में अंदर-बाहर होने का सिलसिला जारी रहा। पदार्पण के बाद वह 45 टेस्ट मैचों में नहीं खेल पाए। 2007 में इशांत ने टेस्ट में पदार्पण किया और खराब फॉर्म व चोट की वजह से इस दौर 45 टेस्ट मैच नहीं खेल पाए। जिन टेस्ट मैचों में इशांत नहीं खेले उसमें भारत की जीत का प्रतिशत 57.78 रहा। इसके अलावा जिन 99 टेस्ट में इशांत ने गेंदबाजी की उसमें टीम इंडिया की जीत का प्रतिशत 45.45 रहा।